कोरोना संकट के बीच एक और दावा! US एक्सपर्ट बोले- कोरोना से निपटने के लिए काफी है कम असरदार वैक्सीन
रूस द्वारा कोरोना वैक्सीन बनाने के दावे पर फौसी ने कहा कि वैक्सीन है इसका मतलब यह नहीं है कि इसे जनता के सामने रख देना चाहिए। ये देखने की जरूरत है कि क्या वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी है।
दुनियाभर में के लोग जिस कोरोना वायरस को लेकर खौफ में जी रहे हैं, उसे काबू में करने के लिए वैज्ञानिक दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। रूस के द्वारा वैक्सीन बनाने का दावा करने के बाद लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली है लेकिन अभी भी इस वैक्सीन को लेकर कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं। जिसके बाद वैज्ञानिकों की टीम के सामने अभी भी सबसे बड़ी चुनौती सुरक्षित और ज्यादा प्रभावशाली वैक्सीन बनाने की बनी हुई है। लेकिन इन सबके बीच एक खबर ये भी है कि कम असरदार वाली वैक्सीन भी इस वायरस के जाल से दुनिया को बाहर निकाल सकती है। दरअसल, ये दावा अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ एंथनी फौसी ने किया है।
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आपको बता दें, फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन यानी FDA ने भी शुरुआत में कहा था कि सामान्य लोगों दी जाने वाली वैक्सीन के अप्रूवल के लिए उसकी प्रभावशीलता कम से कम 70 प्रतिशत तक होनी चाहिए। लेकिन बाद में 50 प्रतिशत तक प्रभावी वैक्सीन को अप्रूवल देने पर सहमति बनी। फौसी ने उम्मीद जताई है कि कोरोना वैक्सीन इस साल के अंत तक उपलब्ध कराया जाना चाहिए। एक इंटरव्यू में फौसी ने कहा कि ये वैक्सीन अगले साल की शुरुआत से बाद नहीं लेना चाहिए। फौसी ने ये भी कहा कि एक साल के भीतर दुनिया को वापस सामान्य स्थिति में लाने के लिए आधी प्रभावी वैक्सीन भी प्रयाप्त होगी।
उधर, रूस द्वारा कोरोना वैक्सीन बनाने के दावे पर फौसी ने कहा कि वैक्सीन है इसका मतलब यह नहीं है कि इसे जनता के सामने रख देना चाहिए। आपको यह देखने की जरूरत है कि क्या वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी है। फौसी ने आगे कहा कि अगर हम अगले साल की शुरुआत तक वैक्सीन हासिल करने में कामयाब होते हैं तो 2021 के आखिरी में महामारी को पूरी तरह से काबू किया जा सकता है। हम सामान्य रूप से उतने ही अच्छे होंगे जितना संभवतः हम हो सकते हैं। हालांकि मैं पूरी तरह स्पष्ट होना चाहता हूं कि आप लोग इस वायरस को मिटाने जा रहे हैं।
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