सिर्फ 15 सेकेंड में मातम में बदल गया सत्य की जीत का जश्न, रावण दहन के शोर में दब गई धड़धड़ाती ट्रेन की सीटी
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आग की लपटें तेज होने के बाद लोग रेल पटरी की ओर इस भय से खिसकने लगे कि पुतला उनके ऊपर न आ गिरे। हल्की-फुल्की भगदड़ सी मची थी और उसी दौरान ट्रेन आ गई। इससे पहले की लोग कुछ समझते ट्रेन लोगों को कुचलते हुए निकल गई।
पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार की शाम एक भीषण हादसा हो गया। रावण दहन देख रहे लोग तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आ गए, जिससे कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई और 51 ज़ख्मी हुए हैं।घायलों में कई की हालत गंभीर है। इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश है और त्योहार के दिन देशभर में लोग गमगीन हैं।अमृतसर सिविल अस्पताल के चीफ मेडिकल ऑफिसर ने मृतकों की संख्या 60 और घायलों की संख्या 51 होने की पुष्टि की है।
60 से ज्यादा घायलों का सिविल अस्पताल में इलाज
अमृतसर सिविल अस्पताल के इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डा संदीप के मुताबिक कम से कम 60 घायलों का इलाज किया गया है। ज्यादातर लोगों की हड्डियां टूटी हैं। बाकी और लोगों के सिर में और आंखों में चोटें आई हैं।
इससे पहले अमृतसर के सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट राजेश शर्मा ने कहा था कि 50 शव बरामद कर लिए गए हैं और करीब 50 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अमृतसर पुलिस आयुक्त एस एस श्रीवास्तव ने कहा था कि मृतकों की संख्या 50-60 से ज्यादा होगी।
रावण दहन के बाद लोग पटरी पर पहुंच गए
जानकारी के मुताबिक अमृतसर के जोड़ा फाटक इलाके में रेलवे ट्रैक के नजदीक रावण का पुतला जलाया जा रहा था। जैसे ही पुतले में पटाखे का विस्फोट होना शुरू हुआ और आग की लपटें तेज हुईं, लोग पीछे खिसकते हुए रेल पटरी पर चले गए। कुछ लोग रावण दहन देखने के लिए पहले से ही रेल पटरी पर खड़े थे। उसी दौरान जालंधर से अमृतसर जा रही ट्रेन तेज रफ्तार से आई और बड़ी तादाद में लोगों को अपनी चपेट में लेते हुए गुजर गई। ट्रेन को वहां से गुजरने में महज 10 से 15 सेकेंड लगे, ट्रेन के गुजरते ही क्षत-विक्षत शव दूर-दूर तक बिखर गए और घायलों की चीख-पुकार मच गई।
पटाखों की गूंज में दब गई थी ट्रेन की सीटी
बताया जाता है कि रावण दहन के दौरान पटाखे की गूंज की वजह से लोग ट्रेन की सीटी की आवाज नहीं सुन सके। रावण के जलने के दौरान आग की लपटें तेज होने की वजह से लोग दशहरा स्थल से रेल पटरी पर जाकर नजारा देखने लगे। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि आग की लपटें तेज होने के बाद लोग रेल पटरी की ओर इस भय से खिसकने लगे कि पुतला उनके ऊपर न आ गिरे। यह भी जा रहा है कि इसी दौरान वहां भगदड़ मची और उसी दौरान ट्रेन आ गई। इससे पहले की लोग कुछ समझते ट्रेन बुरी तरह लोगों को कुचलते हुए निकल गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि मृतकों में बच्चे भी शामिल हैं। घटनास्थल पर करीब 700 लोग जमा थे।
घायलों के इलाज के लिए चंडीगढ़ पीजीआई अलर्ट पर
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन ने पंजाब के प्रधान स्वास्थ्य सचिव सतीश चंद्रा से बात कर हालात का जायजा लिया। चंडीगढ़ के पीजीआई को अलर्ट पर रहने को कहा गया है।
पंजाब में शनिवार को राजकीय शोक घोषित, बंद रहेंगे स्कूल-कालेज-दफ्तर
पंजाब ट्रेन हादसे के मद्देनजर राज्य सरकार ने एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। शनिवार को पंजाब में सभी स्कूल-कालेज और दफ्तर बंद रहेंगे।
मृतकों के परिवारों को 5 लाख का मुआवज़ा देगी पंजाब सरकार
पंजाब के नगर निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने बेंगलुरू में एक समाचार चैनल से कहा कि मृतकों की संख्या बहुत अधिक हो सकती है। सिद्धू इस इलाके के विधायक हैं। उनकी पत्नी नवजोत कौर दुर्घटना स्थल पर आयोजित दशहरा उत्सव की मुख्य अतिथि थीं। दुर्घटना शाम 7 बजे हुई। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह अमृतसर जा रहे हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए पांच-पांच लाख रुपये के मुआवजे और घायलों के मुफ्त इलाज की घोषणा की है।
पीएम ने मृतकों के परिवारों के लिए किया 2 लाख के मुआवज़े का ऐलान
प्रधानमंत्री ने मृतकों के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50 हजार रुपये मुआवजे की घोषणा की है।
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