राहुल का पीएम पर तंज: अमिताभ बच्चन से ज्यादा जबरदस्त एक्टर हैं मोदी जी, बिना लेंस के बहा सकते हैं आंसू

प्रधानमंत्री मोदी अमिताभ बच्चन सेभी शानदार एक्टर हैं और बिना कांटेक्ट लेंस के ही आंसू बहा सकते हैं। यह तंज कियाहै कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के पहले दिन की शुरुआत सोमनाथ मंदिर से करने वाले राहुल गांधी ने गुजरात के विश्वादर, सावरकुंडला और अमरेली में जनसभाएं की। उन्होंने इस दौरान रफेल सौदे और कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों से अपनी नजदीकियों पर पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए।

सावरकुंडला में एक रैली में राहुल गांधी ने कहा कि, “प्रधानमंत्री मोदी एक जबरदस्त एक्टर हैं। आमतौर पर किसी भी एक्टर को रोने और आंसू निकालने के लिए कांटेक्ट लेंस की जरूरत होती है। लेकिन मोदी जी को आंसू बहाने के लिए किसी कांटेक्ट लेंस की जरूरत नहीं पड़ती।”

इसी तरह विश्वादर में राहुल गांधी ने 2015 के पाटीदार आरक्षण आंदोलन का मुद्दा उठाया। उस आंदोलन में पुलिस फायरिंग से पाटीदार समुदाय के 14 लोगों की मौत हुई थी। राहुल ने कहा कि गुजरात में कोई भी अपनी आवाज उठाता है तो उसे पीटा जाता है और उसपर गोलियां चलाई जाती हैं। राहुल ने कहा कि, “यहां हर समुदाय के लोग सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। लेकिन आपको आवाज उठाने के बदले क्या मिलता है? आपको पीटा जाता है, और आप पर गोलियां चलाई जाती हैं।”

विश्वादर सौराष्ट्र क्षेत्र का पाटीदार बहुल इलाका है। राहुल गांधी ने कहा कि, “मैंने रफेल सौदे पर मोदी जी से तीन सवाल पूछे थे। पहला कि क्या पहले और दूसरे समझौते में विमानों की कीमत में कोई फर्क है, इसका प्लीज हां या न में जवाब दे दें। दूसरा सवाल था कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के बजाय ये कांट्रैक्ट आपने निजी क्षेत्र के अपने उद्योगपति मित्र को क्यों दिया? और तीसरा सवाल था कि क्या इस सौदे के लिए सीसीएस यानी सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की मंजूरी ली गई थी?”

यहां यह जानना जरूरी है कि रफेल सौदे में एक फ्रांसीसी फर्म दसाल्त एविएशन और अनिल अंबानी की एक कंपनी के बीच सौदा हुआ है। राहुल गांधी ने यह भी पूछा कि लड़ाकू विमान खरीदने का समझौता करने से पहले क्या सारी जरूरी और कानूनी प्रक्रियाएं अपनाई गईं या नहीं?

राहुल गांधी का कहना है कि प्रधानमंत्री उनके सवालों का जवाब इसलिए नहीं दे रहे क्योंकि उन्हें ऐन चुनावों के बीच सच सामने आने पर पोल खुल जाने का डर है। उन्होंने कहा कि, “मोदी जी गुजरात चुनावों के दौरान रफेल सौदे और जय शाह के मामले का सच सामने नहीं लाना चाहते।”

गौरतलब है कि द वायर ने एक खबर में जय शाह की फर्म के 16 हजार गुना टर्नओवर की खबर प्रकाशित की थी।

राहुल गांधी ने कहा कि, “आप लोग देखिएगा कि चुनाव से 2-3 दिन पहले कैसे इस एक्टर की आंखों से आंसू निकलेंगे। वे हर मुद्दे पर बोलेंगे, लेकिन किसानों को उनकी फसल का क्या दाम मिला इस पर चुप रहेंगे। किसानों की कर्जमाफी पर नहीं बोलेंगे और यह भी नहीं बोलेंगे कि कालेधन को कैसे सफेद किया जाता है।"

गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद मोदी ने एक भावनात्मक भाषण में कहा था कि अगर वे कालाधन नहीं ला पाएं तो उन्हें लटका देना। इसी तरह एक और इमोशनल प्रचार के दौरान उन्होंने कहा था कि गुजरात उनकी मां है और वे उसके बेटे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात पर दरअसल बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का शासन है, विजय रूपाणी तो महज रबर स्टांप हैं।

राहुल गांधी ने गुजरात में किसानों की समस्याओँ और बढ़ती बेरोजगारी के मुद्दे पर भी मोदी सरकार की आलोचना की। राहुल ने कहा कि किसानों की जमीनें छीनकर 5-10 बड़े उद्योगपतियों में बांट दी गईं। राहुल ने उन गांवों के नाम भी सुनाए जहां के किसानों की जमीनें सरकार ने ली थीं।

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