बंगाल में दुर्गा पूजा पर दंगों की साजिश का पर्दाफाश, अंदरुनी संदेशों से खुलासा
देश भर में सक्रिय कई दक्षिणपंथी संगठन इस साल दुर्गा पूजा पर पश्चिम बंगाल में गड़बड़ी फैलाने की साजिश रच रहे हैं। इन संगठनों के बीच अंदरूनी संदेश से इस साजिश का पर्दाफाश हुआ है।
विजयादशमी के साथ दुर्गा पूजा संपन्न होने के अगले ही दिन मुसलमान कर्बला की ऐतिहासिक जंग में इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत को मुहर्रम के यौम-ए-आशुरा पर याद करेंगे। पश्चिम बंगाल में बरसों से ऐसा होता रहा है और दशकों से दोनों समुदायों के बीच हमेशा शांति और भाईचारे का माहौल रहा है। लेकिन 2014 के बाद से अचानक मंदिरों और मुहर्रम के जुलूसों पर हमलों की घटनाएं होने लगी हैं। ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हालांकि बंगाली हिंदू रीतियों के मुताबिक दुर्गोत्सव के 11वें दिन यानी एकादशी पर प्रतिमा विसर्जन नहीं किया जाता, लेकिन इस बार बीजेपी और उससे जुड़े दूसरे संगठन लोगों को उकसा रहे हैं कि विसर्जन एकादशी पर किया जाए, वाबजूद इसके कि इस दिन विसर्जन को अशुभ माना जाता है। इस प्रयास का मकसद धार्मिक होने से ज्यादा राजनीतिक जान पड़ता है, और इसके पीछे दो समुदायों को एक दूसरे से भिड़ाकर कानून व्यवस्था की समस्या पैदा करने की मंशा नजर आ रही है। नेशनल हेराल्ड को ये सारी सूचनाएं संघ के एक भेदिए से हासिल हुई हैं, जिसने दुर्गा पूजा के मौके पर सांप्रदायिक गड़बड़ी फैलाने से संबंधित संघ से जुड़े संगठनों के आपसी पत्राचार को लीक किया है।
बीजेपी और हिंदू संहति के बीच वर्चस्व की लड़ाई के चलते इस साजिश की ढेर सारी सूचनाएं हिंदू दक्षिणपंथी संगठनों और उनके समर्थकों के जरिए लीक हुई हैं। इन सूचनाओं के मुताबिक हिंदू संहति लोगों के बीच आधारहीन और भड़काने वाले संदेश भेजकर अनावश्यक भय का माहौल बना रही है। इन संदेशों में कहा जा रहा है कि मुसलमान कुछ अनजान जगहों पर हिंदूओं को निशाना बनाकर हमले कर रहे हैं। साथ ही ऐसे स्थानों की सूची भी प्रचारित और प्रसारित की जा रही है जहां मुसलमान दुर्गा पूजा के दौरान हिंदुओं पर हमले करेंगे।
दरअसल हिंदू संहति पिछले साल हाजीनगर इलाके में घरों और दुकानों में आगजनी करने के लिए जिम्मेदार है। ये कबूलनामा उसके एक सदस्य ने अपने संगठन के वरिष्ठ कार्यकर्ता सुजित मैती की मौजूदगी में कैमरे के सामने किया था। इस संगठन के अलावा राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के कई सदस्यों ने भी कथित तौर पर इस आगजनी और लूटमार के लिए भीड़ इकट्ठा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस साल भी इस संगठन को सांप्रदायिक नफरत फैलाने में बीजेपी से पर्याप्त समर्थन मिल रहा है। हाल ही में बीजेपी के अहम सदस्यों के हवाले से ऐसे स्थानों की सूची सामने आई है जहां गड़बड़ की तैयारी की जा रही है।
जिन स्थानों पर गड़बड़ी की साजिश रची गई है, वह इस तरह है:
कोलकाता क्षेत्र
महेशताला वार्ड नं. 10 – कालीताला, जहालीपारा, आलमपुर, मुल्लाबाड़ी, बिस्बासपुरा और डॉक्टरपुरा
महेशताला / मटियाबुर्ज बॉर्डर
वार्ड नंबर 1 (मैला डिपो)
वार्ड नंबर 2 (गार्डन रीच)
वार्ड नंबर 5 (मुल्ला पारा)
वार्ड नंबर 7 (अंकरा फाटक)
वार्ड नंबर 12 ( मुलर गेट, किसी संतोष नाम के व्यक्ति का घर), झिंजिरा बाजार, पोस्ट ऑफिस एरिया और बाटा मोड़
बजबज एरिया (ब्लॉक-2, लेकिन विशेष स्थान स्पष्ट नहीं)
पुजाली वार्ड 2 और 10 (विशेष स्थान स्पष्ट नहीं),
हुगली :
छापदानी (अंगद मस्जिद), भद्रेश्वर (राजा पारा – तेलंगी पारा मस्जिद) और पांडुआ
वह इलाके जिन पर सबसे ज्यादा जोर:
खड़गपुर सदर, देबरा, दातन, कांठी, उलबेरिया (एमआईएम), पांचला और दोमजुर, मटियाबुर्ज, जहाली पारा (बीडी), डनलप, आलम बाजार
इसके अलावा दूसरे इलाके:
डूंगरपुर टाउन, आसनसोल, रानीगंज, जमुरिया, बांकुरा (सालतोरा), संदेशखाली, सोनारपुर, कैनिंग (दूसरा ब्लॉक, जीवन ताला)
इन संदेशों में कुछ खास नामों को भी निशाने बनाने का जिक्र किया गया है। इनमें संदेशखाली के आजान शेख, कैनिंग के शौकत मुल्ला (दूसरा ब्लॉक जीवनताला) और जहाजीपारा के एक व्यक्ति संग्राम बंगलादेशी मुस्लिम का नाम लिखा गया है।
ये संदेश और सूचनाएं हिंदी देवनागरी में लिखी गई हैं और वर्तनी की गलतियों और उच्चारण से साफ है कि जिसने भी ये संदेश और सूचनाएं लिखी हैं वह मूल रूप से पश्चिम बंगाल का रहने वाला नहीं है। लेकिन सूचना और संदेश का दूसरा और तीसरा हिस्सा अंग्रेजी और बांग्ला में लिखा है। और लिखावट से पता चलता है कि कम से कम तीन लोगों ने इसे लिखा है। इस सूची में एक व्यक्ति का सिर्फ पहला नाम संतोष ही लिखा है। इससे पता चलता है कि इसे लिखने वाले ने उसे लोगों को भड़काने और इकट्ठा करने के लिए मिले गोपनीय संदेशो से सीधे कॉपी करके इस संदेश और सूचना में लिख दिया है। हिंदू संगठनों से जुड़े सूत्रों ने संदेश में उसके घर के बारे में दी गयी जानकारी के आधार पर इस संतोष नाम के व्यक्ति की पहचान दक्षिण 24 परगना (पश्चिम) और महेशताला -1 के बीजेपी ट्रेड सेल के जिला संयोजक के तौर पर की है।
यह महज संयोग नहीं हो सकता कि जब जब किसी बंगाली मंदिर पर हमला होता है तो इस व्यक्ति को खूब तवज्जो दी जाती है। यहां ध्यान देने की बात है कि बंगाली देवी-देवताओं के मंदिरों पर तो हमले हो रहे हैं, लेकिन किसी भी ऐसे मंदिर पर हमला नहीं होता है जिसमें उत्तर भारत में पूजे जाने वाले देवी-देवता विराजमान हैं। इन इलाकों में जब भी गड़बड़ होती है तो बलवाई इन मंदिरों को छूते तक नहीं हैं।
नेशनल हेरल्ड को एक और सूत्र (जोकि बीजेपी का एक अहम नेता है) से ऐसे ही दूसरे इलाकों के बारे में भी जानकारी मिली है। ये इलाके हैं नबाद्वीप, बेथुआ, कालीगंज, समुद्रगढ़, कुसुम ग्राम, करीमपुर और कटुआ।
इन जगहों के नाम लीक होने के एक दिन बाद आश्चर्यजनक रूप से इनमें से दो इलाकों के सात मंदिरों में बीफ (कथित गोमांस) फेंका गया। और, इसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी गईं। इन तस्वीरों और वीडियो को एक हजार से ज्यादा बार शेयर किया गया और इसे अपलोड करने वाले व्यक्ति के फॉलोअर रातों-रात बढ़ गए।
पुलिस ने हाल ही में बांकुरा के सालतोरा इलाके से बड़ी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया है। इस खतरनाक विस्फोटक रसायन को इतनी बड़ा मात्रा में स्टोर करने का कारण अभी साफ नहीं है, लेकिन इससे एक खतरनाक साजिश की बू जरूर आ रही है। रोचक बात यह है जहां से ये विस्फोटक बरामद हुआ है उस इलाके का नाम भी इस सूची में है।
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