पंजाब में केजरीवाल जिस दिल्ली मॉडल की बात कर रहे हैं वह खोखला, राजधानी में हालात उसके बिल्कुल उलट- अनिल कुमार
अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार द्वारा फ्लाईओवर बनाने में पैसे की बचत की बात पूरी तरह झूठ है, क्योंकि 2013 में सिग्नेचर ब्रिज की अनुमानित राशि 1131 करोड़ रुपये थी, जिसको पूरा होने तक 1518 करोड़ की अदायगी में 387 करोड़ रुपये की अधिक राशि की खर्च हुई।
दिल्ली में अलग-अलग मुद्दों पर कांग्रेस आम आदमी पार्टी को घेरती नजर आ रही है। शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार ने आप सरकार को घेरते हुए कहा कि दिल्ली सरकार 7 वर्षों में दिल्ली मॉडल और विकास के दावे कर रही है, राजधानी की स्थिति उनके दावों के बिलकुल विपरित है।
दिल्ली में फ्लाईओवर को लेकर भी दिल्ली कांग्रेस ने सरकार को घेरा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक, सरकार द्वारा फ्लाईओवर बनाने में पैसे की बचत की बात पूरी तरह झूठ है, क्योंकि 2013 में सिग्नेचर ब्रिज की अनुमानित राशि 1131 करोड़ रुपये थी, जिसको पूरा होने तक 1518 करोड़ की अदायगी में 387 करोड़ रुपये की अधिक राशि की खर्च हुई।
वहीं केजरीवाल भलस्वा, मंगोलपुरी, मुकुंदपुर, बुराड़ी और जगतपुर के जिन फ्लाईओवरों को बनाने का दावा कर रहे हैं, उनका काम कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार ने एक विजन के साथ शुरू किया था, ताकि दिल्ली को सुलभ ट्रैफिक व्यवस्था दे सकें।
अनिल कुमार ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी गरीब विरोधी और दलित विरोधी है, कांग्रेस द्वारा 2008 में गरीबों, दलितों, पिछड़ा, प्रवासियों को आशियाना देने के लिए राजीव रत्न आवास योजना के तहत केन्द्र सरकार से मंजूरी लेकर मात्र 60000 रुपये में गरीबों को मकान देने की योजना बनाई गई थी। योजना के तहत लगभग 2000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार 47000 मकानों को केजरीवाल ने 2013 में सत्ता हासिल करने के बाद योजना का नाम बदलने की प्रक्रिया में खंडहर बना दिया।
दरअसल दिल्ली में नगर निगम चुनाव हैं, जिसको लेकर लगातार बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप और प्रत्यारोप लगाने में लगे हुए हैं। हालांकि दिल्ली में आप विकास के तमाम दावे कर रही है, लेकिन कांग्रेस इन सभी वायदों को झूठा करार दे रही है।
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