पंजाब चुनाव 2022: 117 सीटों पर कल डाले जाएंगे वोट, दांव पर इतने उम्मीदवारों की किस्मत, जानें क्या थे 2017 के नतीजे?
20 फरवरी को 117 विधानसभा की सीटों पर वोट डाले जाएंगे। आपको बता दें, पंजाब के चुनावी इतिहास में इतना मुश्किल चुनाव शायद ही कभी हुआ है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, संयुक्त समाज मोर्चा के साथ बसपा-अकाली और BJP गठबंधन समेत मैदान में पांच ध्रुव हैं।
देश में चल रहे चुनावी माहौल के बीच अब कल यानी 20 फरवरी को पंजाब में चुनाव होने हैं। इसके अलावा कल ही यूपी के तीसरे चरण के लिए भी 59 सीटों पर वोटिंग होगी। लेकिन पूरे देश की नजरें पंजाब पर रहेंगी, वो इसलिए क्योंकि पंजाब के चुनावी इतिहास में इतना मुश्किल चुनाव शायद ही कभी हुआ है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, संयुक्त समाज मोर्चा के साथ बसपा-अकाली और BJP गठबंधन समेत मैदान में पांच ध्रुव हैं। आपको बता दें, पंजाब में एक चरण में 20 फरवरी को वोटिंग होगी और 10 मार्च को नतीजे घोषित होंगे।
मैदान में 1304 उम्मीदवार, 24740 मतदान केंद्र बनाए गए
राज्य की 117 विधानसभा सीटों पर 1304 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनके लिए पंजाब के 2,12,75,066 वोटर्स मतदान करेंगे। इनमें 1,00,86,514 महिला मतदाता हैं। देश के सबसे उम्रदराज 94 साल के उम्मीदवार प्रकाश सिंह बादल मैदान में हैं। 25 साल की आयु के 6 उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं। चुनाव आयोग ने पंजाब में वोटिंग के लिए 24740 मतदान केंद्र बनाए हैं। इसमें से 1051 केंद्र संवेदनशील केंद्र घोषित किए गए हैं। इस बार 315 ऐसे उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं, जिनके खिलाफ अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज हैं। 218 प्रत्याशी तो ऐसे हैं, जिन पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं। चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे।
पंजाब में मतदान को लेकर सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम
मतदान को देखते हुए पंजाब में सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसी को देखते हुए सिरसा से लगी सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है। पुलिस की मानें तो पंजाब के साथ लगते रोड़ी, मुसाहिब वाला व सुरतिया नाकों पर जाकर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को कड़ी चौकसी और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। पंजाब सीमा के साथ कुल 28 नाके लगाए गए हैं। इनमें से 12 नाके मानसा जिला, 11 नाके बठिंडा, जबकि 5 नाके मुक्तसर साहिब की सीमा के साथ लगाए गए हैं। वहीं कई संदिग्ध मार्गों पर भी पुलिस की गश्त बढ़ाई गई है। साथ ही 10 पेट्रोलिंग पार्टियां भी गठित की गई हैं, जो लगातार पंजाब सीमा के साथ पेट्रोलिंग करेंगी। इसके अलावा नाको से होकर गुजरने वाले हर शख्स और गाड़ियों की बारीकी से जांच कर संदिग्ध लोगों पर पैनी नजर रखने के भी निर्देश दिए गए हैं। पुलिस अधिकारी की मानें तो सभी थानों की फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी भी करवाई जा रही है।
चुनावी मैदान में हैं कई करोड़पति!
पंजाब चुनाव में इस बार चुनाव लड़ने वाले करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या बढ़ गई है। 2017 में जहां, अलग-अलग दलों के 37% प्रत्याशी करोड़पति की सूची में थे, वहीं इस बार 41% हो गए हैं। पंजाब की सियासत में धनबल कितना हावी है, ये आप इन आंकड़ों के जरिए समझ सकते हैं। सभी बड़े दलों ने 50% से ज्यादा टिकट करोड़पतियों को दिया है। सबसे ज्यादा शिरोमणि अकाली दल के 93% उम्मीदवार करोड़पति हैं। दूसरे नंबर पर कांग्रेस के 92% और फिर भाजपा के 85% उम्मीदवार करोड़पति हैं। बहुजन समाज पार्टी इस मामले में चौथे, शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) पांचवे और आम आदमी पार्टी छठवें स्थान पर है। बसपा के 80%, शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के 79% और आम आदमी पार्टी के 69% उम्मीदवार करोड़पति हैं। कांग्रेस से अलग होने के बाद पंजाब लोक कांग्रेस बनाने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी 59% करोड़पति प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे हैं।
2017 में हुए चुनाव में क्या थे नतीजे?
आपको बता दें, पंजाब में 117 विधानसभा सीटें हैं। साल 2017 की बात करें तो इस साल कांग्रेस पार्टी ने 77 सीटें जीतकर ना सिर्फ सबसे बड़ी पार्टी बनी बल्कि यहां सरकार भी बनाई। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में 78।6 प्रतिशत मतदान हुआ था। आपको बता दें, इस चुनाव में शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी ने मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन शिअद और बीजेपी को केवल 18 सीटों पर ही जीत मिली थी। जिसमें से शिअद के खाते में 15 सीट और बीजेपी के खाते में केवल 3 सीटें आई थीं। इस तरह 10 सालों से सत्ता में रहने वाली शिअद और बीजेपी का किला ध्वस्त करने में कांग्रेस सफल रही। 2017 चुनाव में आम आदमी पार्टी को 117 में से 20 सीटों पर जीत मिली थी। इसके अलावा लोक इंसाफ पार्टी भी 2 सीटें जीतने में कामयाब हुई थी।
इस बार दिलचस्प होंगे पंजाब की इन आरक्षित सीटों के परिणाम
पंजाब में 34 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति के प्रत्याशियों के लिए आरक्षित हैं, जिनके परिणामों पर इस बार सभी की नजर है। 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा इसमें से 21 सीटें जीती थीं। आम आदमी पार्टी के हिस्से में 9, अकाली दल के तीन और भाजपा के हिस्से में एक सीट आई थी। ये सीटें हैं- पठानकोट की भोआ, गुरदासपुर की दीनानगर, गुरदासपुर की श्री हरगोबिंदपुर, अमृतसर की जंडियाला गुरु, अमृतसर वेस्ट, अटारी, बाबा बकाला, कपूरथला की फगवाड़ा, जालंधर की फिल्लौर, करतारपुर, जालंधर वेस्ट, आदमपुर, होशियारपुर की शाम चौरासी और चब्बेवाल, नवांशहर की बंगा, रोपड़ की चमकौर साहिब, फतेहगढ़ साहिब की बस्सी पठाना, लुधियाना की गिल, पायल, जगरांव, रायकोट, मोगा की निहाल सिंह वाला, फिरोजपुर की फिरोजपुर सीट, फाजिल्का की बल्लुआना, श्री मुक्तसर साहिब की मलोट, बठिंडा की भुच्चो मंडी और बठिंडा ग्रामीण, मानसा की बुडलाडा, संगरूर की दिड़बा, बरनाला की भदौड़ और महल कलां, पटियाला की नाभा व शुतराना।
(धीरेंद्र अवस्थी के इनपुट के साथ)
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