अर्थजगत: Paytm में अब विजय शेखर होंगे सबसे बड़े हिस्सेदार और Zomato ने कस्टमर्स को दिया झटका
पेटीएम की मूल कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के फाउंडर, मैनेजिंग डायरेक्ट और सीईओ विजय शेखर शर्मा पेटीएम में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने जा रहे हैं और जोमैटो ने हर ऑर्डर पर 2 रुपये अतिरिक्त वसूलना शुरू कर दिया है।
Paytm में अब विजय शेखर होंगे सबसे बड़े हिस्सेदार
पेटीएम की मूल कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के फाउंडर, मैनेजिंग डायरेक्ट और सीईओ विजय शेखर शर्मा पेटीएम में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने जा रहे हैं। इसके लिए उन्होंने एंटफिन (नीदरलैंड) होल्डिंग्स बीवी से 628 मिलियन अमेरिकी डॉलर में समझौता किया, जिसके तहत उनको 10.3 प्रतिशत शेयर हासिल होंगे। जानकारी के मुताबिक ये लेन-देन नीदरलैंड स्थित रेजिलिएंट एसेट मैनेजमेंट बीवी के माध्यम से हुआ, जिसमें विजय का 100 प्रतिशत स्वामित्व है। ऑफ-मार्केट ट्रांसफर के पूरा होने पर पेटीएम में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरह से शर्मा की कुल हिस्सेदारी बढ़कर 19.42 प्रतिशत हो जाएगी।
वहीं दूसरी ओर इस सौदे के बाद से एंटफिन की शेयरधारिता घटकर 13.5 प्रतिशत रह जाएगी। इसके अलावा वो अब कंपनी के सबसे बड़े शेयरधारक भी नहीं रह जाएंगे। कंपनी के मुताबिक ये पूरी डील बाजार मूल्य पर हुई है। जिसके तहत 4 अगस्त की वैल्यू के आधार पर 10.30 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 628 मिलियन अमेरिकी डॉलर दिया जाएगा। इस डील के पूरी होने के बाद भी विजय शर्मा मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ बने रहेंगे। साथ ही मौजूदा बोर्ड बरकरार रहेगा।
Zomato ने कस्टमर्स को दिया झटका
फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी जोमैटो ने पहली बार प्रॉफिट कमाते ही अपने कस्टमर्स को तगड़ा झटका दिया है। जोमैटो से खाना आर्डर करना अब ग्राहकों को महंगा पड़ेगा। जोमैटो ने हर ऑर्डर पर 2 रुपये अतिरिक्त वसूलना शुरू कर दिया है। कंपनी प्रति ऑर्डर पर दो रुपये का शुल्क प्लेटफार्म के तौर पर चार्ज कर रही है। कंपनी के इस ऐलान के बाद अब जोमैटो से आप चाहे 1000 रुपये का आर्डर करें या 100 रुपये से भी कम का हो सब पर ग्राहक को दो रुपये एक्ट्रा देने पड़ेंगे।
गौरतलब है कि जोमैटो पहली कंपनी नही है जिसने प्लेटफाार्म चार्ज के तौर पर अतिरिक्त शुल्क वसूलना शुरू किया है। इससे पहले जोमैटो की प्रतिद्वंदी कंपनी स्विगी इसी तरह का फरमान अप्रैल 2023 में जारी किया था और स्विगी पहले से ही दो रुपये एक्स्ट्रा प्रति आर्डर अपने ग्राहकों से वसूल रही है।
'लीप-फॉरवर्ड क्लाइंबिंग प्लान' लॉन्च कर रहा रियलमी
स्मार्टफोन बाजार में जहां इंडस्ट्री के दिग्गजों का दबदबा है, वहीं रियलमी पांच साल से मजबूत पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है। रियलमी की सफलता इसके "डेयर टू लीप" गाइडिंग फिलोसोफी के प्रति डेडीकेशन का नतीजा है, जिसे क्रिएटिव प्रोडक्ट लाइन और मार्केटिंग द्वारा बढ़ावा दिया गया है। 2018 में अपने लॉन्च के बाद से, रियलमी उम्मीदों पर खरा उतरा है। तेजी से दुनिया में अपनी स्थिति मजबूत की है। ब्रांड ने यंग एनर्जेटिक लीडरशिप टीम के साथ, एक के बाद एक बड़े कदम उठाए। बिजनेस स्ट्रेटजी और यंग कंज्यूमर की पंसद की समझ के साथ, स्मार्टफोन ब्रांड ने सब कुछ हासिल किया।
केवल पांच सालों में, रियलमी के इनोवेटिव प्रोडक्ट्स लोगों के बीच छा गए, जो लगातार बेहतर परफॉर्मेंस और डिजाइन प्रदान कर रहे हैं। ब्रांड ने स्ट्रेटजी के साथ चैलेंजिंग मार्केट लैंडस्केप को पार किया, बाजार में होने वाले बदलावों को तेजी से अपनाया और ग्लोबल लेवल पर कई बाजारों में अपनी उपस्थिति दर्ज की। हर एक नए प्रोडक्ट लॉन्च के साथ, रियलमी की लोकप्रियता बढ़ी और अब इसने भारत में टॉप तीन स्मार्टफोन ब्रांडों में स्थान हासिल कर लिया है। रियलमी की "लाइट एसेट्स, शॉर्ट चैनल मोड और ई-कॉमर्स" स्ट्रेटजी इसकी सफलता के मुख्य कारण हैं। इन आइडियाज पर चलते हुए, ब्रांड पहली बार टॉप-6 ग्लोबल ब्रांड्स में शामिल हो गया और लगातार चार तिमाहियों में सबसे तेज विकास दर वाला स्मार्टफोन ब्रांड बन गया। इस स्ट्रेटजी की मदद से, रियलमी खुद को 5जी के टॉप प्रोमिनेन्ट के रूप में स्थापित करने में सक्षम रहा।
एफआईआई की बिकवाली से निफ्टी में आई तेजी
मिश्रित वैश्विक संकेतों के बावजूद घरेलू शेयर बाजार अपने सकारात्मक रुख पर कायम है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि निफ्टी ऊंचे स्तर पर खुला और पूरे सत्र के दौरान सकारात्मक रहा और 81 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 19598 के स्तर पर बंद हुआ। आईटी और फार्मा में खरीदारी के साथ अधिकांश सेक्टर हरे निशान में बंद हुए। उन्होंने कहा कि इस सप्ताह आरबीआई की नीति से पहले बाजार एक दायरे में कारोबार कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि एफआईआई ने पिछले कुछ दिनों से बिकवाली का सिलसिला जारी रखा है, जिससे तेजी सीमित रही। बोनान्ज़ा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ अनुसंधान विश्लेषक वैभव विदवानी ने कहा कि निम्न गुणवत्ता वाले ऑप्टिकल फाइबर की आपूर्ति करने वाले देशों को खोजने के बाद, सरकार ने इंडोनेशिया, कोरिया, चीन जैसे देशों से ऑप्टिकल फाइबर के आयात पर 5 साल का एंटी-डंपिंग शुल्क लगाया, इसलिए सभी ऑप्टिकल फाइबर उपयोगकर्ता कंपनियां आज उच्च स्तर पर व्यापार कर रही थीं, क्योंकि इससे सामग्री की गुणवत्ता में सुधार होगा और इन्वेंट्री घाटे में कमी आएगी।
उन्होंने कहा, आज बोली लगाने के आखिरी दिन गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी एसबीएफसी फाइनेंशियल की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) को 18.73 गुना अभिदान मिला।
उन्होंने कहा कि डिविस लैबोरेटरीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एलटीआईमाइंडट्री और अदानी पोर्ट्स निफ्टी पर शीर्ष लाभ पाने वालों में से थे, जबकि शीर्ष हारने वालों में ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स, बजाज ऑटो, भारतीय स्टेट बैंक और एक्सिस बैंक थे।
Max Healthcare Q1 results: शुद्ध मुनाफा 27% बढ़कर हुआ 291 करोड़, रेवन्यू 17% बढ़ा
अस्पताल चलाने वाली मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट ने 7 अगस्त को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 291 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया। जो कि एक साल पहले की समान अवधि में 229 करोड़ रुपये से 27 प्रतिशत अधिक है। नई दिल्ली में मुख्यालय वाली कंपनी का रेवन्यू सालाना 17 प्रतिशत बढ़कर 1,719 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने टॉपलाइन में वृद्धि का श्रेय प्रति बेड औसत रेवन्यू में सुधार और अंतरराष्ट्रीय रोगियों के उच्च योगदान के कारण बेहतर पेयर मिक्स को दिया। पहली तिमाही में कुल पेयर मिक्स में विदेशी मरीजों की हिस्सेदारी 8.9 प्रतिशत रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 7.8 प्रतिशत रही थी।
बेड ऑक्यूपैंसी 74 प्रतिशत पर रही, जो पिछले वित्तीय वर्ष की समान तिमाही की तुलना में अपरिवर्तित रही। कंपनी ने बाजार बंद होने के बाद दिये स्टेटमेंट में कहा कि प्रति ऑक्यूपाइड बेड पर औसत रेवन्यू सालाना 13 प्रतिशत बढ़कर 74,800 रुपये हो गया। ये एक साल पहले की समान अवधि में 66,000 रुपये रहा था।
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