अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: 2 दिन में ऐसे कंगाल हुआ अरबपति ह्वांग और जैक मा को भारी पड़ी जिनपिंग की आलोचना!
दुनिया के जाने-माने बिजनेसमैन बिल ह्वांग के पास खरबों की संपत्ति थी लेकिन शेयर मार्केट के चक्कर में वो पूरी तरह से कंगाल हो गए और चीन ने दिग्गज कंपनी अलीबाबा ग्रुप पर 2.78 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया है।
2 दिन में कंगाल हुए दुनिया के जाने-माने अरबपति ह्वांग
कभी-कभी शेयर बाजार लोगों की किस्मत रातों-रात बदल देता है, तो कई बार अचानक से करोड़ों के मालिक कंगाल हो जाते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ है, दुनिया के जाने-माने बिजनेसमैन बिल ह्वांग के साथ। जिसके पास खरबों की संपत्ति थी लेकिन शेयर मार्केट के चक्कर में वो पूरी तरह से कंगाल हो गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वॉल स्ट्रीट के ट्रेडर बिल ह्वांग का काम अच्छा चल रहा था, लेकिन दो दिनों में उन्होंने 2000 करोड़ डॉलर गंवा दिए। भारत के हिसाब से देखें तो ये राशि करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये की होगी। ह्वांग के साथ उनको कर्ज देने वाले लोगों को भी 50 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। जानकारों का मानना है कि ह्वांग की कंपनी पूरी तरह से कंगाल हो गई है। उनके पास अब पैसा नहीं बचा। वहीं जैसे ही ये खबर बाहर आई उनको कर्ज देने वाले बैंकों और अन्य संस्थानों की भी हालत खराब हो गई।
यूट्यूब पर नफरत फैलाने वाली सामग्री हटाने को लेकर सख्त गूगल
तकनीकी दिग्गज गूगल ने कहा है कि उसने नफरत फैलाने वाले भाषण से जुड़े कई शब्दों को यूट्यूब वीडियो पर विज्ञापन कीवर्ड के रूप में इस्तेमाल करने से रोक दिया है। द वर्ज के अनुसार, यह कदम द मार्कअप की एक रिपोर्ट का अनुसरण करता है, जिसमें पाया गया कि विज्ञापनदाता यूट्यूब पर विज्ञापन देने के स्थान पर व्हाइट लाइफ मैटर और व्हाइट पावर जैसे शब्दों को सर्च कर सकते हैं। उसी समय, रिपोर्ट में पाया गया कि गूगल विज्ञापनदाताओं को ब्लैक लाइव्स मैटर जैसे शब्दों का इस्तेमाल करने से रोक रहा है। द मार्कअप जब कमेंट करने के लिए यूट्यूब की मूल कंपनी गूगल के पास पहुंचा तो, उसने कहा कि कंपनी ने वास्तव में ब्लैक एक्सीलेंस और नागरिक अधिकारों सहित अधिक नस्लीय और सामाजिक न्याय से जुड़ी चीजों को अवरुद्ध कर दिया है। द वर्ज ने गूगल के एक प्रवक्ता के हवाले से कहा, "हम नफरत और उत्पीड़न के मुद्दे को बहुत गंभीरता से लेते हैं इसकी सबसे मजबूत शब्दों में निंदा करते हैं।"
जैक मा को भारी पड़ी शी जिनपिंग की आलोचना! चीन ने लगाया जुर्माना
ऐसा लग रहा है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग चीनी बिजनेमैन जैक मा के पीछे हाथ धोकर पड़ गए हैं।कई तरह की पाबंदियां लगाने के बाद अब चीनी सरकार ने जैक मा की कंपनी अलीबाबा के खिलाफ एकाधिकार विरोधी नियमों के उल्लंघन के मामले में बड़ी कार्रवाई की है।चीन ने दिग्गज कंपनी अलीबाबा ग्रुप पर 2.78 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया है।इसे अलीबाबा के खिलााफ हुई अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है।अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी नियामकों का कहना है कि अलीबाबा ग्रुप ने न केवल एंटी-मोनोपोली नियमों का उल्लंघन किया है, बल्कि बाजार में अपनी साख का दुरुपयोग भी किया है।इसलिए कंपनी के खिलाफ 18 बिलियन युआन (2.75 अरब डॉलर) का जुर्माना लगाया गया है।जुर्माने की यह राशि 2019 में अलीबाबा द्वारा कमाए गए राजस्व के लगभग 4% के बराबर है।बता दें कि जैक मा ने पिछले साल सरकार की नीतियों की आलोचना की थी, तभी से वे चीनी सरकार के निशाने पर आ गए हैं।
500 कर्मियों की सुंदर पिचाई से मांग, उत्पीड़कों को संरक्षण देना बंद करें
एल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को खुला पत्र लिखकर 500 से अधिक कर्मियों ने मांग की है कि कंपनी उत्पीड़कों को संरक्षण देना बंद करें और वर्कर्स को काम करने के लिए एक शांतिपूर्ण माहौल प्रदान करें। एक इंजीनियर के तौर पर गूगल में पहले काम कर चुकीं एमी नेटफील्ड ने द न्यूयॉर्क टाइम्स में एक ओपिनियन पीस लिखा, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें उस शख्स के साथ एक के बाद एक मीटिंग करने के लिए मजबूर किया जाता था, जिसके द्वारा उन्हें परेशान किया जाता था। एमी लिखती हैं, "मुझे परेशान करने वाला आदमी अभी भी मेरे पास बैठता है। मेरे मैनेजर ने मुझे बताया कि एचआर द्वारा उसके डेस्क को बदला नहीं जाएगा। ऐसे में या तो घर से काम करो या छुट्टियों पर चली जाओ।" एमी के आवाज उठाने के बाद ही मामले ने तूल पकड़ा। शुक्रवार देर रात को मीडिया पर प्रकाशित हुए इस खुले पत्र में लिखा गया, "यह एक बड़ी बात है, जहां एल्फाबेट उत्पीड़कों द्वारा नुकसान पहुंचाए गए लोगों की सुरक्षा करने के बजाय उत्पीड़कों को संरक्षण देता है। उत्पीड़ित किए जाने के बारे में शिकायत करने वाले व्यक्ति को बोझ सहने के लिए मजबूर किया जाता है। आमतौर पर परेशान होने वाला व्यक्ति ऑफिस छोड़ देता है, लेकिन दोषी वहीं रह जाता है या उसे उसकी हरकतों के लिए पुरस्कृत किया जाता है।" इसमें आगे लिखा गया, "एल्फाबेट के 20,000 से अधिक कर्मियों द्वारा यौन उत्पीड़न के खिलाफ विरोध जताने और परेशान हुए व्यक्ति को सरंक्षण देने के बाद भी ऐल्फाबेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है और यह गूगल के नियमों का पालन करने में व्यर्थ रहा है।"
एप्पल आईफोन 13 लाइनअप में 120 हॉट्र्ज प्रोमोशन डिस्प्ले का कर सकता है उपयोग
अगली पीढ़ी का आईफोन 13 प्रो लाइनअप पहली बार कथित तौर पर 120 हॉट्र्ज प्रोमोशन डिस्प्ले के साथ पेश किया जाएगा। एप्पलइन्साइडर के अनुसार, आईफोन के लिए कम तापमान वाले पॉलीक्रिस्टलाइन ऑक्साइड (एलटीपीओ) डिस्प्ले दो साल तक आने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि डिवाइस पर पहली बार 120 हॉट्र्ड रिफ्रेश डिस्प्ले देते हुए, डिस्प्ले आखिरकार आईफोन पर आ जाएगी। उद्योग से जुड़े स्रोतों का हवाला देते हुए, आपूर्ति श्रृंखला मॉनिटर डिजीटाइम्स का दावा है कि सैमसंग और एलजी आईफोन-ओनली प्रोडक्शन लाइनों को एलटीपीओ तकनीक उत्पादन में परिवर्तित कर रहे हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह माइग्रेशन जल्द ही समाप्त हो जाएगा, जिससे दोनों को 2021 में उपयोग के लिए समय पर एप्पल को स्क्रीन उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)
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