अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: शेयर बाजारों में गिरावट जारी और चीनी का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले 50 लाख टन घटा

देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को गिरावट दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 161.31 अंकों की गिरावट के साथ 40,894.38 पर और निफ्टी 53.30 अंकों की गिरावट के साथ 11,992.50 पर बंद हुआ। देश में चीनी का उत्पादन चालू गन्ना पेराई सीजन में पिछले साल के मुकाबले अब तक करीब 50 लाख टन कम हुआ है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

शेयर बाजारों में गिरावट, सेंसेक्स 161 अंक नीचे

देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को गिरावट दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 161.31 अंकों की गिरावट के साथ 40,894.38 पर और निफ्टी 53.30 अंकों की गिरावट के साथ 11,992.50 पर बंद हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 13.23 अंकों की गिरावट के साथ 41,042.46 पर खुला और 161.31 अंकों या 0.39 फीसदी की गिरावट के साथ 40,894.38 पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार में सेंसेक्स ने 41,042.46 के ऊपरी स्तर और 40,610.95 के निचले स्तर को छुआ।

देश में रिकॉर्ड 29.19 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन का अनुमान

खाद्यान्नों के उत्पादन में भारत इस साल फिर एक नया रिकार्ड बनाने जा रहा है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी फसल वर्ष 2019-20 (जुलाई-जून) के दूसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार, देश में इस साल करीब 29.19 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन की उम्मीद है, जोकि पिछले साल के मुकाबले 67.4 लाख टन अधिक है। फसल वर्ष 2018-19 में खाद्यान्न का उत्पादन 28.52 करोड़ टन था। बीते पांच साल (2013-14 से लेकर 2018-19) के खाद्यान्नों के औसत उत्पादन से अगर तुलना करें तो इस साल देश में खाद्यान्न का उत्पादन 2.62 करोड़ टन अधिक है। दूसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार, धान का उत्पादन 2019-20 में रिकॉर्ड 11.74 करोड़ टन होने की उम्मीद है, जोकि पिछले साल से 96.7 लाख टन अधिक है। वहीं, गेहूं का उत्पादन इस साल रिकॉर्ड 10.62 करोड़ टन होने की उम्मीद है, जोकि पिछले साल से 26.1 लाख टन अधिक है। गेहूं का उत्पादन पिछले पांच साल के औसत 9.46 करोड़ टन से इस साल 1.16 करोड़ टन अधिक होने वाला है।


चीनी का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले 50 लाख टन घटा

देश में चीनी का उत्पादन चालू गन्ना पेराई सीजन में पिछले साल के मुकाबले अब तक करीब 50 लाख टन कम हुआ है। निजी चीनी मिलों के संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन यानी इस्मा ने मंलवार को बताया कि देश भर की चीनी मिलों ने चालू सीजन 2019-20 के आरंभिक साढ़े चार महीने में 169.85 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 49.81 लाख टन कम है। पिछले साल 15 फरवरी तक देश की चीनी मिलों ने कुल 219.66 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था।

दूध की खरीद में संगठित क्षेत्र की हिस्सेदारी बढ़ाने पर जोर

दूध प्रस्करण क्षमता बढ़ाकर अगले पांच साल में दोगुनी करने के लक्ष्य को लेकर चल रही केंद्र सरकार दूध की खरीद में संगठित क्षेत्र की हिस्सेदारी बढ़ाने पर जोर दे रही है। केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि किसान जितना दूध बेचते हैं, उसका सिर्फ 36 फीसदी ही संगठित क्षेत्र खरीदता है। इस संगठित क्षेत्र में सहकारी और निजी क्षेत्र दोनों शामिल हैं। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बाकी 64 फीसदी को संगठित क्षेत्र के दायरे में लाने की जरूरत है। सरकार इसके लिए कोशिश कर रही है।


छह दिन बाद फिर घटा पेट्रोल का दाम, डीजल में भी राहत

पेट्रोल के दाम में छह दिन की स्थिरता के बाद मंगलवार को फिर गिरावट आई। वहीं, डीजल की कीमत भी एक दिन के विराम के बाद फिर घट गई है। तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में फिर दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई में पांच पैसे जबकि मुंबई में चार पैसे प्रति लीटर की कटौती की है। वहीं, चारों महानगरों में डीजल फिर पांच पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते चीन में कच्चे तेल की खपत पर असर पड़ने से अंतर्राष्ट्रीय बाजार तेल के दाम पर फिर दबाव देखा जा रहा है। कच्चे तेल का दाम घटने से भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम में आने वाले दिनों में उपभोक्तओं को और राहत मिल सकती है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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