अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: GDP ग्रोथ 30 साल में सबसे कम रहने का अनुमान, ब्लैकआउट से पावरग्रिड को खतरा?
भारतीय इकोनॉमी के लिए कोरोना वायरस एक बड़ा संकट बन रहा है। पहले से ही सुस्त रफ्तार से चल रही इकोनॉमी का ग्रोथ रेट 30 साल के निचले स्तर पर जा सकता है। घरों की बिजली बंद करने के अचानक बिजली खपत में गिरावट आने पर पावरग्रिड को किसी भी तरह के खतरे का सामना न करना पड़े। इसके लिए तैयार रहने को कहा गया है।
इकोनॉमी पर कोरोना का कहर! 30 साल में सबसे कम GDP ग्रोथ का अनुमान
भारतीय इकोनॉमी के लिए कोरोना वायरस एक बड़ा संकट बन रहा है। पहले से ही सुस्त रफ्तार से चल रही इकोनॉमी का ग्रोथ रेट 30 साल के निचले स्तर पर जा सकता है। रेटिंग एजेंसी फिच ने ये अनुमान लगाया है। फिच ने शुक्रवार को भारत की ग्रोथ रेट अनुमानों को घटाकर दो फीसदी कर दिया है। यह 30 साल का न्यूनतम स्तर होगा।
मुंबई : सीएनजी, पीएनजी की कीमतों में कटौती
महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल) ने मुंबई क्षेत्र में कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) और घरेलू पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) की कीमतों में चार-पांच अप्रैल की आधी रात से कटौती करने का फैसला किया है। यह जानकारी शनिवार को एक अधिकारी ने दी। सीएनजी की कीमत में दो रुपये प्रति किलोग्राम और पीएनजी की कीमत में एक रुपये प्रति किलोग्राम की कमी होगी। सरकार द्वारा प्राकृतिक गैसों के घरेलू उत्पादन में दी गई छूट के कारण आम लोगों को गैस के दामों में कमी का फायदा होगा।
नई दरों के लागू होने के साथ सीएनजी की कीमतें 47.95 रुपये प्रति किलोग्राम और स्लैब-1 में 29.60 रुपये प्रति किलोग्राम मिलेगी। वहीं पीएनजी के लिए कीमत स्लैब-2 में 35.20 रुपये प्रति किलोग्राम होगी।
आवश्यक सामानों से लदे ट्रकों की आवाजाही पर रोक नहीं : सरकार
केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय ने साफ किया है कि देश में कहीं भी आवश्यक वस्तुओं से लदे वाहनों की आवाजाही पर कोई रोक नहीं है। कोई भी ट्रक या वाहन आवश्यक सामानों को लेकर दिल्ली में या दिल्ली से बाहर आ सकता है, बशर्ते ट्रक चालक के पास आवश्यक समानों का इनवॉइस हो। इसके लिए पहले से ही गृह मंत्रालय के द्वारा दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। केंद्रीय परिवहन मंत्रालय से जुड़े एक अधिकारी ने बताया, "इस सदर्भ में गृह मंत्रालय में एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जो जरूरी चीजों की आवाजाही पर ध्यान रखे हुए है। जरूरी सामानों से लदे ट्रक दिल्ली में या देश के अन्य भागों में जरूरी सामानों की आपूर्ति बेरोकटोक कर रहे हैं। इस सन्दर्भ में सूचना पहले ही केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा राज्य सरकारों को दे दी गई है। राज्य सरकारों को यह अधिकार भी है कि जरूरी सामान कौन कौन से हैं।"
मोदी के 5 अप्रैल के 'ब्लैकआउट' के आह्वान को लेकर पावरग्रिड हाईअलर्ट पर
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इस रविवार की रात 9 बजे अपने घरों की बिजली बंद करने के आान के मद्देनजर देशभर के लोड डिस्पैच सेंटरों को उच्चस्तरीय तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि अचानक बिजली खपत में गिरावट आने पर पावरग्रिड को किसी भी तरह के खतरे का सामना न करना पड़े। स्वतंत्र बिजली उत्पादकों, केंद्रीय और राज्य बिजली ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन यूटीलिटीज को लिखे गए पत्रों में ब्लैकआउट के समय से पहले और बाद में ग्रिड के सुचारु और सुरक्षित संचालन सुनिश्चित करने के लिए सतर्कता के उच्च स्तर का ध्यान रखने को कहा गया है। वहीं इन यूटीलिटीज को रिले, कैपेसिटर और रिएक्टरों को सेवा के लिए तैयार रखने के लिए कहा गया है, ताकि अगर कोई घटना होती भी है तो उसे जल्द से जल्द संभाला जा सके।
आईएमएफ ने 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट से बदतर मंदी को लेकर चेताया
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने साल 2008 में आए वैश्विक वित्तीय संकट से बदतर मंदी को लेकर चेतावनी दी है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ शुक्रवार को एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में जॉर्जीवा के बयान के हवाले से कहा, "अब हम मंदी में हैं, यह वैश्विक वित्तीय संकट से भी बदतर है।"
आईएमएफ की मैनेजिंग डायरेक्टर ने स्वास्थ्य और आर्थिक जैसे 'दोहरे संकट' पर बात करते हुए कहा कि कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के चलते ऐसा आईएमएफ के इतिहास में अभूतपूर्व है।
जॉर्जीवा ने जोर देकर कहा कि दुनियाभर में कोविड-19 से लड़ाई के बीच जीवन बचाने और आजीविका की रक्षा पर साथ में काम किए जाने की आवश्यकता है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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