अर्थ जगत: शेयर बाजार नए रिकॉर्ड हाई पर और डिज़्नी के सीईओ बॉब आइगर पर भड़के एलन मस्क
निफ्टी में लगातार छठे हफ्ते 3.46 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई, जो जुलाई 2022 के बाद सबसे बड़ी बढ़त है। विज्ञापन वापस लेने से नाराज एलन मस्क ने कहा है कि डिज्नी के सीईओ बॉब आइगर को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए।
निफ्टी में 3 साल में सबसे लंबी साप्ताहिक बढ़त
निफ्टी में लगातार छठे हफ्ते 3.46 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई, जो जुलाई 2022 के बाद सबसे बड़ी बढ़त है। इस प्रक्रिया में, निफ्टी ने तीन साल में सबसे लंबी साप्ताहिक बढ़त हासिल की। एचडीएफसी सिक्योरिटीज में रिटेल रिसर्च प्रमुख दीपक जसानी ने ये बात कही है।
शुरुआती नुकसान से उबरने के बाद शुक्रवार को निफ्टी 21,000 से ऊपर पहुंच गया। अंत में निफ्टी 0.33 फीसदी या 68.3 अंक ऊपर उठ कर 20,969.4 पर था। जसानी ने कहा, एनएसई पर नकद बाजार की मात्रा 1 लाख करोड़ रुपये से ऊपर बनी रही, जबकि व्यापक बाजार सूचकांक लाल निशान में समाप्त हुए।
उन्होंने कहा कि नवंबर में इक्विटी म्यूचुअल फंड प्रवाह में गिरावट आई। छोटे, मध्यम, बड़े और मल्टी-कैप फंडों में निवेश में गिरावट आई। प्रबंधित इक्विटी योजनाओं में शुद्ध निवेश पिछले महीने की तुलना में 22.15 प्रतिशत घटकर 15,536.4 करोड़ रुपये हो गया। म्यूचुअल फंड उद्योग में एसआईपी का योगदान नवंबर में 17,703 करोड़ रुपये रहा, जबकि अक्टूबर में यह 16,928 करोड़ रुपये था।
एलन मस्क ने कहा, डिज़्नी के सीईओ बॉब आइगर को तुरंत हटाएं
विज्ञापन वापस लेने से नाराज एलन मस्क ने कहा है कि डिज्नी के सीईओ बॉब आइगर को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए। दरअसल, मनोरंजन की दिग्गज कंपनी ने एक्स से विज्ञापन वापस ले लिया क्योंकि एलन मस्क ने अपने मंच पर कथित यहूदी विरोधी साजिश का समर्थन किया था।
एलन मस्क ने अपनी लेटेस्ट पोस्ट में कहा, ''बॉब आइगर को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए।जब एक फॉलोअर ने उनसे पूछा कि एक्स को डिज्नी के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए एक फिल्म स्टूडियो शुरू करना चाहिए तो मस्क ने जवाब दिया, "शायद हमें ऐसा करना चाहिए।"
डिज़्नी ने एलन मस्क को तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। पिछले महीने द न्यूयॉर्क टाइम्स डीलबुक समिट में मस्क ने डिज़्नी के सीईओ के खिलाफ आइगर के बयान पर निशाना साधा था।
एप्पल भारत में प्रति वर्ष 50 मिलियन से अधिक आईफोन का निर्माण करने को तैयार : रिपोर्ट
एप्पल का लक्ष्य भारत में प्रति वर्ष 50 मिलियन से अधिक आईफोन निर्माण करने का है। उसका फोकस कुछ प्रोडक्शन चीन से बाहर शिफ्ट करना है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में घटनाक्रम से जुड़े लोगों का हवाला देते हुए कहा गया है कि टेक दिग्गज का लक्ष्य अगले दो से तीन वर्षों के भीतर लक्ष्य हासिल करना है, जिसके बाद अतिरिक्त दसियों लाख इकाइयों की योजना बनाई जाएगी।
अगर एप्पल इस लक्ष्य को हासिल कर लेता है तो विश्व में आईफोन उत्पादन (प्रोडक्शन) में भारत की हिस्सेदारी एक चौथाई हो जाएगी। शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन अभी भी सबसे बड़ा आईफोन निर्माता बना रहेगा।
एप्पल को एक कठिन लड़ाई का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि वह अपना प्रोडक्शन चीन से बाहर शिफ्ट करने की योजना बना रहा है। इसका मुख्य आपूर्तिकर्ता फॉक्सकॉन भारत में और अधिक कारखाने बनाने की योजना बना रहा है, क्योंकि टाटा समूह अब भारत के सबसे बड़े आईफोन असेंबली प्लांटों में से एक का निर्माण करने के लिए तैयार है।
दिसंबर में 10 मिलियन से ज्यादा लोगों ने एक्स पर साइन अप किया : सीईओ लिंडा याकारिनो
एलन मस्क द्वारा संचालित एक्स की सीईओ लिंडा याकारिनो ने कहा है कि दिसंबर में अब तक 10 मिलियन यानि 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने एक्स के लिए साइन अप किया है। उन्होंने गुरुवार को पोस्ट किया, ''इस दिसंबर में अब तक 10 मिलियन से ज्यादा लोगों ने एक्स के लिए साइन अप किया है!"
यह उन रिपोर्ट के बाद आया है जिसमें अनुमान लगाया गया था कि एक्स को साल के अंत तक विज्ञापन राजस्व में 75 मिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता है। पिछले महीने टेक अरबपति द्वारा यहूदी-विरोधी साजिश सिद्धांत का समर्थन करने के बाद दर्जनों प्रमुख ब्रांडों ने अपने मार्केटिंग कैंपेन बंद कर दिए थे।''
इस हफ्ते न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा देखे गए आंतरिक दस्तावेजों के अनुसार, एयरबीएनबी, अमेजन, कोका-कोला, माइक्रोसॉफ्ट और अन्य कंपनियों की 200 से ज्यादा ऐड यूनिट्स ने एक्स पर अपने विज्ञापन रोक दिए हैं या रोकने पर विचार कर रहे हैं।
आरबीआई ऋण उत्पादों के वेब-एग्रीगेटर्स के लिए नियामक ढांचा लाएगा
केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) जल्द ही ऋण उत्पादों के वेब-एग्रीगेशन के लिए नियामक ढांचा तैयार करेगा क्योंकि ग्राहकों को अब नुकसान हो रहा है।
दास ने कहा, "उपभोक्ताओं के हितों को नुकसान पहुंचाने वाले ऋण उत्पादों के ऐसे वेब-एग्रीगेशन से संबंधित कई चिंताएं हमारे ध्यान में आई हैं।"
दास ने कहा, “इसलिए, ऋण उत्पादों के वेब-एग्रीगेशन के लिए एक नियामक ढांचा तैयार करने का निर्णय लिया गया है। इससे डिजिटल ऋण देने में ग्राहक को केंद्र में रखा जा सकेगा और पारदर्शिता बढ़ने की उम्मीद है।”
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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