अर्थ जगत: टाइम की 'वर्ल्ड बेस्ट कंपनीज 2023' की लिस्ट इंफोसिस एकमात्र भारतीय कंपनी और निफ्टी नई ऊंचाई पर पहुंचा
आईटी की दिग्गज कंपनी इंफोसिस टाइम मैगजीन की 'वर्ल्ड बेस्ट कंपनीज 2023' की सूची में टॉप-100 में शामिल होने वाली एकमात्र भारतीय कंपनी है। निफ्टी ने शुक्रवार को नई ऊंचाई हासिल की।
टाइम की 'वर्ल्ड बेस्ट कंपनीज 2023' की लिस्ट में इंफोसिस शामिल, टॉप-100 में एकमात्र भारतीय कंपनी
आईटी की दिग्गज कंपनी इंफोसिस टाइम मैगजीन की 'वर्ल्ड बेस्ट कंपनीज 2023' की सूची में टॉप-100 में शामिल होने वाली एकमात्र भारतीय कंपनी है। बेंगलुरु बेस्ड इंफोसिस कंपनी को टॉप 100 की सूची में 64वां स्थान दिया गया है।
इंफोसिस ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट शेयर कर लिखा, ''इंफोसिस को टाइम वर्ल्ड की सर्वश्रेष्ठ कंपनियों 2023 की सूची में शामिल किया गया है। हम टॉप-3 ग्लोबल प्रोफेशनल सर्विसेस फर्म में से एक हैं और टॉप-100 ग्लोबल रैंकिंग में भारत से एकमात्र ब्रांड हैं।''
टाइम और स्टेटिस्टा द्वारा तैयार की गई 'वर्ल्ड बेस्ट कंपनीज 2023' की लिस्ट में टॉप 4 कंपनियों में माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल, अल्फाबेट ( गूगल की पैतृक कंपनी है) और मेटा प्लेटफॉर्म्स जैसी तकनीकी कंपनियां शामिल हैं।
सूची में अन्य टॉप कंपनियां एक्सेंचर, फाइजर, अमेरिकन एक्सप्रेस, बीएमडब्ल्यू ग्रुप, डेल टेक्नोलॉजीज, लुइस वुइटन, डेल्टा एयरलाइंस, स्टारबक्स, फॉक्सवैगन ग्रुप, जनरल मोटर्स, फोर्ड और अन्य हैं।
भारतीय तकनीकी उपभोक्ता सामान बाजार में 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज, तेजी से बिक रहे प्रीमियम फोन
भारतीय तकनीकी उपभोक्ता सामान (टीसीजी) बाजार में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में इस साल की पहली छमाही में मूल्य में 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। जर्मन मार्केट रिसर्च कंपनी जीएफके की रिपोर्ट में कहा गया है कि टेलीकॉम (स्मार्टफोन / मोबाइल) सेगमेंट में वॉल्यूम में मामूली 4 फीसदी की कमी आई है, लेकिन कुल मूल्य में 12 फीसदी की बढ़ोतरी से इसकी भरपाई हो गई।
2022 की समान अवधि की तुलना में 2023 की पहली छमाही के दौरान कई क्षेत्रों में मात्रा और मूल्य में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई। जीएफके, टीसीजी-इंडिया के बाजार विशेषज्ञ सौम्या चटर्जी ने कहा, ''यह पर्याप्त वृद्धि बदलती गतिशीलता के सामने भारतीय उपभोक्ता बाजार के लचीलेपन और अनुकूलन क्षमता को उजागर करती है।
ऑटो, आईटी शेयरों में तेजी से निफ्टी पहुंचा नई ऊंचाई पर
शुक्रवार को ज्यादातर सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में थे, जिसमें निफ्टी ऑटो, निफ्टी आईटी क्रमश: 1.58 प्रतिशत और 0.53 प्रतिशत की बढ़त के साथ आगे रहे। बोनांजा पोर्टफोलियो के शोध विश्लेषक वैभव विदवानी ने ये बात कही है। निफ्टी ने शुक्रवार को नई ऊंचाई हासिल की और लगातार तीसरे सत्र में 89.3 अंकों की बढ़त के साथ 20,192 पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 320 अंक चढ़कर 67,838 पर बंद हुआ।
विदवानी ने कहा कि एफटीएसई द्वारा शुक्रवार के अर्ध-वार्षिक रिबैलेंसिंग से बड़ी मात्रा में कारोबार हुआ। एचडीएफसी बैंक और कई अन्य कंपनियों के 26.10 मिलियन शेयर जोड़े गए।
बजाज ऑटो, भारती एयरटेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हीरो मोटोकॉर्प, ग्रासिम टॉप गेनर्स में थे, जबकि सभी निफ्टी50 स्टॉक शुक्रवार को हरे रंग में थे।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, उम्मीद से बेहतर चीन और अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों के साथ-साथ यूरोपीय सेंट्रल बैंक की ब्याज दरों में कमी आने के संकेत से घरेलू इक्विटी ने अपने वैश्विक साथियों के बाद अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा।
इक्विटी निवेश की अटकलों के बीच वोडाफोन आइडिया 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर पर
नए निवेशक द्वारा कंपनी में इक्विटी निवेश की अटकलों के बीच वोडाफोन आइडिया शुक्रवार का शेयर कारोबार में 52 सप्ताह के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। बीएसई पर कारोबार के अंत में वोडाफोन आइडिया 7.61 प्रतिशत बढ़कर 11.73 रुपये पर था। बीएसई और एनएसई पर 703 मिलियन शेयरों के साथ भारी मात्रा में शेयरों का कारोबार हुआ।
ट्रेंडलाइन डेटा के अनुसार, वोडाफोन आइडिया के शेयर में पिछले महीने से 35.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जो दूरसंचार सेवा उद्योग से 26.3 प्रतिशत बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। कंपनी के इक्विटी निवेश को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर एक नए निवेशक के आने की अटकलें लगाई जाती रही हैं।
चीन की अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत
चीन में आर्थिक गतिविधियों में अगस्त में सुधार होता दिख रहा है। शुक्रवार को जारी आंकड़ों से पता चलता है कि विकास में गिरावट अब स्थिर हो सकती है। एक मीडिया रिपोर्ट में ये बात कही गई है। हालांकि सीएनएन की रिपोर्ट में कहा गया है कि रियल एस्टेट पर बुरी खबरों ने कई चुनौतियों को उजागर किया है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीएस) के अनुसार, औद्योगिक उत्पादन - जो विनिर्माण और खनन जैसे क्षेत्रों के उत्पादन को मापता है - अगस्त में एक साल पहले की तुलना में 4.5 प्रतिशत बढ़ गया। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, खुदरा बिक्री, जो खपत को मापती है, एक साल पहले की तुलना में 4.6 प्रतिशत बढ़ी है, जबकि जुलाई में इसमें 2.5 प्रतिशत की मामूली वृद्धि दर्ज की गई थी। हालांकि इस बात के सबूत हैं कि रियल एस्टेट में दो साल का संकट अभी भी बरकरार है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia