अर्थव्यवस्था की हालत खराब : देश के औद्योगिक विकास को तगड़ा झटका

देश के औद्योगिक विकास को तगड़ा झटका लगा है और उसकी तरक्की की रफ्तार पिछले साल के मुकाबले आधे से भी कम रह गई है। मैन्यूफैक्चरिंग से लेकर खनन और बिजली क्षेत्र, सबमें गिरावट दर्ज की गई है।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

देश के औद्योगिक विकास को तगड़ा झटका लगा है और उसकी तरक्की की रफ्तार पिछले साल के मुकाबले आधे से भी कम रह गई है। शुक्रवार को जारी औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में इस क्षेत्र के विकास की दर यानी आईआईपी महज 3.8 फीसदी रही है, जो कि अगस्त के 4.3 फीसदी के मुकाबले आधा फीसदी कम है। लेकिन साल दर साल आधार पर अप्रैल-सितंबर छमाही में ये पिछले साल के 5.8 फीसदी से घटकर महज 2.5 फीसदी रह गई है।

इतना ही नहीं आईआईपी में कुल 77.63 फीसदी हिस्सेदारी वाले मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ भी सितंबर में महज 3.4 फीसदी रह गई, जो कि पिछले साल 5.8 फीसदी थी। इससे भी ज्यादा ध्यना देने वाली बात यह है कि इस सेक्टर की ग्रोथ पिछले साल के अप्रैल-सितंबर छमाही के मुकाबले इस साल महज 1.9 फीसदी ही रह गई है।

इसी तरह सितंबर में माइनिंग सेक्टिर यानी खनन क्षेत्र की ग्रोथ कमजोर रही है। महीने दर महीने आधार पर सितंबर में खनन क्षेत्र की विकास दर 9.4 फीसदी से घटकर 7.9 फीसदी रही है। बिजली क्षेत्र की विकास दर में भी गिरावट देखी गई है। है। महीने दर महीने आधार पर सितंबर में बिजली क्षेत्र की वृद्धि दर 8.3 फीसदी से घटकर 3.4 फीसदी रही है।

इसी तरह महीने दर महीने आधार पर सितंबर में उपभोक्ता सामान की यानी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स की विकास दर 1.6 फीसदी से घटकर -4.8 फीसदी हो गई है।

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