आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार को एक और झटका, वर्ल्ड बैंक ने भारत के जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को घटाया
विश्व बैंक ने कहा कि भारत से तेज आर्थिक बढ़त दर बांग्लादेश की होगी। रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश में इस वित्त वर्ष में जीडीपी में 7 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हो सकती है। पाकिस्तान की जीडीपी में इस वित्त वर्ष में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी।
केंद्र की मोदी सरकार को आर्थिक मोर्चे पर एक और झटका लगा है। अब विश्व बैंक ने भारत के जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को घटा दिया है। वर्ल्ड बैंक के अनुसार, वित्त वर्ष 2019-2020 में भारत की जीडीपी में बढ़त दर सिर्फ 5 प्रतिशत तक रह सकती है। इसके बाद अगले वित्त वर्ष में भी भारत के जीडीपी में सिर्फ 5.8 प्रतिशत बढ़त का अनुमान है। विश्व बैंक के ग्लोबल इकोनॉमिक प्रोस्पेक्ट्स रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों का कर्ज वितरण कमजोर बना हुआ है।
विश्व बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत से तेज आर्थिक बढ़त दर बांग्लादेश की होगी। रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश में इस वित्त वर्ष में जीडीपी में 7 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं, पाकिस्तान की जीडीपी में इस वित्त वर्ष में सिर्फ 3 प्रतिशत की बढ़त हो सकती है।
इससे पहले केंद्र मोदी सरकार ने भी कुछ इसी तरह के अनुमान लगाए थे। मंगलवार को केंद्र सरकार की ओर से जीडीपी के पूर्वानुमान के आंकड़े पेश किए गए थे। आकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2019-20 में जीडीपी ग्रोथ सिर्फ 5 प्रतिशत रह सकती है। इससे पहले 2018-19 में वास्तविक ग्रोथ 6.8 प्रतिशथ रही थी। वित्त वर्ष 2017-18 में जीडीपी ग्रोथ 7.2 प्रतिशत थी।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “अर्थव्यवस्था पर बीजेपी सरकार को सबसे ज्यादा ध्यान देना चाहिए था लेकिन अब अर्थव्यवस्था सुधारने का मामला ठंडे बस्ते में बंद है। जीडीपी वृद्धि के अनुमान बताते हैं हालात ठीक नहीं हैं। इसका सबसे ज्यादा असर व्यापार, गरीबों, दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूरों।”
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Published: 09 Jan 2020, 10:33 AM