अर्थजगतः ऑल टाइम हाई छूने के बाद बढ़त में बंद हुआ शेयर बाजार और 22 जून को होगी GST परिषद की बैठक

अडाणी समूह की कंपनी अंबुजा सीमेंट्स ने गुरुवार को 10,422 करोड़ रुपये के उपक्रम मूल्य पर पेन्ना सीमेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड का अधिग्रहण करने की घोषणा की। पिछले दो साल में भारत के शीर्ष 7 शहरों में प्रॉपर्टी की कीमत में 13 प्रतिशत की सीएजीआर से इजाफा हुआ है।

ऑल टाइम हाई छूने के बाद बढ़त में बंद हुआ शेयर बाजार और 22 जून को होगी GST परिषद की बैठक
ऑल टाइम हाई छूने के बाद बढ़त में बंद हुआ शेयर बाजार और 22 जून को होगी GST परिषद की बैठक
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नवजीवन डेस्क

ऑल टाइम हाई छूने के बाद बढ़त में बंद हुआ शेयर बाजार

भारतीय शेयर बाजार के लिए गुरुवार का कारोबारी सत्र मुनाफे वाला रहा। बाजार के ज्यादातर सूचकांक हरे निशान में बंद हुए हैं। सेंसेक्स 204 अंक या 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 76,810 अंक और निफ्टी 75 अंक या 0.33 प्रतिशत बढ़कर 23,398 पर बंद हुआ है। सुबह कारोबार की शुरुआत में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के मुख्य बेंचमार्क ने 23,481 अंक का नया ऑल-टाइम हाई बनाया। लेकिन, कारोबार के दौरान निफ्टी उच्च स्तर पर टिकने में कामयाब नहीं रहा।

पिछले एक वर्ष से भारतीय शेयर बाजार में तेजी का ट्रेंड बना हुआ है। इसका असर निफ्टी पर देखने को मिला है। निफ्टी ने बीते एक महीने में 5.88 प्रतिशत, छह महीने में 11.84 प्रतिशत, इस वर्ष की शुरुआत से अब तक 7.65 प्रतिशत और पिछले एक साल में करीब 25 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। निफ्टी में तेजी के पीछे की वजह भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती, देश में स्थिर सरकार और कॉरपोरेट की आय में बढ़ोतरी होना है। छोटे और मझोले शेयरों में भी तेजी का ट्रेंड बना हुआ है। कारोबारी दिन में निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 426 अंक या 0.79 प्रतिशत बढ़कर 54,652 अंक और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 119 अंक या 0.67 प्रतिशत बढ़कर 17,908 अंक पर बंद हुआ।

इंडिया विक्स में गुरुवार को 6.32 प्रतिशत की गिरावट हुई है और यह 13.48 पर था। सेक्टर के हिसाब से देखें तो ऑटो, आईटी, फार्मा, रियल्टी, इन्फ्रा और पीएसई बढ़कर बंद हुए हैं। एफएमसीजी, मीडिया और निजी बैंक के इंडेक्स दबाव के साथ बंद हुए हैं। सेंसेक्स पैक में 30 में से 21 शेयर हरे निशान में बंद हुए हैं। एमएंडएम, टाइटन, एलएंडटी, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, टीसीएस, अल्ट्राटेक सीमेंट और विप्रो टॉप गेनर्स थे। एचयूएल, आईसीआईसीआई बैंक, पावर ग्रिड और एक्सिस बैंक टॉप लूजर्स थे। बाजार के जानकारों का कहना है कि अमेरिका और भारत में महंगाई कम होने से बाजार को सहारा मिला है। हालांकि, उम्मीद की जा रही थी कि फेड 2024 में कम से कम दो बार ब्याज दर में कमी करेगा, लेकिन अमेरिका के केंद्रीय बैंक द्वारा स्पष्ट किया जा चुका है कि 2024 में ब्याज दर में एक ही बार कटौती होने की संभावना है। इस वजह से बाजारों में मिला-जुला कारोबार हुआ है।

सीतारमण की अध्यक्षता में 22 जून को होगी GST परिषद की बैठक

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद की बैठक 22 जून को होगी। इस बैठक में उत्पादों और सेवाओं पर लगने वाले गुड्स एंव सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) की समीक्षा की जाती है। नई सरकार बनने के बाद जुलाई में पूर्ण बजट पेश किया जाएगा। इस कारण से जीएसटी परिषद की बैठक को अहम माना जा रहा है। जीएसटी परिषद सचिवालय की ओर से एक्स पर किए गए एक पोस्ट में लिखा गया कि जीएसटी परिषद की 53वीं बैठक 22 जून को नई दिल्ली में होनी है।

सूत्रों के हवाले से बताया गया कि जीएसटी परिषद (जिसमें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वित्त मंत्री शामिल होते हैं) कुछ उत्पादों पर इनवर्टेड टैक्स स्ट्रक्चर पर विचार कर सकती है, जहां इनपुट पर फाइनल प्रोडक्ट के मुकाबले अधिक जीएसटी लगता है। महंगाई को ध्यान में रखते हुए परिषद कुछ टैक्स में बदलाव पर विचार कर सकती है। इससे पहले जीएसटी परिषद की बैठक अक्टूबर में हुई थी। इस बैठक में परिषद की ओर से पैकेट बंद मिलेट्स का आटे (70 प्रतिशत मिलेट्स कंटेंट हो) पर जीएसटी को 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया था। अगर मिलेट्स का आटा खुला बेचा जाता है तो इस पर जीएसटी शून्य है। देश में जीएसटी संग्रह तेजी से बढ़ रहा है। मई 2024 में 1.73 लाख करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह हुआ था, जो कि सालाना आधार पर 10 प्रतिशत अधिक है।


BSE की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा

बीएसई सेंसेक्स बृहस्पतिवार को सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया। इससे बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का सामूहिक बाजार पूंजीकरण (एमकैप) भी 431.67 लाख करोड़ रुपये के नए रिकॉर्ड पर पहुंच गया। लगातार दूसरे दिन बढ़त के साथ 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 538.89 अंक या 0.70 अंक चढ़कर 77,145.46 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया। बाद में यह 204.33 अंक या 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 76,810.90 अंक के नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ।

इससे बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 4,31,67,541.81 करोड़ रुपये (5.17 लाख करोड़ डॉलर) के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया। दो दिनों में निवेशकों की संपत्ति में 4.72 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाइटन, लार्सन एंड टुब्रो, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, विप्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, बजाज फाइनेंस और नेस्ले के शेयर चढ़ गए।

देश के टॉप 7 शहरों में बेतहाशा बढ़ी प्रॉपर्टी की कीमतें

देश में प्रॉपर्टी की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। पिछले दो साल में भारत के शीर्ष 7 शहरों में प्रॉपर्टी की कीमत में 13 प्रतिशत की सीएजीआर (कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट) से इजाफा हुआ है। एक रिपोर्ट में गुरुवार को ये दावा किया गया। रियल एस्टेट कंसल्टेंट फर्म एनारॉक की रिपोर्ट में बताया गया कि पिछले दो वर्षों में 8.25 लाख नए घर लॉन्च हुए हैं। वहीं, इस दौरान 8.72 लाख घरों की बिक्री हुई है। कंसल्टेंट फर्म का कहना है कि महंगाई के दौर में अपनी वेल्थ को बनाने और बढ़ाने के लिए रियल एस्टेट एक अच्छे हेज के रूप में उभरा है। जनसंख्या बढ़ने के साथ शहरीकरण भी तेजी से बढ़ रहा है। इस कारण आने वाले समय में भी प्रॉपर्टी की कीमतों में बढ़त जारी रह सकती है।

एनारॉक कैपिटल के प्रबंधक निदेशक और सीईओ शोभित अग्रवाल ने कहा कि 2019 के आम चुनावों के बाद देश के टॉप 7 शहरों में घरों के दाम 6 प्रतिशत के सीएजीआर से बढ़े हैं। जून 2019 में औसत एक स्क्वायर फीट का दाम 5,600 रुपये था, जो वित्त वर्ष 2024 के अंत में बढ़कर 7,550 रुपये प्रति स्क्वायर फीट हो गया है। अग्रवाल ने आगे कहा कि रियल एस्टेट को कोई निवेशक अपने पोर्टफोलियो में रखकर अपनी रिस्क को कम कर सकता है। रियल एस्टेट पर स्टॉक और बॉन्ड की तरह महंगाई का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है। इसकी अपनी एक वैल्यू होती है, जो कि हमेशा बनी रहती है। रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि 2013 के बाद से ही प्रॉपर्टी के दाम बढ़ रहे हैं। पिछले दो वर्षों में 13 प्रतिशत के सीएजीआर से बढ़े हैं। वहीं, वित्त वर्ष 2023-24 में महंगाई 1.3 प्रतिशत गिरकर 5.4 प्रतिशत रह गई है। यह दिखाता है कि रियल एस्टेट महंगाई को आउटपरफॉर्म कर रहा है।


अंबुजा सीमेंट्स ने पेन्ना सीमेंट का अधिग्रहण किया

अडाणी समूह की कंपनी अंबुजा सीमेंट्स ने बृहस्पतिवार को 10,422 करोड़ रुपये के उपक्रम मूल्य पर पेन्ना सीमेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड (पीसीआईएल) का अधिग्रहण करने की घोषणा की।कंपनी ने बयान में कहा कि इस अधिग्रहण के लिए दोनों कंपनियों ने एक पक्के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत अंबुजा सीमेंट्स पीसीआईएल के मौजूदा प्रवर्तक समूह पी प्रताप रेड्डी एवं परिवार से कंपनी के 100 प्रतिशत शेयर खरीदेगी। हैदराबाद स्थित पेन्ना सीमेंट के अधिग्रहण से अडाणी समूह की सीमेंट उत्पादन क्षमता में 1.4 करोड़ टन सालाना की बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही अडाणी समूह की कुल सीमेंट उत्पादन क्षमता 8.9 करोड़ टन प्रति वर्ष हो जाएगी।

पेन्ना सीमेंट के पास आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और राजस्थान (निर्माणाधीन) में 1.4 करोड़ टन प्रति वर्ष की उत्पादन क्षमता है। इसके साथ उसके जोधपुर संयंत्र में अधिशेष क्लिंकर होने से अतिरिक्त 30 लाख टन सालाना की सीमेंट ग्राइंडिंग क्षमता पैदा होगी। इस अधिग्रहण से अडाणी समूह के समुद्री परिवहन लॉजिस्टिक्स को भी मजबूती मिलेगी। इसके तहत प्रायद्वीपीय भारत में सेवा देने के लिए कोलकाता, गोपालपुर, कराईकल, कोच्चि और कोलंबो में पांच बल्क सीमेंट टर्मिनल खोले जाएंगे। बयान के मुताबिक, इस अधिग्रहण से सीमेंट बाजार में अडाणी समूह की अखिल भारतीय हिस्सेदारी दो प्रतिशत और दक्षिण भारत में आठ प्रतिशत बढ़ जाएगी।

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