अर्थजगतः शेयर बाजार में तूफानी तेजी, निफ्टी ऑल-टाइम हाई पर बंद और ओपनएआई ने AI-संचालित सर्चजीपीटी लॉन्च किया

देश का विदेशी मुद्रा भंडार चार अरब डॉलर बढ़कर पहली बार 670 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है। स्वर्ण आभूषण उद्योग ‘एक राष्ट्र, एक दर’ नीति की वकालत कर रहा है, जिसकी शुरुआत अगस्त से पूर्वी भारत के लिए समान दर लागू करने के साथ की जाएगी।

शेयर बाजार में तूफानी तेजी, निफ्टी ऑल-टाइम हाई पर बंद
शेयर बाजार में तूफानी तेजी, निफ्टी ऑल-टाइम हाई पर बंद
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नवजीवन डेस्क

शेयर बाजार में तूफानी तेजी, निफ्टी ऑल-टाइम हाई पर बंद

भारतीय शेयर बाजार के लिए शुक्रवार का कारोबारी सत्र काफी मुनाफे वाला रहा। बाजार में चौतरफा खरीदारी देखी गई। दिन के दारौन नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के सूचकांक निफ्टी ने 24,861 का नया ऑल टाइम हाई बनाया। कारोबारी सत्र में सेंसेक्स का 80,013 से लेकर 81,427 और निफ्टी का 24,410 से लेकर 24,861 का रेंज था। सेंसेक्स 1,292 अंक या 1.62 प्रतिशत की तेजी के साथ 81,332 और निफ्टी 428 अंक या 1.76 प्रतिशत की तेजी के साथ 24,834 पर बंद हुआ। छोटे और मझोले शेयरों में भी जोरदार तेजी देखी गई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1,026 अंक या 1.81 प्रतिशत की बढ़त के साथ 57,786 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 180 अंक या 0.97 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,854 अंक पर बंद हुआ।

ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, फिन सर्विस, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल, रियल्टी और एनर्जी इंडेक्स के साथ करीब सभी इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए हैं। सेंसेक्स के 30 में से 29 शेयर हरे निशान में बंद हुए हैं। भारती एयरटेल, विप्रो, टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, इंफोसिस, सन फार्मा, एचसीएल टेक और एमएंडएम टॉप गेनर्स थे। केवल नेस्ले इंडिया का शेयर ही लाल निशान में बंद हुआ है। एलकेपी सिक्योरिटीज में वरिष्ठ सलाहकार रूपक दे का कहना है कि निफ्टी में आज डाउनसाइड कंसोलिडेशन से ब्रेकआउट देखने को मिला है। निफ्टी ने ऑल-टाइम हाई भी लगाया है, जो कि इंडेक्स की मजबूती को दिखाता है। 24,500 के ऊपर रहने तक निफ्टी में तेजी का ट्रेंड बना रहेगा। ऊपर स्तरों पर देखें तो निफ्टी 25,250 की तरफ जाता दिखाई दे रहा है। शेयर मार्केट के अन्य जानकारों का कहना है कि बाजार में हाल की मंदी के बाद बड़ी तेजी देखने को मिली है। इसकी वजह यूएस जीडीपी के सकारात्मक आंकड़े आना है। ऐसे में निवेशकों को गिरावट पर खरीदारी की अपनी रणनीति को बनाए रखनी चाहिए।

गूगल को टक्कर, ओपनएआई ने एआई-संचालित सर्चजीपीटी लॉन्च किया

चैटजीपीटी निर्माता ओपनएआई ने सर्चजीपीटी लांच किया है, जो एक एआई संचालित सर्च इंजन है, यह वेब पर रियल टाइम पर सूचना तक एक्सेस प्रदान करता है। सैम ऑल्टमैन द्वारा संचालित कंपनी ने कहा कि वह सर्चजीपीटी का टेस्टिंग कर रही हैं, जो नए एआई सर्च फीचर्स का एक टेंपरेरी प्रोटोटाइप है, यह आपको तेज और समय पर जवाब देता है। ओपनएआई ने कहा कि वह सबसे पहले फीडबैक प्राप्त करने के लिए यूजर्स और पब्लिशर्स के एक छोटे ग्रुप के साथ सर्च इंजन लॉन्च कर रहा है।

कंपनी ने कहा, "हालांकि यह प्रोटोटाइप टेंपरेरी है, लेकिन हम भविष्य में इनमें से बेस्ट फीचर्स को सीधे चैटजीपीटी में एकीकृत करने की योजना बना रहे हैं।" यूजर्स को सर्च में पब्लिशर्स को लिंक कर उनसे जुड़ने में मदद करने के लिए सर्चजीपीटी को डिजाइन किया गया है। आप फॉलो-अप सवाल पूछ सकेंगे, जैसे आप किसी व्यक्ति से बातचीत में करते हैं। ओपनएआई ने कहा, "रिस्पांस में क्लीयर, इन-लाइन, नेम और लिंक होते हैं, ताकि यूजर्स को पता चले कि जानकारी कहां से आ रही है और वे सोर्स लिंक वाले साइडबार में और भी ज्यादा रिजल्ट्स के साथ जल्दी से जुड़ सकते हैं।" कंपनी ने कहा कि वह लोकल जानकारी और कॉमर्स जैसे क्षेत्रों में सुधार करती रहेगी।


विदेशी मुद्रा भंडार 670 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर

देश का विदेशी मुद्रा भंडार चार अरब डॉलर बढ़कर पहली बार 670 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है। तीन सप्ताह में इसमें 18 अरब डॉलर से ज्यादा की वृद्धि हुई है। रिजर्व बैंक द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़े में बताया गया है कि 19 जुलाई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार चार अरब डॉलर उछलकर 670.86 अरब डॉलर पर पहुंच गया जो इसका ऐतिहासिक उच्चतम स्तर है। विदेश मुद्रा भंडार के सबसे बड़े घटक फॉरेन करेंसी एसेट्स में 2.58 अरब डॉलर की वृद्धि हुई और यह 588.05 अरब डॉलर पर रहा। सोने का भंडार बढ़ाने की रिजर्व बैंक की जारी कोशिशों के बीच देश का स्वर्ण भंडार 1.33 अरब डॉलर बढ़ा और 59.99 अरब डॉलर दर्ज किया गया। एसडीआर 9.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.21 अरब डॉलर रहा। जबकि, आईएमएफ के पास आरक्षित निधि 4.61 अरब डॉलर पर स्थिर रही।

इससे पहले 12 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में 9.7 अरब डॉलर की जबरदस्त वृद्धि हुई थी। 5 जुलाई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 5.16 अरब डॉलर बढ़ा था। इस प्रकार तीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा का देश का भंडार 18.86 अरब डॉलर बढ़ चुका है। विदेशी मुद्रा भंडार देश की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण संकेतक है। आरबीआई से पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा होने से जरूरत पड़ने पर वह रुपये का समर्थन दे सकता है। साथ ही विदेशी कर्ज की किस्तों और बढ़ते आयात का भुगतान करना आसान होता है।

पेटीएम का निवेश प्रस्ताव अभी सरकार के विचाराधीनः सचिव

वित्तीय सेवाओं के सचिव विवेक जोशी ने शुक्रवार को कहा कि चीन से जुड़े निवेशों की निगरानी करने वाली अंतर-मंत्रालयी समिति ने अभी तक पेटीएम की भुगतान एग्रीगेटर इकाई में उसके निवेश के प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी है। जोशी ने कहा कि पेटीएम का यह निवेश प्रस्ताव अभी भी अंतर-मंत्रालयी समिति के पास विचाराधीन है और इस पर जल्द ही फैसला होने की उम्मीद है।मुश्किलों में घिरी पेटीएम ने अपनी पूर्ण अनुषंगी इकाई पेटीएम पेमेंट सर्विसेज लिमिटेड (पीपीएसएल) में 50 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव रखा है। लेकिन इस प्रस्ताव को सरकार की पूर्व-मंजूरी लेनी जरूरी है।

दरअसल पेटीएम की मूल इकाई वन97 कम्युनिकेशंस लि. (ओसीएल) में चीन से निवेश आया है। इस वजह से विदेश, गृह, वित्त एवं उद्योग मंत्रालयों के अधिकारियों की एक समिति इस पर गौर कर रही है कि ओसीएल का पीपीएसएल में निवेश प्रस्ताव एफडीआई दिशानिर्देशों के अनुरूप है या नहीं। जोशी ने कहा कि अंतर-मंत्रालयी पैनल से निवेश प्रस्ताव पर मंजूरी मिलने के बाद पेटीएम भुगतान एग्रीगेटर लाइसेंस पाने के लिए रिजर्व बैंक से संपर्क कर सकता है। रिजर्व बैंक उसके प्रस्ताव की जांच करने के बाद लाइसेंस देने के बारे में कोई फैसला करेगा।


स्वर्ण उद्योग की मांग ‘एक राष्ट्र, एक दर’, पूर्वी भारत से होगी शुरुआत

स्वर्ण आभूषण उद्योग ‘एक राष्ट्र, एक दर’ नीति की वकालत कर रहा है, जिसकी शुरुआत अगस्त से पूर्वी भारत के लिए समान दर लागू करने के साथ की जाएगी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। स्वर्ण शिल्प बचाओ समिति के अध्यक्ष समर कुमार डे ने कहा कि सभी हितधारकों ने देश भर में एक समान सोने की दर के विचार में रुचि दिखाई है। डे ने कहा, ‘‘ हम अगस्त से बंगाल और पूर्वी भारत के लिए एकल दर की शुरुआत करेंगे। इस पहल में हमने सर्राफा विक्रेताओं को भी शामिल कर लिया है।’’

अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (जीजेसी) के चेयरमैन संयम मेहरा ने कहा, ‘‘ इसका मकसद सभी हितधारकों के लिए समान अवसर उपलब्ध कराना और मूल्यह्रास को रोकना है।’’ केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2024-25 में सोने और चांदी पर आयात शुल्क 15 प्रतिशत से घटाकर छह प्रतिशत करने का प्रस्ताव रखा था। उद्योग जगत के लोगों ने कहा कि शुल्क में भारी कटौती से अवैध आयात को खत्म करने में मदद मिलेगी।

हीरा आयातक सनी ढोलकिया ने कहा, ‘‘ कुल 950 टन आयात में से 100 टन सोने की तस्करी किए जाने का अनुमान है।’’ हालांकि, उद्योग सूत्रों ने बताया कि इस बात को लेकर चिंता है कि क्या सरकार के पास सोने से संबंधित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के संबंध में कोई अन्य योजना है। जीजेसी ने जीएसटी परिषद से आभूषणों पर कर की दर मौजूदा तीन प्रतिशत से घटाकर एक प्रतिशत करने की अपील की है।

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