अर्थजगतः स्पाइसजेट ने हैदराबाद-अयोध्या सीधी उड़ान बंद की और मस्क का स्टारलिंक अब 100 देशों में पहुंचा
मई के महीने में भारत की महंगाई दर घटकर 12 महीने के निचले स्तर 4.75 प्रतिशत पर आ गई। घरेलू शेयर बाजार में तेजी के रुख के बीच बुधवार को बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण बढ़कर 429.32 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया।
स्पाइसजेट ने मांग न आने पर हैदराबाद-अयोध्या सीधी उड़ान बंद की
किफायती एयरलाइन स्पाइसजेट ने समुचित मांग न आने का हवाला देते हुए हैदराबाद से अयोध्या के लिए संचालित अपनी सीधी उड़ान सेवा दो महीने के भीतर ही बंद कर दी है।स्पाइसजेट ने इस वर्ष अप्रैल की शुरुआत में हैदराबाद-अयोध्या मार्ग पर सप्ताह में तीन बार सीधी उड़ान वाली सेवा शुरू की थी।
जीएमआर समूह द्वारा संचालित हैदराबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जुड़े एक सूत्र ने कहा, “स्पाइसजेट ने एक जून से हैदराबाद से अयोध्या के लिए अपनी सीधी उड़ान सेवा बंद कर दी है।” एयरलाइन तेलंगाना की राजधानी से अयोध्या के लिए सप्ताह में तीन बार ये उड़ान सेवाएं संचालित कर रही थी। स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने बयान में कहा, "उड़ान कार्यक्रम पूरी तरह से वाणिज्यिक विचारों और मांग से प्रेरित होता है। हालांकि हम अभी भी अयोध्या से चेन्नई के लिए सेवाएं संचालित कर रहे हैं।"
अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनने के बाद यात्रियों का आवागमन बढ़ने की संभावना को देखते हुए उड़ान सेवाएं शुरू की गई थीं। स्पाइसजेट ने राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले लोगों के लिए 21 जनवरी को दिल्ली से अयोध्या के लिए एक विशेष उड़ान भी संचालित की थी।
मस्क का दावा- इंटरनेट सेवा स्टारलिंक अब 100 देशों में पहुंचा
स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने बुधवार को कहा कि सैटेलाइट इंटरनेट सेवा स्टारलिंक अब 100 देशों में मौजूद है। मस्क ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “स्टारलिंक अब 100 देशों में उपलब्ध है।'' अफ्रीका का सिएरा लियोन इस सूची में शामिल होने वाला 100वां देश बन गया है। यह स्टारलिंक से जुड़ने वाला 10वां अफ्रीकी देश है। स्टारलिंक ने एक्स पर शेयर किया, “यह दुनिया भर में 100वां बाजार है जहां स्टारलिंक का हाई-स्पीड लो-लेटेंसी इंटरनेट उपलब्ध है।''
सिएरा लियोन के राष्ट्रीय संचार प्राधिकरण ने 2023 में शुरू होने वाले लगभग एक वर्ष के तकनीकी मूल्यांकन के बाद स्टारलिंक के लाइसेंस को मंजूरी दे दी। चीफ मिनिस्टर डेविड मोइनिना सेंगेह ने कथित तौर पर इसे यूनिवर्सल कनेक्टिविटी और शैक्षिक परिवर्तन के सरकार के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। पिछले सप्ताह कंपनी को श्रीलंका से उपग्रह सेवा शुरू करने की मंजूरी दे दी गई थी। राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि यह शुरुआत हमारी कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा और विशेष रूप से हमारे युवाओं के लिए नए रास्ते खोलेगा।
मई में मस्क ने इंडोनेशिया और फिजी में स्टारलिंक लॉन्च किया था। मस्क के अनुसार, स्टारलिंक के साथ हाई-स्पीड इंटरनेट सेवा का ऑर्डर देने के लिए किसी लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रैक्ट की आवश्यकता नहीं है। मस्क ने कहा, ''इससे 2 मिनट में ऑनलाइन ऑर्डर करना आसान है।" इससे पहले टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क कहा था कि उनका अपना 'एक्स फोन' भी एक संभावित साझेदार के रूप में सैमसंग के साथ आने की संभावना है। उन्होंने कहा था कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने आईफोन और अन्य एप्पल डिवाइस में चैटजीपीटी के इंटीग्रेशन की भी आलोचना की थी।
अप्रैल में 5 प्रतिशत बढ़ा औद्योगिक उत्पादन, तीन माह का निचला स्तर
देश का औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) अप्रैल में विनिर्माण क्षेत्र के सुस्त प्रदर्शन की वजह से तीन माह के निचले स्तर पांच प्रतिशत पर आ गया। हालांकि, इस दौरान खनन और बिजली क्षेत्र का प्रदर्शन अच्छा रहा। बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, औद्योगिक गतिविधियों का सूचक माना जाने वाला औद्योगिक उत्पादन सूचकांक अप्रैल महीने में पांच प्रतिशत की दर से बढ़ा जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 4.6 प्रतिशत बढ़ा था।
औद्योगिक उत्पादन वृद्धि मार्च, 2024 में 5.4 प्रतिशत रही थी जबकि फरवरी में यह 5.6 प्रतिशत के स्तर पर थी। इस तरह अप्रैल में यह सूचकांक मासिक आधार पर घटा है। आईआईपी का पिछला निचला स्तर जनवरी, 2024 में 4.2 प्रतिशत रहा था। वित्त वर्ष 2023-24 में आईआईपी वृद्धि दर 5.9 प्रतिशत रही, जबकि 2022-23 में यह 5.2 प्रतिशत थी।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की तरफ से जारी आंकड़ों से पता चलता है कि विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन सुस्त पड़कर अप्रैल, 2024 में 3.9 प्रतिशत की दर से बढ़ा। एक साल पहले इसी महीने में यह 5.5 प्रतिशत बढ़ा था। इस साल अप्रैल में खनन उत्पादन 6.7 प्रतिशत बढ़ा जो एक साल पहले की समान अवधि में 5.1 प्रतिशत था। आलोच्य अवधि में बिजली उत्पादन की वृद्धि दर 10.2 प्रतिशत रही जबकि अप्रैल, 2023 में इसमें 1.1 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
मई में महंगाई दर घटकर 12 महीने के निचले स्तर 4.75 प्रतिशत पर आई
मई के महीने में भारत की महंगाई दर घटकर 12 महीने के निचले स्तर 4.75 प्रतिशत पर आ गई। ईंधन और खाने के तेल की कीमतों में गिरावट से लोगों के घरेलू बजट पर बोझ कम होने की उम्मीद है। सांख्यिकी मंत्रालय ने बुधवार को ये आंकड़े जारी किए। अप्रैल में मुद्रास्फीति दर 4.83 प्रतिशत पर थी जो 11 महीने का निचला स्तर था। मंत्रालय ने कहा, "मसालों के दाम में अप्रैल 2024 की तुलना में साल-दर-साल काफी गिरावट आई है। साथ ही कपड़े और जूते, आवास से संबंधित महंगाई पिछले महीने से कम हुई है।"
मई में खाने के तेल की कीमतों में गिरावट का रुख जारी रहा और इस महीने के दौरान इसमें 6.7 प्रतिशत की गिरावट आई। मसालों की कीमतों में वृद्धि अप्रैल में 11.4 प्रतिशत से धीमी होकर मई में 4.27 प्रतिशत हो गई। हालांकि, दालों की कीमत 17.14 प्रतिशत पर बनी रही जो काफी ज्यादा है। सब्जियों की कीमतों में भी 27.33 प्रतिशत की वृद्धि हुई, हालांकि यह अप्रैल के 27.8 प्रतिशत से थोड़ा कम है। महीने के दौरान अनाज की कीमतों में भी 8.65 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
खाद्य मुद्रास्फीति अप्रैल में 7.87 प्रतिशत थी, जबकि पिछले साल अप्रैल में यह 1.5 प्रतिशत थी। पिछले महीने यानी मई में खाद्य मुद्रास्फीति में 8.52 प्रतिशत की वृद्धि हुई। देश की महंगाई दर लगातार कई महीनों में घट रही है और मार्च में यह 4.85 प्रतिशत पर आ गई, जबकि फरवरी में यह 5.09 प्रतिशत और इस साल जनवरी में 5.1 प्रतिशत थी। अब यह आरबीआई के टारगेट के नजदीक है, लेकिन इसके बावजूद आरबीआई ने ब्याज दरों में कटौती नहीं की है।
BSE की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा
घरेलू शेयर बाजार में तेजी के रुख के बीच बुधवार को बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) बढ़कर 429.32 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स 149.98 अंक यानी 0.20 प्रतिशत चढ़कर 76,606.57 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 593.94 अंक यानी 0.77 प्रतिशत बढ़कर 77,050.53 अंक पर पहुंच गया था, जो इसके सर्वकालिक उच्चस्तर 77,079.04 अंक से केवल 28.51 अंक दूर है।
इस तेजी के बीच बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण बढ़कर 4,29,32,991.65 करोड़ रुपये (5.14 लाख करोड़ डॉलर) हो गया। यह बाजार पूंजीकरण का अब तक का उच्चतम स्तर है। हालांकि, पिछले कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स हल्की गिरावट के साथ बंद हुआ था लेकिन बुधवार को उसमें तेजी का रुख देखा गया। बीएसई मिडकैप सूचकांक भी 1.07 प्रतिशत चढ़ गया, जबकि स्मॉलकैप में 1.06 प्रतिशत की तेजी रही।
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