अर्थतंत्र: हिंडनबर्ग के भंवर में फंसे अडानी को लगा एक और झटका और कंगाली की कगार पर खड़ा पाकिस्तान लेगा ये बड़ा फैसला?
हिंडनबर्ग के भंवर में फंसे गौतम अडानी को लगा एक और बड़ा झटका लगा है और कंगाली की कगार पर खड़ा पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए एक और बड़ा फैसला लेने की तैयारी में है।
हिंडनबर्ग के भंवर में फंसे अडानी को लगा एक और बड़ा झटका
हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद से अडानी समूह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक तरफ जहां अडानी समूह के शेयर धूल फांक रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ दिन ब दिन अडानी की दौलत भी कम होती जा रही है। इसका असर यह हुआ है कि अमीरों की सूची में पहले टॉप-10 और फिर टॉप-20 और अब टॉप-30 से भी गौतम अडानी बाहर हो गए हैं।
अडानी की संपत्ति में गिरावट की बात करें तो इस साल अब तक गौतम अडानी करीब 81 अरब डॉलर की संपत्ति गवां चुके हैं। फोर्ब्स के रियल टाइम अरबपति सूचकांक के अनुसार, अडानी की नेटवर्थ गिरकर अब 35.3 अरब डॉलर रह गई है। इतनी संपत्ति के साथ अडानी दुनिया के 33वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। महीनेभर के भीतर ही अडानी के शेयर 85 प्रतिशत तक टूट चुके हैं। बीते साल सितंबर 2022 में गौतम अडानी 150 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ नंबर एक की कुर्सी की ओर बढ़ रहे थे। लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है।
कंगाली की कगार पर खड़ा पाकिस्तान लेगा ये बड़ा फैसला?
कंगाली की कगार पर खड़ा पाकिस्तान एक और बड़ा फैसला लेने की तैयारी में है। बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ब्याज दरों में बढ़ोतरी की तैयारी कर रहा है। यह 20-50 बेसिस प्वाइंट की नहीं, बल्कि पूरे 200 BPS की वृद्धि हो सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान का केंद्रीय बैंक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान अगले हफ्ते ऑफ-साइकिल समीक्षा में ब्याज दरों में 200 बेसिस प्वाइंट के इजाफे की तैयारी कर रहा है। वित्तीय संकट में फंसे पड़ोसी देश में मौजूदा ब्याज दर 17 फीसदी है।
इससे पहले पाकिस्तान की संसद ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष आईएमएफ लोन की अगली किश्त को अनलॉक करने के लिए सरकार को लक्जरी आयात और सेवाओं के एक समूह पर टैक्स बढ़ाने की मंजूरी दे दी। पाकिस्तान सरकार ने इससे पहले ही घटते विदेशी मुद्रा भंडार को देखते हुए खाद्य और फार्मास्यूटिकल्स के अलावा अधिकांश आयातों पर रोक लगा दिया है।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था संकट में है। वैश्विक ऊर्जा संकट और 2022 में देश के एक तिहाई हिस्से को जलमग्न कर देने वाली विनाशकारी बाढ़ ने पाकिस्तान को कंगाल पर ला खड़ा कर दिया है। आम जनता पर महंगाई की बुरी मार पड़ रही है। पाकिस्तान में कारों और घरेलू उपकरणों से लेकर चॉकलेट और ब्यूटी प्रोडक्ट तक सब से काम आसमान छू रहे हैं। इन सबके बीच अब पाकिस्तान के लोगों को बिजनेस-क्लास हवाई यात्रा, शादी हॉल, मोबाइल फोन और धूप के चश्मे के लिए भी अधिक भुगतान करना होगा। इसकी वजह ये है कि सामान्य बिक्री टैक्स 17 से बढ़ाकर 18 फिसदी कर दिया गया है।
शेयर बाजार लगातार छठे दिन गिरावट के साथ बंद
भारतीय शेयर बाजार शनिवार को लगातार छठे दिन गिरावट के साथ बंद हुआ। हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन दोनों बेचमार्क इंडेक्स ने निचले स्तर पर कारोबार का अंत किया। 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स सेंसेक्स 141.87 अंक यानी 0.24 फिसदी गिरकर 59,463.93 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई का निफ्टी 45.50 अंक या 0.26 फिसदी की गिरावट के साथ 17,465.80 पर बंद हुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स मामूली गिरावट के साथ बंद हुए।
शनिवार को एनएसई के शेयरों में हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, एमएंडएम, जेएसडब्ल्यू स्टील और टाटा स्टील को सबसे ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़ा। इन कंपनियों के शेयर टॉप लूजर रहे। वहीं, डिविज लैबोरेटरीज, अदानी पोर्ट्स, एशियन पेंट्स, कोल इंडिया और डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज टॉप गेनर्स में शामिल रहे।
गूगल जीबोर्ड में एआई टेक्स्ट-टू-इमेज जनरेटर जोड़ सकता है
उम्मीद की जा रही है कि गूगल निकट भविष्य में अपने उत्पादों के लिए कई एआई फीचर पेश करेगा और उनमें से एंड्रॉइड के लिए जीबोर्ड इमैजेन टेक्स्ट-टू-इमेज जनरेटर को एकीकृत करने के लिए काम कर रहा है। जीबोर्ड के नवीनतम बीटा संस्करण 9टू5 गूगल द्वारा संचालित हाल ही के एपीके (एंड्रॉइड पैकेज किट) टियरडाउन में - कोड की पंक्तियां शामिल हैं, जो 'इमेजन कीबोर्ड' का उल्लेख करती हैं।
यह इमैजेन फीचर क्लिपबोर्ड, ट्रांसलेट और वन-हैंडेड जैसे शॉर्टकट स्ट्रिप/पेज में दिखाई देगा। जो लोग इमैजेन से अपरिचित हैं, उनके लिए यह लोकप्रिय टेक्स्ट-टू-इमेज जनरेटर डीएएलएल-ई 2 के समान है - जिसका स्वामित्व चैटजीपीटी निर्माता ओपेनएआई के पास है।
रिपोर्ट के अनुसार, उपयोगकर्ता द्वारा सबमिट किए गए अनुरोध के आधार पर यह छवियां बनाने में सक्षम है। हालांकि, गूगल के शोध में पाया गया कि अधिक लोगों ने डीएएलएल-ई के मुकाबले इमैजेन के परिणामों को प्राथमिकता दी। रिपोर्ट में कहा गया है कि इमैजेन को स्थानिक संबंधों, लंबे फॉर्म टेक्स्ट, दुर्लभ शब्दों और चुनौतीपूर्ण संकेतों में भी बेहतर माना जाता है।
मेटा एआई चैटबॉट की दौड़ में शामिल
माइक्रोसॉफ्ट चैटजीपीटी और गूगल के बार्ड के बाद, मेटा एआई चैटबॉट की दौड़ में शामिल हो रहा है, जो अपने अत्याधुनिक मूलभूत बड़े भाषा मॉडल के साथ शोधकर्ताओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में अपने काम को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है।
हालांकि, मेटा का लार्ज लैंग्वेज मॉडल मेटा एआई (एलएलएमए) फिलहाल चैटजीपीटी-संचालित बिंग की तरह नहीं है क्योंकि यह अभी तक मनुष्यों से बात नहीं कर सकता है, लेकिन शोधकर्ताओं की मदद करेगा। मेटा ने एक बयान में कहा, "एलएलएमए जैसे छोटे, अधिक प्रदर्शन करने वाले मॉडल अनुसंधान समुदाय में अन्य लोगों को सक्षम करते हैं जिनके पास इन मॉडलों का अध्ययन करने के लिए बड़ी मात्रा में बुनियादी ढांचे तक पहुंच नहीं है, इस महत्वपूर्ण, तेजी से बदलते क्षेत्र में पहुंच को और अधिक लोकतांत्रिक बनाना है।"
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