अर्थ जगत की खबरें: RTI से खुलासा, रेलवे ग्रुप डी में पिछले साल 4700 युवाओं को मिली नौकरी, फीकी पड़ी सोने की चमक

भारतीय रेल में ग्रुप डी में पिछले 10 सालों के दौरान बीते साल सबसे कम 4,766 नौजवानों को नौकरियां मिल पाई हैं। इस बात का खुलासा आरटीआई के जरिए प्राप्त जानकारी से हुआ है। वहीं घरेलू और विदेशी शेयर बाजार में आई जोरदार तेजी के आगे महंगी धातुओं की चमक फीकी पड़ गई है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 के आम चुनाव के दौरान जहां हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, वहीं दूसरी ओर सार्वजनिक क्षेत्र में बहाली की संख्या घटती जा रही है। आलम यह है कि सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े नियोक्ता भारतीय रेल में ग्रुप डी में पिछले 10 सालों के दौरान बीते साल सबसे कम 4,766 नौजवानों को नौकरियां मिल पाई हैं। इस बात का खुलासा आरटीआई के जरिए प्राप्त जानकारी से हुआ है।

मध्य प्रदेश के नीमच जिले के सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत भारतीय रेल के ग्रुप डी (लेवल-एक) की नौकरियों को लेकर जानकारी मांगी थी। उन्होंने जानना चाहा था कि बीते 10 सालों में इस वर्ग में कितने युवाओं को नौकरी मिली है। उन्हें रेल मंत्रालय द्वारा एक जनवरी को मुहैया कराई गई जानकारी से पता चलता है कि वर्ष 2008-2009 से वर्ष 2018-19 के बीच सबसे कम नौकरियां बीते साल ही मिली हैं। बीते साल सिर्फ 4,766 आवेदकों को ही नौकरी मिली है।

गौड़ ने आईएएनएस को बताया कि रेल मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2008-2009 में ग्रुप डी (लेवल-एक) वर्ग में 9,282 युवाओं को, वर्ष 2010-11 में 7,242 युवाओं और वर्ष 2011-12 में 24,280 युवाओं को नौकरी मिली। वहीं वर्ष 2012-13 में 67,885 युवाओं, वर्ष 2013-14 में 31,650 युवाओं, वर्ष 2014-15 में 31,995 युवाओं और वर्ष 2015-16 में 51,808 युवाओं को नौकरियां मिलीं। इसके विपरीत बीते तीन सालों में यह आंकड़ा लगातार गिरता गया। वर्ष 2016-17 में 6,731 युवाओं, वर्ष 2017-18 में 5,362 युवाओं और वर्ष 2018-19 में सिर्फ 4,766 युवाओं को ही नौकरी मिल सकी है।

भारतीय रेल में बीते 10 सालों में ग्रुप डी में मिली नौकरियों का ब्यौरा बताता है कि वर्ष 2012-13 में सबसे ज्यादा 67,885 युवाओं को नौकरी मिली, वहीं सबसे कम नौकरियां वर्ष 2018-19 में मात्र 4,766 लोगों को मिल पाई हैं। रेलवे के जानकार बताते हैं कि युवाओं की सबसे पसंदीदा रेलवे की नौकरी में ग्रुप डी (लेवल-एक) है। इसमें 10वीं पास और आईआईटी करने वाले आवेदन कर सकते हैं। यही कारण है कि सबसे ज्यादा आवेदन भी इसी वर्ग के लिए आते हैं।

शेयर बाजार की रौनक बढ़ने से फीकी पड़ी सोना-चांदी की चमक

घरेलू और विदेशी शेयर बाजार में आई जोरदार तेजी के आगे महंगी धातुओं की चमक फीकी पड़ गई है। कमजोर विदेशी संकेतों से बुधवार को घरेलू वायदा बाजार में सोने-चांदी में सुस्ती के साथ कारोबार की शुरुआत हुई। चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण सोने और चांदी के दाम में पिछले दिनों जोरदार तेजी आई थी और शेयर बाजार की चाल सुस्त पड़ गई थी, लेकिन अब शेयर बाजार में आई तेजी के आगे सोने और चांदी की चाल मंद पड़ गई है।

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा लोगों को कोरोना वायरस के प्रकोप से निजात मिलने का भरोसा देने के बाद दुनिया के प्रमुख शेयर बाजारों में तेजी लौटी है। मालूम हो कि कोरोना वायरस के प्रकोप में चीन में 132 लोगों की जानें जा चुकी हैं।

बाजार के जानकार बताते हैं कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजे आने से पहले सोने में इसलिए गिरावट आई है क्योंकि बाजार का अनुमान है कि फेड ब्याज दर में किसी प्रकार का बदलाव नहीं करने का फैसला ले सकता है।

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सुबह 10.17 बजे सोने के फरवरी अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 142 रुपये की कमजोरी के साथ 40,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले सोने का दाम 40,111 रुपये पर खुला और 40,066 रुपये प्रति 10 ग्राम तक फिसला।

वहीं, चांदी के मार्च अनुबंध में 26 रुपये की कमजोरी के साथ 45,448 रुपये प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले चांदी का भाव 45,390 रुपये पर खुला और 45,257 रुपये प्रति किलो तक फिसला।

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने के फरवरी अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 5.05 डॉलर यानी 0.32 फीसदी की कमजोरी के साथ 1,564.75 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले सोने का भाव 1,562.35 डॉलर प्रति औंस तक फिसला। वहीं, चांदी के मार्च अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले तकरीबन स्थिरता के साथ 17.45 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था।


बजट से पहले बाजार में लौटी रौनक, सेंसेक्स 235 अंक और निफ्टी 75 चढ़कर बंद

2 दिनों की गिरावट के बाद बाजार में आज पुलबैक देखने को मिला है। निफ्टी 74 अंक चढ़कर 12,130 पर बंद हुआ है। वहीं सेंसेक्स 232 अंक चढ़कर 41,199 पर बंद हुआ है। बैंक निफ्टी 116 अंक चढ़कर 30,877 पर बंद हुआ है। वहीं, मिडकैप 41 अंक चढ़कर 18,273 पर बंद हुआ है। कैपिटल गुड्स और FMCG इंडेक्स आज सबसे ज्यादा चढ़े हैं। इसके अलावा ऑटो मेटल शेयरों में भी खरीदारी रही। निफ्टी के 50 में से 35 शेयरों में तेजी दिखी। वहीं, सेंसेक्स के 30 में से 22 शेयरों में खरीदारी रही। बैंक निफ्टी के 12 में से 7 शेयरों में तेजी रही।

6 दिन बाद लगा पेट्रोल, डीजल के दाम में गिरावट पर ब्रेक, कच्चा तेल तेज

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में तेजी की वापसी के साथ पेट्रोल और डीजल के दाम में राहत मिलना भी बंद हो गया है। पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार छह दिनों से जारी गिरावट का सिलसिला बुधवार को थम गया। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में एक फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है।

बीते छह दिनों में देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 1.22 रुपये लीटर सस्ता हुआ जबकि डीजल की कीमत में देश के उपभोक्ताओं को 1.47 रुपये प्रति लीटर की राहत मिली। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का दाम बुधवार को बिना किसी बदलाव के क्रमश: 73.60 रुपये, 76.22 रुपये, 79.21 रुपये और 76.44 रुपये प्रति लीटर बना हुआ था। इसी प्रकार, चारों महानगरों में डीजल की कीमत भी पूर्ववत क्रमश: 66.58 रुपये, 68.94 रुपये, 69.79 रुपये और 70.33 रुपये प्रति लीटर बनी हुई है।

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर बुधवार को ब्रेंट क्रूड के अप्रैल डिलीवरी अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 1.11 फीसदी की तेजी के साथ 59.46 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि कारोबार के दौरान दाम 59.48 डॉलर प्रति बैरल तक चढ़ा। वहीं, अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट यानी डब्ल्यूटीआई का मार्च अनुबंध पिछले सत्र से 1.14 फीसदी की तेजी के साथ 54.09 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था।


आईसीआईसीआई बैंक के ग्राहकों को नई सुविधा, अब इनके लिए ब्रांच जाने की जरूरत नहीं

आईसीआईसीआई बैंक ने एक सुविधा की शुरुआत की है, जिसके जरिए ग्राहक अपने घर या ऑफिस के निकट स्थित बैंक की शाखा से छुट्टी के दिन सहित चौबीसों घंटे सातों दिन अपना डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या चेक बुक और रिटर्न्ड चेक कलेक्ट कर सकते हैं। इस अनोखी सेल्फ-सर्विस डिलीवरी फैसिलिटी का नाम ‘आइबॉक्स’ रखा गया है। इस सुविधा के लॉन्च के मौके पर आईसीआईसीआई बैंक के प्रेजिडेंट संदीप बत्रा ने कहा, ‘अपने ग्राहकों की सुविधाओं में इजाफा करने के लिए हम हमेशा इनोवेटिव और अग्रणी सॉल्यूशंस पेश करते रहे हैं। इस नई सुविधा के जरिये ग्राहक अपना डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, चेक बुक और रिटर्न्ड चेक छुट्टी सहित सातों दिन चौबीसों घंटे प्राप्त कर सकते हैं।’

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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