अर्थजगतः चांदी की कीमत में भारी उछाल, सोने का भी नया रिकॉर्ड और हुंडई मोटर इंडिया शेयर बाजार में एंट्री को तैयार

भारतीय शेयर बाजार सोमवार को लाल निशान में बंद हुआ। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 73.48 और निफ्टी 72.95 अंक गिरकर बंद हुआ। निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस ने सोमवार को जानकारी दी कि कंपनी को आईपीओ के लिए बाजार नियामक से अंतिम मंजूरी मिल गई है।

चांदी की कीमत में भारी उछाल, सोने का भी नया रिकॉर्ड
चांदी की कीमत में भारी उछाल, सोने का भी नया रिकॉर्ड
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नवजीवन डेस्क

चांदी की कीमत में भारी उछाल, सोने का भी नया रिकॉर्ड

राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 750 रुपये की तेजी के साथ 80,650 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। वहीं चांदी की कीमत 5,000 रुपये के जबर्दस्त उछाल के साथ सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी है। चांदी की कीमतों में लगातार चौथे दिन बढ़त जारी रही और यह 5,000 रुपये के उछाल के साथ 99,500 रुपये प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। शुक्रवार को चांदी की कीमत 94,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थीं।

जिंस बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, चांदी बाजार में जारी तेजी का मुख्य कारण औद्योगिक मांग और सोने में आई तेजी है। चांदी की तेजी मजबूत दिख रही है। उन्होंने कहा कि निवेशक गिरावट को खरीदारी के अवसर के रूप में देखते रहेंगे, जिससे आने वाले सत्रों में चांदी को अच्छा समर्थन मिलेगा। इसके अलावा, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 750 रुपये चढ़कर 80,250 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना शुक्रवार को 79,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था, जबकि 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 79,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।

आईपीओ के बाद हुंडई मोटर इंडिया शेयर बाजार में एंट्री को तैयार

दक्षिण कोरियाई ऑटोमोटिव कंपनी हुंडई मोटर की भारतीय सहायक कंपनी रिकॉर्ड आईपीओ के बाद इस सप्ताह शेयर बाजार में एंट्री के लिए पूरी तरह से तैयार है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। पिछले सप्ताह 3.3 अरब डॉलर के आईपीओ सब्सक्रिप्शन प्रोसेस के बाद, हुंडई मोटर इंडिया के शेयरों का मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में कारोबार शुरू होने वाला है। यह दक्षिण कोरिया के बाहर हुंडई मोटर की पहली लिस्टिंग और भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में सबसे बड़ा आईपीओ है। इस आईपीओ ने वर्ष 2022 में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) द्वारा बनाए गए पिछले रिकॉर्ड को तोड़ा है। एलआईसी ने हुंडई मोटर से पहले आईपीओ के जरिए 2.5 अरब डॉलर जुटाए थे। आईपीओ का मूल्य बैंड 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। आईपीओ पूरी तरह से बिक्री के लिए प्रस्ताव (ओएफएस) है और पूरी आय प्रमोटर को जाएगी।

कोरियाई ऑटोमोटिव दिग्गज कंपनी के लिए भारत एक प्रमुख वैश्विक उत्पादन केंद्र के रूप में कार्य करता है। योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल हुंडई ने भारत में 765,000 वाहनों का उत्पादन किया था। हुंडई मोटर इंडिया जापान की मारुति सुजुकी के बाद भारत में दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है। बाजार के जानकारों का मानना है कि कंपनी भारतीय शेयर बाजार में लिस्ट होने के साथ स्थानीय कंपनियों को प्रतिस्पर्धा दे सकती है। कंपनी ने हाल ही के वर्षों में भारत में निवेश को लेकर तेजी दिखाई है। पिछले साल हुंडई ने भारत के पश्चिमी शहर पुणे में जनरल मोटर्स के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का अधिग्रहण किया था।

कंपनी वर्तमान में एक स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग सिस्टम के साथ सुविधाओं को बेहतर बना रही है। इस प्लांट के साथ कंपनी का लक्ष्य सालाना 2 लाख से अधिक इकाइयों की उत्पादन क्षमता हासिल करना है। अगले वर्ष की दूसरी छमाही में जब पुणे प्लांट चालू हो जाएगा, तो चेन्नई और पुणे दोनों प्लांट का लाभ उठाते हुए हुंडई मोटर इंडिया की संयुक्त वार्षिक उत्पादन क्षमता 10 लाख इकाई हो जाएगी। इसके अतिरिक्त, हुंडई मोटर की योजना 2030 तक भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग स्टेशनों की संख्या बढ़ाकर 485 करने की है। हुंडई मोटर ने अपनी सहयोगी कंपनी किआ कॉर्प के साथ मिलकर इस वर्ष भारतीय बैटरी दिग्गज एक्साइड एनर्जी के साथ रणनीतिक साझेदारी की है।


भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में बंद, आईटी और पीएसयू बैंक सेक्टर में बिकवाली

भारतीय शेयर बाजार सोमवार को लाल निशान में बंद हुआ। कारोबार के अंत में आईटी और पीएसयू बैंक सेक्टर पर दबाव रहा। बीएसई का सेंसेक्स कारोबार के अंत में 73.48 अंक या 0.09 प्रतिशत फिसलने के बाद 81,151.27 पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई का निफ्टी 72.95 अंक या 0.29 प्रतिशत गिरने के बाद 24,781.10 पर बंद हुआ। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स कारोबार के अंत में 971.45 अंक या 1.66 प्रतिशत फिसलने के बाद 57,677.70 पर लाल निशान में बंद हुआ। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 280.40 अंक या 1.47 प्रतिशत गिरने के बाद 18,797.40 पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक 131.50 अंक या 0.25 प्रतिशत गिरने के बाद 51,962.70 पर बंद हुआ।

निफ्टी के ऑटो और फिन सर्विसेज सेक्टर को छोड़कर आईटी, पीएसयू बैंक, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल, रियल्टी, मीडिया, एनर्जी, प्राइवेट बैंक, इंफ्रा, कमोडिटी सेक्टर में बिकवाली देखने को मिली। बाजार का रुझान नकारात्मक रहा। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 1,133 शेयर्स हरे, 2,900 शेयर्स लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे। वहीं, 142 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए। निफ्टी के टॉप गेनर्स में बजाज ऑटो, एचडीएफसी बैंक, एशियन पेंट्स, एमएंडएम और आयशर मोटर्स शामिल रहे। वहीं, टाटा कंज्यूमर, कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फिनसर्व, बीपीसीएल और इंडसइंड बैंक टॉप लूजर्स रहे। सेंसेक्स पैक में कोटक बैंक, बजाज फिनसर्व, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, अल्ट्राटेक सीमेंट, इन्फोसिस और टीसीएस टॉप लूजर्स रहे। वहीं, एचडीएफसी बैंक, एशियन पेंट्स, एमएंडएम, मारुति और टेक महिंद्रा टॉप गेनर्स रहे।

बाजार के जानकारों के अनुसार, "तिमाही नतीजों के इस समय में बाजार का प्रदर्शन लगातार विदेशी बिकवाली के दबाव और मिश्रित आय रिपोर्टों से प्रभावित रहा। शुरुआती गिरावट मुख्य रूप से कोटक महिंद्रा बैंक के कारण हुई, जिसने उम्मीद से कम तिमाही आय दर्ज की, साथ ही आईटी शेयरों में भी गिरावट आई।" भारतीय शेयर बाजार सोमवार सुबह हरे निशान में खुला था। शुरुआती कारोबार में ऑटो, आईटी और पीएसयू बैंक सेक्टर में खरीदारी देखने को मिली। बीएसई का सेंसेक्स 429.08 अंक या 0.53 प्रतिशत की तेजी के बाद 81,653.83 पर कारोबार कर रहा था। वहीं, एनएसई का निफ्टी 101.45 अंक या 0.41 प्रतिशत चढ़ने के बाद 24,955.50 पर कारोबार की शुरुआत कर रहा था।

निवा बूपा को 3,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए सेबी से मिली मंजूरी

निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस ने सोमवार को जानकारी दी कि कंपनी को आईपीओ के लिए बाजार नियामक से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने कहा कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने आईपीओ के जरिए 3,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए मंजूरी दी है। प्राइवेट इक्विटी (पीई) फर्म ट्रू नॉर्थ के नेतृत्व वाली कंपनी (पूर्ववर्ती मैक्स बूपा) ने 29 जून को सेबी के पास अपने आईपीओ दस्तावेज दाखिल किए थे। कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 10 रुपये के फेस वैल्यू वाले आईपीओ में 800 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 2,200 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) होगा।

स्वास्थ्य बीमाकर्ता ने एक बयान में कहा कि वह फ्रेश इश्यू से 625 करोड़ रुपये की शुद्ध आय का उपयोग अपने पूंजी आधार को बढ़ाने, शोधन क्षमता के स्तर को मजबूत करने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करना चाहता है। वित्त वर्ष 2024 में निवा बूपा का जीडीपीआई 5,499.43 करोड़ रुपये था। मार्केट रिसर्च फर्म रेडसीर के अनुसार, खुदरा स्वास्थ्य जीडीपीआई के आधार पर, वित्त वर्ष 2024 के लिए भारतीय स्टैंडअलोन स्वास्थ्य बीमाकर्ता (एसएएचआई) बाजार में निवा बूपा की हिस्सेदारी 16.24 प्रतिशत थी।

यह वित्त वर्ष 2024 में 54.94 बिलियन रुपये के स्वास्थ्य जीडीपीआई के आधार पर भारत की तीसरी सबसे बड़ी और दूसरी सबसे तेजी से बढ़ती स्टैंडअलोन स्वास्थ्य बीमा कंपनी है, जो वित्त वर्ष 2022 से 2024 तक 41.37 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ी है। वित्त वर्ष 2022 से वित्त वर्ष 2024 तक, निवा बूपा का जीडब्ल्यूपी 41.27 प्रतिशत के सीएजीआर से बढ़ा, जबकि इसका खुदरा स्वास्थ्य जीडब्ल्यूपी 33.41 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ा। कंपनी ने कहा कि उसने अपने कारोबार में "डिजिटल-फर्स्ट" दृष्टिकोण अपनाया है। कंपनी ने टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन को कस्टमर जर्नी, कस्टमर ऑनबोर्डिंग, अंडरराइटिंग, क्लेम में लागू किया है।


फोनपे ने जारी की सालाना रिपोर्ट

फिनटेक प्रमुख फोनपे ने सोमवार को कहा कि वह भारतीय बाजार में वित्तीय समाधान प्रदान करने में अपने नजरिए के तहत पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट के माध्यम से अपने विजन, रणनीति, शासन और वित्तीय प्रदर्शन को शेयर किया है। कंपनी ने बताया कि वह देश में डिजिटल नेटिव्स के विकास में अगली पीढ़ी को सशक्त बनाने के लिए घरेलू समाधान जारी रखेगी। कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में फर्स्ट इंडिया रणनीति और विजन पर जोर दिया है। इसमें कहा गया है कि फोनपे ने भारत में अपना स्थान बदलने से लेकर देशभर में 20 हजार से अधिक रोजगार पैदा करने, भारत की डीपीआई पहल को शुरू करने और भारतीय इंटरनेट इकोसिस्टम में उद्योग अग्रणी निवेश करने, वित्तीय समावेशन और डिजिटल विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध रहा है।

फोनपे ने बयान में कहा, "उसका उद्देश्य एक बहु-पीढ़ी वाली भारतीय कंपनी बनाना है, जिस पर कर्मचारियों, ग्राहकों, भागीदारों और निवेशकों को गर्व हो। इस विजन की नींव मजबूत संगठनात्मक संस्कृति और मूल्य हैं। एक अनुभवी नेतृत्व टीम, प्रमुख निवेशक और एक पेशेवर निदेशक मंडल के साथ कंपनी लंबे समय तक चलने वाला विकास, मजबूत शासन और नियमों को प्राथमिकता देती है।" फोनपे समूह वित्तीय क्षेत्रों में कई व्यवसायों का संचालन करता है, जो आरबीआई, सेबी, आईआरडीएआई और यूआईडीएआई द्वारा विनियमित हैं।

कंपनी ने कहा, "फोनपे एक मजबूत तकनीकी आधार पर असाधारण उत्पादों का निर्माण कर रहा है। रिपोर्ट में इनोवेशन को बढ़ावा देने वाले प्रमुख प्लेटफार्मों को दर्शाया गया है और फोनपे की रणनीति को डायनमिक मार्केट में तकनीकी लचीलापन और स्केलेबिलिटी में सुनिश्चित करता है।" फोनपे के सीईओ और संस्थापक समीर निगम ने कहा, "फोनपे पर हमारा लक्ष्य ऐसा इंटरनेट प्लेटफॉर्म बनाना है, जो भारतीय नागरिकों को उनके जीवन में सुधार लाने और उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सशक्त बनाते हैं। हमारा मानना है कि भारत की स्वतंत्रता की 100वीं वर्षगांठ तक एक आधुनिक और विकसित अर्थव्यवस्था को आकार देने के लिए निरंतर इनोवेशन महत्वपूर्ण हैं।"

निगम ने आगे कहा, "मुक्त बाजार प्रतिस्पर्धा ही प्रोडक्ट इनोवेशन और सर्विस एक्सीलेंस से चलती है, जो भविष्य है। पारदर्शिता इसका केंद्र है, यही वजह है कि हमें अपनी पहली वार्षिक रिपोर्ट जारी करने पर गर्व है। हमें उम्मीद है कि इससे लोगों को हमारी पारदर्शिता, संस्कृति और शासन मॉडल और हमारी व्यापार रणनीति की बेहतर समझ मिलेगी।" बता दें कि फोनपे के साथ 570 मिलियन से अधिक यूजर्स रजिस्टर्ड हैं और 40 मिलियन से अधिक व्यापारी इससे जुड़े हुए हैं। फोनपे तेजी के साथ भारत का डिजिटल भुगतान ऐप बन गया है।

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