अर्थजगतः एयरटेल ने ग्राहकों के डेटा में सेंध की खबरों को खारिज किया और सब्जियों के दामों ने बिगाड़ा रसोई का बजट

देश का विदेशी मुद्रा भंडार 28 जून को समाप्त सप्ताह में 1.71 अरब डॉलर घटकर 651.99 अरब डॉलर रहा। एप्पल के बाद अब गूगल भी भारत में अपने पिक्सल स्मॉर्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग करने की तैयारी कर रहा है।

एयरटेल ने ग्राहकों के डेटा में सेंध की खबरों को खारिज किया
एयरटेल ने ग्राहकों के डेटा में सेंध की खबरों को खारिज किया
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नवजीवन डेस्क

एयरटेल ने ग्राहकों के डेटा में सेंध की खबरों को खारिज किया

दूरसंचार सेवा प्रदाता भारती एयरटेल ने अपने ग्राहकों से जुड़ी जानकारी में सेंध की खबर को शुक्रवार को खारिज कर दिया। उसने कहा कि इस तरह का दावा ब्रांड की छवि को खराब करने का एक हताश प्रयास है। दूरसंचार कंपनी ने बयान में कहा, ‘‘एक रिपोर्ट में एयरटेल के ग्राहकों से जुड़ी जानकारी में सेंध का आरोप लगाया गया है। यह निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा एयरटेल की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का एक हताश प्रयास है। हमने गहन जांच की और हम पुष्टि कर सकते हैं कि एयरटेल में ग्राहकों से जुड़े आंकड़ों में कोई सेंध नहीं लगी है।’’

यह बयान ऐसे समय में आया है जब डार्क वेब पर ‘एक्सईएनजेडईएन’ नाम के एक खाते पर दावा किया गया था कि उसके पास एयरटेल इंडिया के 37.5 करोड़ से अधिक ग्राहकों के नवीनतम आंकड़ों तक पहुंच है। इसमें फोन नंबर, ईमेल पता, माता-पिता का नाम तथा आधार सहित सरकारी पहचान पत्र शामिल हैं। इसे बिक्री के लिए रखा गया है।’’ एयरटेल के सूत्रों ने बताया, ‘‘इसका मूल दावा करने वाले को लोगों के साथ ठगी के कारण ‘हैकिंग फोरम’ से प्रतिबंधित कर दिया गया है।’’

सब्जियों के दामों ने बिगाड़ा रसोई का बजट

तेजी से बढ़ते सब्जियों के दामों के चलते घर की रसोई में बन रही शाकाहारी थाली की कीमत नवंबर 2023 से बढ़ रही है। इसमें जून में घर में पकाए जाने वाली शाकाहारी थाली की कीमत में 10 फीसदी (साल-दर-साल) की वृद्धि हुई है। वहीं मांसाहारी थाली की कीमत में 4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि शाकाहारी थाली की बढ़ती कीमतों के पीछे टमाटर, प्याज और आलू की कीमतों में क्रमश: 30 प्रतिशत, 46 प्रतिशत और 59 प्रतिशत की वृद्धि जिम्मेदार है। क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स के डायरेक्टर- रिसर्च पुशन शर्मा ने कहा, ''टमाटर, प्याज और आलू की बढ़ती कीमतों के कारण ऐसा हो रहा है। साथ ही मौसम की मार के चलते आपूर्ति प्रभावित हुई है।'' पिछले वित्त वर्ष के उच्च आधार के कारण थाली की कीमतें आगे चलकर इस वर्ष कम रहने की उम्मीद है। शर्मा ने कहा, ''हालांकि अभी टमाटर की कीमतें बढ़ेंगी, लेकिन अगस्त के अंत में दक्षिणी और पश्चिमी राज्यों से ताजा आपूर्ति आने पर इनमें सुधार आएगा।''

क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार, ''रबी की फसल में उल्लेखनीय कमी के कारण प्याज की आवक कम होने, मार्च में बेमौसम बारिश के कारण आलू की फसल की पैदावार में कमी, तथा कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में उच्च तापमान के कारण टमाटर की गर्मियों की फसल में वायरस संक्रमण के कारण टमाटर की आवक में पिछले साल की तुलना में 35 प्रतिशत की कमी आई है।'' रिपोर्ट में बताया गया, ''मांसाहारी थाली की लागत में कमी पिछले वित्त वर्ष के उच्च आधार पर ब्रॉयलर की कीमतों में 14 प्रतिशत की अनुमानित गिरावट के कारण हुई है, साथ ही इसमें अधिक आपूर्ति की स्थिति और पिछले साल की तुलना में कम फीड लागत भी शामिल है। हालांकि, शाकाहारी और मांसाहारी दोनों थालियों की लागत में महीने-दर-महीने क्रमशः 6 प्रतिशत और 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।'


विदेशी मुद्रा भंडार 1.71 अरब डॉलर घटकर 651.99 अरब डॉलर पर

देश का विदेशी मुद्रा भंडार 28 जून को समाप्त सप्ताह में 1.71 अरब डॉलर घटकर 651.99 अरब डॉलर रहा। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पिछले सप्ताह, कुल मु्द्रा भंडार 2.92 अरब डॉलर घटकर 652.89 अरब डॉलर रहा था। इस साल सात जून को भंडार 655.82 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक 28 जून को समाप्त सप्ताह में मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां 1.25 अरब डॉलर घटकर 572.88 अरब डॉलर रही।

डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है। रिजर्व बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान स्वर्ण आरक्षित भंडार का मूल्य 42.7 करोड़ डॉलर घटकर 56.53 अरब डॉलर रह गया। विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 3.5 करोड़ डॉलर घटकर 18.01 अरब डॉलर रहा। रिजर्व बैंक ने कहा कि आलोच्य सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के पास भारत की आरक्षित जमा 10 लाख डॉलर बढ़कर 4.57 अरब डॉलर रहा।

उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में निफ्टी का नया रिकॉर्ड, सेंसेक्स फिसला

उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में एनएसई का मानक सूचकांक निफ्टी शुक्रवार को लगातार तीसरे सत्र में नए शिखर पर बंद हुआ लेकिन रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन कर रहा बीएसई सेंसेक्स हल्की गिरावट के साथ 80,000 के स्तर से नीचे आ गया। बाजार में कारोबार उतार-चढाव से भरा रहा। सत्र के अधिकांश हिस्से में बाजार खासे नुकसान में था लेकिन अंतिम घंटे की लिवाली आने से स्थिति थोड़ी बेहतर हो गई। कारोबार के अंत में बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 53.07 अंक यानी 0.07 प्रतिशत गिरकर 79,996.60 पर बंद हुआ।

हालांकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी 21.70 अंक यानी 0.09 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 24,323.85 के अपने नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स ने इस सप्ताह कुल 963.87 अंक यानी 1.21 प्रतिशत की उछाल दर्ज की। निफ्टी भी कुल 313.25 अंकों की तेजी हासिल करने में सफल रहा।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, "निफ्टी दिन भर नकारात्मक दायरे में रहा। लेकिन सत्र के आखिरी आधे घंटे में आई तेजी से यह हल्की बढ़त के साथ बंद हुआ।" सेंसेक्स के समूह में शामिल शेयरों में से भारतीय स्टेट बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एनटीपीसी, लार्सन एंड टुब्रो, नेस्ले इंडिया, पावर ग्रिड, आईटीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील और सन फार्मास्यूटिकल्स के शेयरों में तेजी दर्ज की गई।


गूगल अब भारत में शुरू करेगा पिक्सल फोन का प्रोडक्शन

एप्पल के बाद अब गूगल भी भारत में अपने पिक्सल स्मॉर्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग करने की तैयारी कर रहा है। कंपनी की योजना भारत में फोन मैन्युफैक्चरिंग कर अमेरिका और यूरोप में निर्यात करना है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिग्गज टेक कंपनी (गूगल) फॉक्सकॉन और डिक्सन टेक्नोलॉजीज की सहयोगी कंपनी पैडगेट इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ मिलकर उत्पादन शुरू करेगी। कंपनी ने तमिलनाडु में फॉक्सकॉन के साथ मिलकर ट्रायल प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। फॉक्सकॉन ही भारत में एप्पल के लिए प्रोडक्ट्स बनाती है। हालांकि, गूगल की ओर से इस रिपोर्ट पर फिलहाल कोई जबाव नहीं दिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गूगल पहली छमाही में भारत में पिक्सल फोन का प्रोडक्शन शुरू करने की आधिकारिक घोषणा कर सकता है। पिक्सल के बेस वेरिएंट को डिक्सन टेक्नोलॉजीज और प्रो वेरिएंट्स को फॉक्सकॉन की ओर से बनाया जा सकता है। कमर्शियल प्रोडक्शन को सितंबर में शुरू किया जा सकता है।

वहीं, प्रोडक्शन स्थिर होने पर कंपनी निर्यात शुरू कर सकती है। कंपनी का यह कदम सरकार के प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) प्रोग्राम के अनुरूप है। इसके तहत सरकार घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दे रही है। चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीने में एप्पल की ओर से 16,500 करोड़ रुपये आईफोन का निर्यात किया जा चुका है। वित्त वर्ष 24 में एप्पल की ओर से 14 अरब डॉलर के आईफोन का उत्पादन किया गया है। एप्पल की ओर से भी भारत में आईफोन का उत्पादन लगातार बढ़ाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि दुनिया में हर सात में से एक आईफोन अब भारत में बन रहा है। इंडिया सेलुलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) डेटा के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024 में मोबाइल फोन का प्रोडक्शन 4.10 लाख करोड़ रुपये रहा था, जो कि वित्त वर्ष 2014-15 में 18,900 करोड़ रुपये था। पीएलआई स्कीम के कारण इसमें 2,000 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।

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