अर्थजगत की खबरें: अप्रैल में थोक महंगाई 15.08 फीसदी रही, अटकी ट्विटर डील, मस्क ने कम भुगतान का दिया संकेत

भारत द्वारा निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद गेहूं की वैश्विक आपूर्ति में बहुत कमी आई है जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में गेहूं की कीमतों में तेजी आई है। भारतीय मुद्रा रुपया आज सुबह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले एक और रिकॉर्ड सवँकालिक निम्न स्तर को छू गया।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

अप्रैल में थोक महंगाई दर 15.08 फीसदी रही

थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर भारत की थोक मुद्रास्फीति (महंगाई) अप्रैल में बढ़कर 15.08 प्रतिशत हो गई है, जो मार्च में 14.55 प्रतिशत थी। एक साल पहले डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति 10.74 प्रतिशत थी। डब्ल्यूपीआई पिछले एक साल से अधिक समय से दोहरे अंकों में है। अप्रैल महीने में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर 8.35 फीसदी रहा है जबकि मार्च 2022 में ये 8.06 फीसदी पर था। फ्यूल और पावर की महंगाई दर बढ़कर 38.66 फीसदी पर जा पहुंची है जो मार्च 2022 में 34.52 फीसदी रही थी। मैन्युफैकचरिंग प्रोडक्ट्स की महंगाई दर अप्रैल में 10.85 फीसदी रही है जो मार्च 2022 में 10.71 फीसदी रही थी।

एक आधिकारिक बयान में मंगलवार को कहा गया है कि अप्रैल में मुद्रास्फीति की उच्च दर मुख्य रूप से पिछले साल की तुलना में खनिज तेलों, मूल धातुओं, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, खाद्य पदार्थों, गैर-खाद्य वस्तुओं, रसायनों और रासायनिक उत्पादों की कीमतों में वृद्धि के कारण है।

फर्जी खातों के चलते अटकी ट्विटर डील, मस्क ने कम भुगतान का दिया संकेत

टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने ट्विटर अधिग्रहण के लिए कम भुगतान करने का संकेत दिया है, क्योंकि उनका सीईओ पराग अग्रवाल के साथ प्लेटफॉर्म पर बॉट्स या स्पैमी अकाउंट्स की वास्तविक संख्या को लेकर विवाद जारी है। मियामी में एक सम्मेलन में, मस्क ने कहा कि ट्विटर के पास अपनी फाइलिंग में जो खुलासा हुआ है, उससे कम से कम चार गुना अधिक फर्जी खाते हो सकते हैं।

मस्क ने सोमवार को ट्विटर के सीईओ द्वारा माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म स्पैम और फर्जी खातों से लड़ने के तरीके के बारे में विस्तार से जानकारी देने के बाद अग्रवाल पर हमला किया। उन्होंने सोमवार देर रात कार्यक्रम के दौरान कहा, "आप किसी ऐसी चीज के लिए उतनी कीमत नहीं चुका सकते जो उनके दावे से कहीं ज्यादा खराब है।" उन्होंने कहा, "वर्तमान में मुझे जो बताया जा रहा है, वह यह है कि बॉट्स की संख्या जानने का कोई तरीका नहीं है। यह मानव आत्मा की तरह अनजाना है।"

44 अरब डॉलर के अधिग्रहण सौदे को होल्ड पर रखने वाले मस्क का मानना है कि बॉट कम से कम 20 प्रतिशत ट्विटर उपयोगकर्ता बनाते हैं और कम कीमत 'आउट ऑफ दि बॉक्स' नहीं हो सकती है। सोमवार को ट्विटर के शेयर 8 फीसदी की गिरावट के साथ 37.39 डॉलर पर बंद हुए।


भारत के निर्यात प्रतिबंध से गेहूं की वैश्विक कीमतों में भारी उछाल

भारत द्वारा निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद गेहूं की वैश्विक आपूर्ति में बहुत कमी आई है जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में गेहूं की कीमतों में तेजी आई है। फाइनेंशियल टाइम्स ने बताया कि शिकागो में वायदा कारोबार 5.9 प्रतिशत बढ़कर 12.47 डॉलर प्रति बुशल हो गया, जो दो महीने में उच्चतम स्तर है। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से उत्पन्न व्यवधान के कारण इस वर्ष गेहूं की कीमतों में 60 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।

रूस और यूक्रेन दोनों मिल कर दुनिया में एक तिहाई गेहूं का निर्यात करते हैं। भारत, चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक है। यूक्रेन और रूस के बीच छिड़े युद्ध के बीच जो संकट पैदा हुआ उसमें भारत ने गेहूं की कमी को पूरा करने में अहम भूमिका निभाई। भारत ने पिछले साल 7 मिलियन टन गेहूं का निर्यात किया।

फाइनेंशियल टाइम्स ने बताया कि घरेलू मुद्रास्फीति आठ वर्षों में उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद भारत ने गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी। नई दिल्ली ने कहा कि वह कुछ अपवादों के साथ, 'देश की समग्र खाद्य सुरक्षा का प्रबंधन करने और पड़ोसी और अन्य कमजोर देशों की जरूरतों का समर्थन करने के लिए' प्रतिबंध लगा रहा है।

डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचा रुपया

भारतीय मुद्रा रुपया आज सुबह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले एक और रिकॉर्ड सवँकालिक निम्न स्तर को छू गया। रुपया 14 पैसे गिरकर 77.69 प्रति अमेरिकी डॉलर पर आ गया। अमेरिका में मौद्रिक नीति दरों के सख्त होने की उम्मीद से भी रुपये पर असर पड़ा है, क्योंकि विकसित बाजारों में किसी भी तरह की वृद्धि आमतौर पर उभरते बाजारों से फंड के आउटफ्लो के साथ होती है ताकि उच्च रिटर्न जमा किया जा सके।

वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा सामान्य नीति शुरू करने के बाद रुपये पर दबाव रहा है और पिछले हफ्ते आरबीआई ने भी प्रमुख ब्याज दरों में इजाफा करना शुरू कर दिया था। इसके अलावा, वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में तेजी भी रुपये में गिरावट का एक कारण है।


जल्द ही व्हाट्सएप ग्रुप को चुपचाप एग्जिट कर सकेंगे यूजर

मैसेजिंग प्लेटफॉर्म को अधिक उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाने के लिए, मेटा के स्वामित्व वाला व्हाट्सएप एक नई सुविधा पर काम कर रहा है जो यूजर्स को चुपचाप ग्रुप्स से एग्जिट करने की अनुमति देगा। वाबेटाइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, एक स्क्रीनशॉट में, यह दिखाया गया है कि जब यूजर किसी व्हाट्सएप ग्रुप से एग्जिट करना चाहते हैं, तो अन्य लोगों को चैट में सूचित नहीं किया जाएगा। अब नए फीचर से केवल ग्रुप एडमिन ही देख पाएंगे कि कौन ग्रुप से एग्जिट कर चुका है। यह फीचर विकास के अधीन है इसलिए यह बीटा टेस्टर के लिए रोल आउट करने के लिए तैयार नहीं है।

वर्तमान में, जब यूजर किसी ग्रुप से बाहर निकलते हैं, तो व्हाट्सएप आम तौर पर सभी प्रतिभागियों को सूचित करने के लिए चैट में एक सिस्टम संदेश जोड़ता है कि आप ग्रुप से बाहर हो गए हैं। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि भले ही स्क्रीनशॉट व्हाट्सएप डेस्कटॉप बीटा से लिया गया हो, यह फीचर निश्चित रूप से भविष्य में एंड्रॉइड और आईओएस के लिए व्हाट्सएप बीटा पर जारी किया जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि लेकिन यह फीचर फिलहाल व्हाट्सएप डेस्कटॉप बीटा पर विकास के अधीन है और इसे भविष्य के अपडेट में यूजर्स के लिए रोल आउट करने की योजना है।

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