अर्थजगत की खबरें: मॉर्गन ने भारत का जीडीपी विकास अनुमान घटाया, इस देश में महंगाई ने तोड़ा 28 साल का रिकॉर्ड
शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान सरकार ने भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू करने का फैसला किया है और इसके लिए एक व्यापार मंत्री नामित किया है। वैश्विक बाजार से मिले कमजोर संकेतों के कारण बुधवार को घरेलू शेयर बाजार लगातार चौथे दिन लाल निशान में बंद हुए।
मॉर्गन स्टेनली ने भारत के जीडीपी विकास अनुमान को घटाया
मॉर्गन स्टेनली ने कच्चे तेल के दामों में बेतहाशा तेजी और वैश्विक अर्थव्यवस्था की सुस्त रफ्तार को देखते हुए वित्त वर्ष 2023 के लिए भारत के जीडीपी विकास अनुमान को 7.9 प्रतिशत से घटाकर 7.6 प्रतिशत कर दिया है। अमेरिकी ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने साथ ही वित्त वर्ष 2024 के विकास अनुमान को भी सात प्रतिशत से घटाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया है।
उसने कहा है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था औसतन 2.9 प्रतिशत की वृद्धि दर से बढ़ेगी। कैलेंडर वर्ष 2021 में वैश्विक अर्थव्यवस्था 6.2 प्रतिशत की दर बढ़ी थी। उसका कहना है कि विपरीत कारोबारी परिस्थितियों और भू राजनीतिक तनाव के कारण कमजोर हुई निवेश धारणा से विकास अनुमान पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
मॉर्गन स्टेनली ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि चुनौतियों के बावजूद अर्थव्यवस्था साल 2022 और 2023 में कोरोना महामारी की वृद्धि दर से ऊपर रहेगी। हमें सरकार से आपूर्ति पक्ष में समर्थन की उम्मीद है। इसके अलावा गैर संगठित क्षेत्रों के खुलने से भी खपत में तेजी आयेगी। सरकार द्वारा नीतिगत सुधारों , सार्वजनिक बुनियादी ढांचों के मद में खर्च बढ़ने और क्षमता दोहन के स्तर में बढ़ोतरी से अगले छह से नौ माह में निजी पूंजीगत व्यय में सुधार आ सकता है। फर्म ने कहा कि हालांकि, वैश्विक वृद्धि दर में सुस्ती, कमोडिटी की ऊंची कीमतों और वैश्विक पूंजी बाजार में निवेशकों के जोखिम से बचने की संभावना के कारण भारत के विकास अनुमान पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
ग्रीस में महंगाई ने तोड़ा 28 साल का रिकॉर्ड
ग्रीस में महंगाई दर अप्रैल में 10.2 प्रतिशत रही, जो कि 28 सालों में सबसे अधिक उच्चतम स्तर है। यहां के हेलेनिक सांख्यिकीय अथॉरिटी ने ये जानकारी दी है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च में यह दर 8.9 प्रतिशत थी, जो कि पिछले 27 साल का रिकॉर्ड है।
ग्रीस में महंगाई दर में वृद्धि मुख्य रूप से ऊर्जा की कीमतों में हालिया वृद्धि से जुड़ी हुई है।
हेलेनिक सांख्यिकीय अथॉरिटी के अनुसार, देश में बिजली की कीमतें एक साल पहले की तुलना में 88.8 प्रतिशत, प्राकृतिक गैस की कीमतें 122.6 प्रतिशत और हीटिंग तेल 65.1 प्रतिशत बढ़ गई हैं।
भारत के साथ दोबारा व्यापार शुरू करने को पाकिस्तान उत्सुक
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान सरकार ने भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू करने का फैसला किया है और इसके लिए एक व्यापार मंत्री नामित किया है। हालांकि इस फैसले को देश की गंभीर आर्थिक स्थिति के लिहाज से एक बड़े विकास के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन इसे इस्लामाबाद द्वारा एक बड़े समझौते और 5 अगस्त, 2019 के बाद भारत के खिलाफ अपने पिछले रुख से पीछे हटने के रूप में भी देखा जा रहा है।
शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में एक संघीय कैबिनेट की बैठक में, यह निर्णय लिया गया कि पाकिस्तान भारत के साथ व्यापार को फिर से खोलने की दिशा में काम करेगा और कार्य के लिए नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के कमर जमर कैरा को व्यापार मंत्री के रूप में नियुक्त करेगा। इसके अलावा, इसी तरह के व्यापार अधिकारियों और मंत्रियों को कम से कम 15 देशों में नामित किया जा रहा है, ताकि उनके संबंधित देशों के साथ व्यापार संबंधों और समझौतों को बढ़ाया जा सके।
लगातार चौथे दिन लुढ़का भारतीय शेयर बाजार
वैश्विक बाजार से मिले कमजोर संकेतों के बीच बुधवार को घरेलू शेयर बाजार में भी बिकवाली हावी रही, जिससे बीएसई का सेंसेक्स और एनएसई का निफ्टी लगातार चौथे दिन लाल निशान में बंद हुआ। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 276 अंक यानी 0.5 प्रतिशत लुढ़ककर 54,088 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 73 अंक यानी 0.5 प्रतिशत फिसलकर 16,167 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार की शुरूआत तेजी में हुई लेकिन अमेरिका की महंगाई दर के आंकड़ों के बाजार धारणा के प्रतिकूल होने की संभावना के कारण बाद के पहर में बिकवाली हावी हो गई। निफ्टी में वाहन और आईटी के सूचकांक में सबसे तेज गिरावट रही। एलकेपी सिक्योरिटीज में शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा कि दोपहर के कारोबार में शेयर बाजार में तेजी आई थी लेकिन अधिकतर कंपनियों में बिकवाली रहने से अंत में यह गिरावट में बंद हुआ। छोटी कंपनियों के सूचकांक में तीन प्रतिशत की गिरावट रही।
दिसंबर तक भारत में 500 तकनीकी विशेषज्ञों को नियुक्त करेगी उबर
उबर टेक्नोलॉजीस ने बुधवार को घोषणा की कि वह इस साल के अंत तक अपने भारतीय तकनीकी केंद्रों के लिए 500 कर्मचारियों को नियुक्त करेगी। ऐप-आधारित मोबिलिटी और डिलीवरी कंपनी के पास वर्तमान में हैदराबाद और बेंगलुरु में 1,000 कर्मचारियों का मजबूत कार्यबल है।
उबर के उपाध्यक्ष और प्रमुख, प्रवीण नेपल्ली नागा ने कहा, "भारत उबर के लिए एक प्रमुख बाजार है और हम यहां दोहरे तकनीकी केंद्रों में निवेश करना जारी रखते हैं। टीमें विश्व स्तर पर उत्पादों और सेवाओं को लॉन्च करके विश्व स्तरीय नवाचारों को चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।"
उबर ने 2021 में अपनी भारतीय टीमों में 250 इंजीनियरों को जोड़ा था। कंपनी दुनिया भर में अपने सभी तकनीकी केंद्रों में टीमों का विस्तार कर रही है, जिसमें यूएस, कनाडा, लैटएम, एम्स्टर्डम और भारत के केंद्र शामिल हैं।
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