अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: डीजल के दाम में फिर लगी 'आग' और मारुति सुजुकी वैगनआर-बलेनो के वाहनों को वापस मंगाएगी
डीजल के दाम में एक दिन के विराम के बाद बुधवार को फिर वृद्धि दर्ज की गई, जबकि पेट्रोल का भाव लगातार 16वें दिन स्थिर रहा और ऑटोमोबाइल क्षेत्र की प्रमुख कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया हैचबैक वैगनआर और सेडान बलेनो के कुल 134,885 वाहनों को वापस मंगाएगी।
डीजल के दाम फिर बढ़े, पेट्रोल में स्थिरता जारी
डीजल के दाम में एक दिन के विराम के बाद बुधवार को फिर वृद्धि दर्ज की गई, जबकि पेट्रोल का भाव लगातार 16वें दिन स्थिर रहा। तेल विपणन कंपनियों ने डीजल की कीमत दिल्ली में फिर 13 पैसे, कोलकाता में 16 पैसे, मुंबई में 13 पैसे, जबकि चेन्नई में 11 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दी है। उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में लगातार दूसरे दिन तेजी जारी रही। बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव 43 डॉलर प्रति बैरल से उपर चल रहा है, जबकि अमेरिकी क्रूड डब्ल्यूटीआई का भाव 40 डॉलर प्रति बैरल के उपर बना हुआ है। कच्चे तेल की कीमत बढ़ने पर आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की महंगाई से राहत मिलना मुश्किल होगा। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में डीजल की कीमत बढ़कर क्रमश: 81.13 रुपये, 76.33 रुपये, 79.40 रुपये और 78.22 रुपये प्रति लीटर हो गई है, जबकि पेट्रोल का भाव भी चारों महानगरों में बिना किसी बदलाव के क्रमश: 80.43 रुपये, 82.10 रुपये, 87.19 रुपये और 83.63 रुपये प्रति लीटर बना हुआ है।
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मारुति सुजुकी वैगनआर, बलेनो के 134885 वाहनों को वापस मंगाएगी
ऑटोमोबाइल क्षेत्र की प्रमुख कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया हैचबैक वैगनआर और सेडान बलेनो के कुल 134,885 वाहनों को फ्यूल पंप की एक संभावित समस्या के लिए वापस मंगाएगी। कंपनी ने एक बयान में कहा, "मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने आज घोषणा की कि कंपनी 15 नवंबर, 2018 और 15 अक्टूबर, 2019 के बीच विनिर्मित वैगनआर (1 लीटर) और आठ जनवरी, 2019 और चार नवंबर, 2019 के बीच विनिर्मित बलेनो (पेट्रोल) को वापस मंगाएगी।" बयान के अनुसार, "कुल 134,885 वाहनों को वापस मंगाया जाएगा।" कंपनी के अनुसार, वैगनआर के 56,663 वाहनों को और बलेनो के 78,222 वाहनों को फ्यूल पंप के एक संभावित मुद्दे के लिए जांचा-परखा जाएगा। बयान में कहा गया है, "त्रुटिपूर्ण पुर्जो को मुफ्त में बदला जाएगा। इस अभियान के तहत वाहन मालिकों से मारुति सुजुकी के अधिकृत डीलर उचित समय पर संपर्क करेंगे।"
भारी उतार-चढ़ाव के बाद सपाट बंद हुए सेंसेक्स, निफ्टी
घरेलू शेयर बाजार में बुधवार को भारी उतार चढ़ाव के बाद सेंसेक्स और निफ्टी तकरीबन सपाट बंद हुए। सेंसेक्स बीते सत्र से 18.75 अंकों की बढ़त के साथ 36,051.81 पर ठहरा, जबकि निफ्टी 10.85 अंक चढ़कर 10,618.20 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 36800 के ऊपर तक उछला, जबकि सत्र के आखिर में बढ़ी बिकवाली के दबाव में 36000 के नीचे तक फिसला। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र के मुकाबले 281.70 अंकों की बढ़त के साथ 36314.76 पर खुला और 36810.25 तक चढ़ा, जबकि इसका निचला स्तर 35,894.96 रहा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी पिछले सत्र के मुकाबले 93.65 अंक चढ़कर 10,701 पर खुला और 10,827.45 तक उछला, जबकि निफ्टी का निचला स्तर 10,577.75 रहा। बीएसई मिडकैप सूचकांक हालांकि 46.27 अंक फिसलकर 13,230.33 पर बंद हुआ, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक महज 6.24 अंक फिसलकर 12,658.94 पर ठहरा। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 17 में तेजी रही, जबकि 13 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए।
AIBEA 14 खरब रुपये ऋण के विलफुल डिफाल्टर्स के नाम जारी करेगा
बैंकिंग क्षेत्र का एक प्रमुख यूनियन, ऑल इंडिया बैंक इंप्लाईज एसोसिएशन (एआईबीईए) जल्द ही 2,400 विलफुल डिफाल्टर्स की एक सूची जारी करेगा, जिनपर लगभग 140,000 करोड़ रुपये बकाया हैं। एआईबीईए के महासचिव सी.एच. वेंकटाचलम ने आईएएनएस से कहा, "बैंक राष्ट्रीयकरण की 51वीं सालगिरह के जश्न के हिस्से के रूप में हम विलफुल बैंक ऋण डिफाल्टर्स की एक सूची जारी करेंगे। सूची में लगभग 2,400 लेनदारों के नाम होंगे, जिन्होंने बैंकों से पांच करोड़ रुपये और इससे अधिक का ऋण ले रखा है और बैंकों ने उन्हें विलफुल डिफाल्टर घोषित कर रखा है।" वेंकटाचलम के अनुसार, बैंकिंग सेक्टर की गैर निष्पादित संपत्तियां(एनपीए) 2019 तक 739,541 करोड़ रुपये थीं।
अशोक लवासा एडीबी के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने भारत के चुनाव आयुक्त अशोक लवासा को निजी क्षेत्र के संचालन और सार्वजनिक-निजी भागीदारी के लिए उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। वह दिवाकर गुप्ता की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त हो रहा है। एडीबी के एक बयान में कहा गया कि लवासा - जिनका चुनाव निकाय के साथ कार्यकाल अक्टूबर 2022 में समाप्त होने वाला था, का भारतीय सिविल सेवा में एक लंबा और शानदार करियर है। लवासा पहले कई वरिष्ठ पदों पर कार्य कर चुके हैं, जिनमें वित्त सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में सचिव और नागरिक उड्डयन सचिव शामिल हैं। बयान में आगे कहा गया, "सार्वजनिक नीति और निजी क्षेत्र की भूमिका में गहरा ज्ञान होने के साथ ही राज्य और संघीय स्तर पर सार्वजनिक-निजी भागीदारी और बुनियादी ढांचे के विकास में उनका व्यापक अनुभव है।"
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)
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