भयंकर मंदी कि गिरफ्त में जकड़ा देश, दूसरी तिमाही में भी GDP ग्रोथ निगेटिव, -7.5 फीसद दर्ज
चालू वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में भी जीडीपी ग्रोथ रेट निगेटिव रही है। आज जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार जुलाई-सितंबर में अर्थव्यवस्था में माइनस 7.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जो बताता है कि देश मंदी के भयंकर जकड़ में है।
कोरोना महामारी के बीच शुक्रवार को दूसरी तिमाही के जीडीपी ग्रोथ रेट के आंकड़े जारी किए गए। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2020-2021 की दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर के दौरान देश की अर्थव्यवस्था की ग्रोथ निगेटिव में 7.5 प्रतिशत दर्ज की गई। जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत नहीं है।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था में करीब 24 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज हुई थी। अगर ताजा आंकड़ों का पहली तिमाही से तुलना करें तो अर्थव्यवस्था में सुधार जरूर हुआ है। लेकिन इसके बावजूद निगेटिव में ग्रोथ रेट जाना अर्थव्यवस्था के लिए सही संकेत नहीं हैं।
ताजा आंकड़ों में कोर सेक्टर की बात करें तो अक्टूबर में इस सेक्टर की ग्रोथ -2.5 फीसदी रही, जो सितंबर के 0.8% के मुकाबले कम है। कोर सेक्टर में कोयला, कच्चाय तेल, उर्वरक, स्टीेल, पेट्रो, बिजली और नेचुरल गैस उद्योग आते हैं, जो किसी भी अर्थव्यहवस्था की बुनियाद माने जाते हैं।
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