अर्थजगत की 5 बड़ी खबरें: शेयर बाजार के ​लिए 'ब्लैक मंडे', इतने अंक टूटा सेंसेक्स और सोना-चांदी में आई बड़ी गिरावट!

भारतीय सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने-चांदी के रेट्स में गिरावट दर्ज की गई है और कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1456.74 अंक यानी 2.68 फीसदी टूटकर 52,846.70 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 427.40 अंक यानी 2.64 फीसदी की टूटकर 15,774.40 के स्तर पर बंद हुआ।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

चांदी में बड़ी गिरावट, सोना 321 रुपये हुआ सस्‍ता, जानें आज की कीमत

भारतीय सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने-चांदी के रेट्स में गिरावट दर्ज की गई है। दस ग्राम सोना सस्ता होकर 51,270 रुपये का हो गया है, जबकि एक किलो चांदी के रेट भी कम हो गए हैं। अब यह 60,745 रुपये में बिक रही है। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने के दाम 321 रुपये प्रति 10 ग्राम की कमी के साथ 51,270 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुए। पिछले कारोबारी सत्र के दौरान दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 51,591 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। दिल्‍ली सर्राफा बाजार में चांदी के दाम 874 रुपये की गिरावट के बाद 60,745 रुपये प्रति किग्रा पर बंद हुए। पिछले कारोबारी सत्र के दौरान दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी 61,619 रुपये प्रति किग्रा पर बंद हुई थी।

फोटो: Getty Images
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सेंसेक्स 1457 अंक टूटा, निफ्टी 15775 के नीचे हुआ बंद

सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को बीएसई (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex) जहां 1200 अंक टूटकर खुला, जबकि एनएसई (NSE) के निफ्टी (Nifty) ने 16,000 के स्तर के नीचे कारोबार शुरू किया। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1456.74 अंक यानी 2.68 फीसदी टूटकर 52,846.70 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 427.40 अंक यानी 2.64 फीसदी की टूटकर 15,774.40 के स्तर पर बंद हुआ। सोमवार के कारोबार में निवेशकों के 6.5 लाख करोड़ रुपये से ज्‍यादा डूब गए। बाजार बंद होने के बाद बीएसई पर लिस्टेट कंपनियों का मार्केट कैप 245.28 लाख करोड़ रुपये था। इसके पहले के सत्र में यह 251.8 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह निवेशकों के 6.64 लाख करोड़ रुपये मार्केट की गिरावट में स्वाहा हो गए।

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खुदरा मुद्रास्फीति मई में नरम होकर 7.04 प्रतिशत पर

खाने का सामान सस्ता होने से खुदरा मुद्रास्फीति मई महीने में घटकर 7.04 प्रतिशत पर आ गयी। हालांकि, यह पिछले लगातार पांच माह से भारतीय रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से ऊपर बनी हुई है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित (सीपीआई) मुद्रास्फीति 7.79 प्रतिशत पर थी। पिछले साल मई में खुदरा मुद्रास्फीति 6.3 प्रतिशत थी। खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर मई, 2022 में घटकर 7.97 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 8.31 प्रतिशत थी। भारतीय रिजर्व बैंक ने इस महीने मौद्रिक नीति समीक्षा में चालू वित्त वर्ष के लिए मुद्रास्फीति के अनुमान को 5.7 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया है। केंद्रीय बैंक मौद्रिक नीति पर विचार करते समय मुख्य रूप से खुदरा महंगाई दर पर गौर करता है। सरकार ने रिजर्व बैंक को मुद्रास्फीति को दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी दी हुई है।


अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचा

भारतीय मुद्रा रुपया सोमवार को पहली बार डॉलर के मुकाबले 78 रुपये के स्तर को पार कर गया, जो अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अब तक का सबसे निचला स्तर है। इंट्रा-डे डील में 78.29 रुपये की गिरावट के बाद रुपया सोमवार के कारोबार में 78.04 रुपये प्रति अमेरिकी डॉलर पर बंद हुआ। एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज ने एक नोट में कहा, "यह अनुमान लगाने के लिए कोई नया ट्रिगर नहीं है कि रुपया 79 या 80 होगा जब तक ताइवान के संबंध में अमेरिका और चीन के बीच संघर्ष नहीं हो जाता, तब तक मौके पर 77 या 77.50 की ओर कोई सुधार नहीं होना चाहिए।"

कमोडिटी के अनुसंधान विश्लेषक, जिगर त्रिवेदी और करेंसी फंडामेंटल और स्टॉक ब्रोकर्स, आनंद राठी शेयर ने कहा, "इस सप्ताह के अंत में शुरू होने वाली अमेरिकी मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक से पहले रुपये में और कमजोरी देखने को मिल सकती है, जहां यूएस फेड द्वारा दरों में बढ़ोतरी और अधिक आक्रामक कार्रवाई का प्रदर्शन करने की उम्मीद है।" त्रिवेदी ने कहा, "हालांकि, केंद्रीय बैंक के हस्तक्षेप के बीच रनअवे मूल्यह्रास नहीं हो सकता।"

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पाकिस्तानी रुपया और शेयर बाजारों को झटका

पाकिस्तानी रुपया (पीकेआर) और शेयर बाजारों ने सोमवार को और भी गिरावट दर्ज की, क्योंकि अगले वित्तवर्ष 2022-23 के लिए गठबंधन सरकारों का पहला बजट बाजार की उम्मीद के विपरीत निवेशकों का विश्वास बहाल करने में विफल रहा। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इंट्रा-डे ट्रेड के दौरान इंटरबैंक बाजार में स्थानीय मुद्रा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 204 की महत्वपूर्ण सीमा को पार कर गई, जबकि पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज (पीएसएक्स) का बेंचमार्क केएसई-100 इंडेक्स लगभग 800 अंक गिर गया। पूंजी बाजार विशेषज्ञ साद अली ने कहा, "आज सभी पूंजी बाजारों में धारणा नकारात्मक है।"

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, विशेषज्ञ ने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष के लिए संघीय बजट को 6 अरब डॉलर के अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के रुके हुए कार्यक्रम के पुनरुद्धार के लिए एक 'प्रमुख मील के पत्थर' के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, अली ने कहा कि बाजारों का मानना है कि संघीय बजट 'अपर्याप्त' है और फंड इस बजट को स्वीकार नहीं कर सकता है।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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