भारत लौटने के बाद अभिनंदन के लिए आसान नहीं होगा फिर से वायु सेना ज्वाइन करना, जानिए क्या है वजह

अभिनंदन के भारत लौटने के बाद फौरन ही उन्हें भारतीय वायु सेना की खुफिया एजेंसी के हवाले कर दिया गया है। वायुसेना की ही निगरानी में अभिनंदन को वायुसेना के मेस में रखा गया है, जहां उनकी फिटनेस और स्वास्थ्य संबंधी कुछ जांचें की जा रही हैं।

फोटो: सोशल मीडिया 
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नवजीवन डेस्क

पूरा देश इस समय भारतीय वायुसेना के जांबाज विंग कमांडर अभिनंदन के वतन लौटने का इंतजार कर रहा है। बस कुछ ही देर में अभिनंदन अपनी सरजमीं पर कदम रखेंगे। लेकिन क्या भारत लौट कर अभिनंदन तुरंत अपनी नौकरी पर पहुंच कर काम करना शुरू कर देंगे। अभिनंदन ने भले ही पाकिस्तानी सेना द्वारा पकड़े जाने पर भी अपनी बहादुरी का परिचय दिया है। लेकिन वापस आकर उनके लिए वायुसेना ज्वाइन करना इतना आसान नहीं होगा।

दरसल जब भी सेना का कोई जवान युद्ध के दौरान दुश्मन देश की सेना द्वारा बंदी बनाया जाता है, तो वापस अपने देश लौटकर उसे कुछ समय के लिए सेना से दूर रखा जाता है। इस दौरान उसके कुछ टेस्ट किये जाते हैं। ये टेस्ट इस बात को सुनिश्चित करने के लिए किये जाते हैं, कि कहीं दुश्मन सेना ने उसका ब्रेन वाश कर उसे अपनी सेना में शामिल तो नहीं कर लिया। भारतीय कानून के अनुसार अभिनंदन के साथ भी ऐसा ही किया जाएगा।

अभिनंदन की वीरता के बारे में कोई संदेह नहीं है लेकिन ‘इन सर्विस लॉ’ के मुताबिक जब कोई जवान दुश्मन की कैद से आता है, तो उससे सख्ती से सवाल-जवाब किये जाते हैं। अभिनंदन के भारत लौटते ही उन्हें भारतीय वायु सेना की खुफिया एजेंसियों के हवाले कर दिया जाएगा। जहां उनकी फिटनेस और स्वास्थ्य संबंधी कुछ जांच किये जाएंगे। उनके शरीर को एडवांस मशीनों से स्कैन किया जाएगा, ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि कहीं पाकिस्तान ने भारत की जासूसी करने के लिए अभिनंदन के शरीर में कोई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस तो नहीं लगा दिया है।

दुश्मन द्वारा कैद किये जाने से पहले पाकिस्तानी नागरिकों द्वारा अभिनंदन को प्रताड़ित किया गया था। उनसे भारत की खुफिया जानकारियों के बारे में उगलवाने के लिए उन्हें टॉर्चर तो नहीं किया गया या फिर वापस आने के बाद अभिनंदन किसी भी तरह के मानसिक तनाव में तो नहीं हैं। इस बात की जांच की जाएगी।

हालांकि, पकिस्तान के द्वारा जारी किये गए अभिनंदन के वीडियो में देखा जा सकता है कि उन्होंने किसी भी जानकारी को पाकिस्तानी सेना के साथ साझा नहीं किया। लेकिन सेना के नियमों के तहत उन्हें कुछ दिन तक सबसे अलग रखा जाएगा। हालांकि पूछताछ की इस पूरी प्रक्रिया के दौरान अभिनंदन से सामान्य तरीके से ही सवाल-जवाब किये जाएंगे। उनके साथ किसी भी तरह का कठोर एवं अपमानजनक व्यवहार नहीं किया जाएगा।

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Published: 01 Mar 2019, 5:05 PM