एल्विश के मोबाइल से खुलेगा बड़ा राज? जांच के लिए लैब भेजा गया मोबाइल

पुलिस ने कहा कि एल्विश और उसके दो साथियों ने मोबाइल से कुछ ऐसे डाटा डिलीट किए हैं, जो सांपों के जहरीले खेल के मामले में काफी अहम है। चैट के अलावा मोबाइल से कई तस्वीरें और वीडियो भी डिलीट किए गए हैं।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

नोएडा पुलिस ने यूट्यूबर एल्विश यादव मामले में 1200 पन्ने की चार्जशीट दाखिल की है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य, एफएसएल रिपोर्ट और 24 गवाहों के बयान भी हैं। इसके साथ-साथ यह भी पता चला है कि एल्विश और उसके दो अन्य साथियों ने अपने मोबाइल से कई चैट और वीडियो डिलीट किए हैं। इनमें कई राज छुपे हुए हैं। इनको लेकर एल्विश और उसके साथी विनय और ईश्वर के मोबाइल को गाजियाबाद के निवाड़ी स्थित फॉरेंसिक लैब भेजा गया है।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक तीनों ने मोबाइल से कुछ ऐसे डाटा डिलीट किए हैं, जो सांपों के जहरीले खेल के मामले में काफी अहम है। चैट के अलावा मोबाइल से कई तस्वीरें और वीडियो भी डिलीट किए गए हैं। डाटा रिकवर होते ही कई ऐसे खुलासे होंगे, जो फिर से एल्विश समेत अन्य की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं।

डाटा रिकवर होने की रिपोर्ट मिलने के बाद नोएडा पुलिस उसका अध्ययन करेगी। इसके बाद रिपोर्ट न्यायालय में पेश की जाएगी। चार्जशीट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि ईश्वर के गांव में एक पार्टी हुई थी, इसमें विनय और पांच सपेरों के अलावा एल्विश भी आया था। सभी की मोबाइल लोकेशन उस समय ईश्वर के गांव की मिली है। ईश्वर के गांव में एल्विश के कई रिश्तेदार भी रहते हैं।

अटकलें यह भी हैं कि एल्विश वर्चुअल नंबर के लिए जिस सर्वर का प्रयोग करता था, वह चीन का था। हालांकि इस पर पुलिस ने कुछ भी बोलने से इनकार किया है। एल्विश को जब पार्टी आयोजित करनी होती थी और उसे सांपों और जहर की आवश्यकता होती थी, तो वह अपने साथी विनय को वर्चुअल नंबर से कॉल करता था।

एल्विश की गिरफ्तारी के बाद नोएडा पुलिस ने उसके साथी विनय और ईश्वर को भी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। तीनों को बाद में जमानत मिल गई थी। ईश्वर के बैंक्वेट हाल में सांपों का जहर निकालने का जिक्र भी नोएडा पुलिस ने आरोप पत्र में किया है।

चार्जशीट में नोएडा पुलिस की ओर से बताया गया है कि एल्विश का जहरीले खेल में जेल भेजे गए सपेरों से संपर्क था। एल्विश के खिलाफ लगी एनडीपीएस की धाराओं का आधार भी पुलिस ने इसमें बताया है। बीते साल पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था के पदाधिकारी ने एल्विश यादव और उसके साथियों पर सांपों के जहर का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए सेक्टर-49 थाने में केस दर्ज कराया था।

पुलिस ने जब पार्टी वाली जगह पर रेड की, तो कोबरा समेत नौ सांप और 20 एमएल सांपों का जहर पांच सपेरों के पास मिला था। सभी को जेल भेज दिया गया था। इसके बाद संस्था के पदाधिकारी का एक ऑडियो वायरल हुआ, इसमें मुख्य आरोपी राहुल संस्था के पदाधिकारी से बात कर रहा है। इसमें राहुल कह रहा है कि वह एल्विश की ओर से आयोजित होने वाली पार्टियों में शामिल हो चुका है। राहुल पार्टियों में अपने अन्य सपेरे दोस्तों के साथ गया था। हालांकि, बाद में सभी को जमानत मिल गई थी।

पुलिस ने एल्विश के कॉल डिटेल और सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला। जब उसके खिलाफ नोएडा पुलिस को पर्याप्त सबूत मिल गए, तो पुलिस ने उसे नोटिस देकर पूछताछ के लिए दोबारा बुलाया। पूछताछ के बाद उसे नोएडा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। वह पांच दिन तक जेल में रहा। होली के पहले उसे जमानत मिल गई थी।

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