कानपुर में नामी कपड़ा कारोबारी के बेटे की अपहरण के बाद हत्या, महिला टीचर और उसका बॉयफ्रेंड गिरफ्तार
आरोपियों ने 30 लाख रुपये फिरौती के लिए लिखे गए पत्र में "अल्लाह हू अकबर" लिखकर पुलिस जांच को भटकाने की भी कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। हत्या का मकसद अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन माना जा रहा है कि आरोपी ने प्रेम प्रसंग के शक में करोबारी के बेटे की हत्या कर दी।
एक चौंकाने वाली घटना में उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक नामी कपड़ा व्यापारी के बेटे की सोमवार देर रात अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। मिली जानकारी के अनुसार, पीड़ित का नाम कुशाग्र था और वह 10वीं का छात्र था। पुलिस ने मामले में कुशाग्र की महिला टीचर और उसके बॉयफ्रेंड समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या का मकसद अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। माना जा रहा है कि जा रहा कि आरोपी ने प्रेम प्रसंग के शक में करोबारी के बेटे की हत्या कर दी और फिर अपहरण व फिरौती की साजिश रची।
आरोपियों ने 30 लाख रुपये फिरौती के लिए लिखे गए पत्र में "अल्लाह हू अकबर" लिखकर पुलिस जांच को भटकाने की भी कोशिश की थी, लेकिन नाकाम रहे। कानपुर पुलिस ने ट्यूशन टीचर रचिता, उसके मंगेतर प्रभात शुक्ला और उसके दोस्त अंकित को गिरफ्तार किया है। उन्होंने "अल्लाह हू अकबर" क्यों लिखा था, इस पर पुलिस ने कहा कि यह पुलिस का ध्यान भटकाने के लिए था। पुलिस का यह भी दावा है कि पत्र की लिखावट प्रभात शुक्ला की लिखावट से मेल खाती है।
मिली जानकारी के अनुसार, कानपुर के रायपुरवा के रहने वाले कपड़ा व्यापारी संजय कनोडिया पीरोड पर कपड़ों का बड़ा कारोबार चलाते हैं। वहीं उनका पौत्र कुशाग्र कानपुर कैंट के जयपुरिया स्कूल में हाई स्कूल का छात्र है। इसके साथ ही कुशाग्र के पिता मनीष कनोडिया सूरत में कपड़ों का अपना कारोबार संभालते हैं। परिजनों ने बताया कि सोमवार को कुशाग्र अपनी स्कूटी से शाम में स्वरूपनगर स्थित कोचिंग सेंटर पर गया था। देर होने पर काफी प्रयास करने के बाद भी जब उसका कुछ पता नहीं चला तो परिजनों ने पुलिस को उसके अपहरण की सूचना दी।
बड़े कपड़ा व्यापारी के बेटे के अपहरण की जानकारी मिलने पर कानपुर पुलिस के हाथ-पांव फूल गए, जिसके बाद पुलिस टीम ने आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच करते हुए छात्र की तलाश शुरू कर दी। इसी बीच परिवार को घर में अपहर्ताओं की ओर से 30 लाख रुपये फिरौती मांगने का एक लेटर मिला, जिसे किडनैपर्स घर में फेंककर गए थे। फिरौती लेटर में लिखा था- मैं नहीं चाहता आपका त्यौहार बर्बाद हो। आप मेरे हाथ में पैसे रखो और लड़का 1 घंटे बाद आपके पास होगा। अल्लाह हु अकबर।
फिरौती का लेटर मिलने की सूचना मिलते ही पुलिस कमिश्नर, ज्वायंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी, एडीसीपी आरती सिंह समेत तमाम अधिकारी पुलिस बल के साथ कारोबारी के घर पहुंचे। लेटर के आधार पर जांच की गई तो पुलिस को जीटी रोड पर गुंजन टॉकीज के पास कुशाग्र की स्कूटी लावारिस अवस्था में खडी मिली। इसके बाद पुलिस ने घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरों के सहारे एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया। सीसीटीवी फुटेज में यही युवक कारोबारी के घर के पास पहुंचकर फिरौती वाला पत्र फेंकता दिखाई दिया था। इस मामले में छानबीन के बाद पुलिस ने दो युवकों और युवतियों को गिरफ्त में ले लिया।
पुलिस टीम कुशाग्र के अपहरण के मामले की छानबीन कर ही रही थी कि लेटर फेंकने वाले ने मामले को लेकर बड़ा राज खोल दिया, जिसके बाद पुलिस कुशाग्र की टीचर के बॉयफ्रेंड के फजलगंज के ओमपुरवा स्थित घर पहुंची। वहां पुलिस को कुशाग्र का शव मिला। महिला ट्यूशन टीचर के बॉयफ्रेंड के घर पर शव मिलने के बाद आरोपी बॉयफ्रेंड प्रभात शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपी प्रभात शुक्ला ने बताया कि उसे शक था कि उसकी प्रेमिका और कुशाग्र के बीच प्रेम संबंध चल रहा है, इसी शक में उसने कुशाग्र की हत्या कर अपहरण और फिरौती की साजिश रची थी। कुशाग्र की हत्या के बाद उसने शव को अपने घर में ही छिपा दिया था।
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