JEE पेपर लीक मामले में रूसी नागरिक दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार, CBI ने बताया कांड का मास्टरमाइंड
सीबीआई ने कहा कि शार्गिन मुख्य आरोपी है। वह देश भर से कक्षा 10 और 12 की मार्कशीट, यूजर आईडी, पासवर्ड और इच्छुक छात्रों के पोस्ट डेटेड चेक सुरक्षा के तौर पर प्राप्त करता था और एक बार डील हो जाने पर वे 12-15 लाख रुपये प्रति उम्मीदवार भारी राशि एकत्र करते थे।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने जेईई (मेन्स) परीक्षा 2021 के पेपर लीक मामले में आज दिल्ली एयरपोर्ट से एक रूसी नागरिक मिखाइल शार्गिन को गिरफ्तार किया है। शार्गिन को जेईई मेन परीक्षा में अनियमितताओं के आरोपों में से संबंधित एक मामले में मुख्य आरोपी बताया जा रहा है। आरोपी मिखाइल शेयरिंग को इमीग्रेशन ब्यूरो ने आईजीआई एयरपोर्ट, दिल्ली से हिरासत में लिया था, जब वह कजाकिस्तान के अल्माटी से भारत आ रहा था क्योंकि उसके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी हुआ था।
जानकारी के अनुसार, जांच के दौरान पता चला कि कुछ विदेशी नागरिक इस मामले में अन्य आरोपियों की मिलीभगत से जेईई (मेन्स) सहित कई ऑनलाइन परीक्षाओं में धोखाधड़ी में शामिल थे। जांच में ही पता चला कि एक रूसी नागरिक ने कथित तौर पर आईल्योन सॉफ्टवेयर के साथ छेड़छाड़ की थी। आरोप है कि उसने संदिग्ध के कंप्यूटर सिस्टम को हैक करने में अन्य आरोपियों की मदद की थी।
सीबीआई ने कहा, "शार्गिन देश के विभिन्न हिस्सों में कक्षा 10 और 12 की मार्कशीट, यूजर आईडी, पासवर्ड और इच्छुक छात्रों के पोस्ट डेटेड चेक सुरक्षा के रूप में प्राप्त करता था और एक बार प्रवेश हो जाने के बाद, वे 12-15 लाख रुपये प्रति उम्मीदवार से भारी राशि एकत्र करते थे।" सीबीआई ने कहा, "हम शार्गिन से पूछताछ कर रहे हैं। वह मुख्य आरोपी है।"
इससे पहले जेईई मेन पेपर लीक मामले में 2021 में दिल्ली, एनसीआर, पुणे, जमशेदपुर, इंदौर और बेंगलुरु सहित 19 स्थानों पर तलाशी ली गई थी, जिसमें 25 लैपटॉप, 7 पीसी, लगभग 30 पोस्ट-डेटेड चेक के साथ-साथ विभिन्न छात्रों की मार्कशीट भी शामिल थीं।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia