हत्या से कुछ माह पहले ही रोहित ने वीडियो रिकॉर्डिंग में बताया था पत्नी अपूर्वा से जान का खतरा: चार्जशीट में खुलासा
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एन डी तिवारी के बेटे रोहित शेखर को काफी पहले ही अपनी हत्या का आभास हो गया था। रोहित ने एक वीडियो रिकॉर्डिंग में अपनी पत्नी से जान का खतरा होने की बात कही थी। यह बात उस चार्जशीट में सामने आई है, जो पुलिस ने रोहित की पत्नी अपूर्व शुक्ला के खिलाफ दायर की है।
रोहित शेखर तिवारी को शक था कि उसकी पत्नी उसकी हत्या कर देगी। मृत्यु से कुछ माह पहले रोहित शेखर मृत्यु से कुछ माह पहले दिल्ली के साकेत इलाके में मैक्स अस्पताल में बाईपास सर्जरी के लिए भर्ती हुआ था। उसी दौरान उसने अपने फोन में एक रिकॉर्डिंग की थी। इस रिकॉर्डिंग में रोहित ने कहा था कि उसे अपनी पत्नी अपूर्व शुक्ला से जान का खतरा है। रोहित की हत्या के मामले में अपूर्व शुक्ला मुख्य अभियुक्त है। अपूर्व शुक्ला को रोहित की मौत के एक सप्ताह बाद हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था।
रोहित की मौत की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को इस मामले में साकेत कोर्ट में चार्जशीट दायर की है। पुलिस की चार्जशीट में इस वीडियो का हवाला दिया गया है। वीडियो में रोहित ने कहा है, “अपूर्व ने मुझे जान से मारने और मुझे बरबाद करने की धमकी दी है। मेरी पत्नी अपूर्व शुक्ला मुझे ब्लेकमेल कर रही है। मेरी संपत्ति हथियाने के लिए वह मुझे मानसिक तौर पर प्रताड़ित कर रही है।” वीडियो में रोहित ने इस रिकॉर्डिंग को एक मरते हुए व्यक्ति का इकरारनामा कहा है। उसने कहा है कि अगर मुझे कुछ भी होता है तो इस रिकॉर्डिंग को मेरा इकरारनामा माना जाए। रोहित ने यह वीडियो अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड किया था।
इस बीच दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि अपूर्वा न्यायिक हिरासत में है और शुक्रवार को कोर्ट में पेशी है। ऐसे में अगर पुलिस चार्जशीट दाखिल नहीं करती तो उसे जमानत मिलने की संभावना थी। इस कारण दिल्ली पुलिस ने 81 दिन में ही अपूर्वा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी। हालांकि हत्या के केस में पुलिस तीन महीने के अंदर चार्जशीट दाखिल कर सकती है। अपराध शाखा के पुलिस अधिकारियों की बृहस्पतिवार शाम बैठक हुई थी। उसके बाद चार्जशीट बृहस्पतिवार को ही दाखिल करने का फैसला लिया गया। दिल्ली पुलिस को अभी अपूर्वा के नखूनों की रिपोर्ट, रोहित के ब्लड सैंपल, मौके से मिले फिंगर प्रिंट और अपूर्वा के मोबाइल फोन की रिपोर्ट मिलना बाकी है।
गौरतलब है कि पुलिस को रोहित का ताकिया खून से सना मिला था। ऐसे में पुलिस सबूत जुटाना चाहती है कि क्या मौके पर मिला खून रोहित का ही था। अपूर्वा के नाखूनों की रिपोर्ट से यह पता चल जाएगा कि उसने रोहित का गला दबाया था या नहीं। दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में मौके पर पाए गए सबूतों को ही आधार रखा है। पुलिस के पास सबूत के तौर पर घटनास्थल की सीसीटीवी फुटेज हैं। इसमें अपूर्वा ग्राउंड फ्लोर से पहली मंजिल पर स्थित रोहित के कमरे की तरफ जाती हुई दिखाई दे रही है। इसके अलावा रोहित की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रोहित की मौत का जो समय सामने आया है वह वही समय है जब अपूर्व रोहित के कमरे की तरफ जाती हुई नजर आती है।
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