पंजाबः सुरक्षा हटते ही गायक सिद्धू मूसेवाला की दिनदहाड़े हत्या, सवालों के घेरे में AAP सरकार का फैसला
पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि पंजाब के डीजीपी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। केंद्र सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। सुरक्षा का मुद्दा आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के अंतर्गत आता है और इसका खुलासा नहीं किया जाना चाहिए था।
पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा सुरक्षा वापस लेने के 24 घंटे से भी कम समय में पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की मानसा जिले में उनके पैतृक गांव के पास अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। 27 वर्षीय मूसेवाला दो लोगों के साथ अपनी गाड़ी से कहीं जा रहे थे कि उसी दौरान हमलावरों ने गायक और उनके दोस्तों पर गोली चला दी। हमले में सभी घायल हो गए, जिन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां मूसेवाला को मृत घोषित कर दिया गया और अन्य दोनों को आगे के इलाज के लिए बड़े अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
मूसेवाला की हत्या पर राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने गहरा दुख जताया है। इनके अलावा पंजाब के सीएम भगवंत मान, अरविंद केजरीवाल, बीजेपी के कई नेताओं और शिरोमणी अकाली दल के सुखबीर बादल समेत कई नेताओं और कलाकारों ने भी दुख जताते हुए भगवंत मान सरकार से जल्द से जल्द दोषिय़ों की गिरफ्तारी की मांग की है।
कांग्रेस ने मूसेवाला की हत्या पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए पंजाब की आप सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने कहा कि पंजाबी गायक सिद्धू मूसे वाला की दिनदहाड़े हत्या से पता चलता है कि आप सरकार के तहत पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति ताश के पत्तों की तरह चरमरा रही है। पटियाला में हिंसक झड़पें, राज्य पुलिस पर हमला और हत्या में वृद्धि आम व्यवसाय बन गई है। उनकी सरकार आने के बाद से, कानून और व्यवस्था की स्थिति और पंजाब की शांति में गिरावट देखी गई है। राज्य के बिगड़ते हालात के लिए सीएम भगवंत मान को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। उन्हें पंजाब की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।
वहीं पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सिद्धू मूसे वाला हत्याकांड पर कहा कि पंजाब के डीजीपी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। केंद्र सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। सुरक्षा से संबंधित मुद्दा आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के अंतर्गत आता है और इसका खुलासा नहीं किया जाना चाहिए था।
दुनिया भर में प्रशंसकों के साथ एक शीर्ष पंजाबी रैप गायक के रूप में प्रसिद्ध मूसेवाला ने 20 फरवरी के विधानसभा चुनाव के लिए मानसा से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में अपनी चुनावी शुरुआत की थी। वह मूल रूप से मूसा गांव के थे। मूसेवाला अपने चुनाव प्रचार के दौरान अपने गीत गाते थे और मतदाताओं के साथ अनगिनत सेल्फी के लिए पोज देने में उन्हें कोई आपत्ति नहीं थी।
अपने नामांकन हलफनामे के अनुसार 7.87 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक रहे गायक से राजनेता बने मूसेवाला खुली जीप पर सवारी करना पसंद करते थे। उन पर चार आपराधिक मामले थे, जिनमें दो अश्लील दृश्यों के लिए थे। मूसेवाला के लिए विवाद कोई नई बात नहीं थी। वह अपने गाने 'जट्टी जियोने मोड़ दी बंदूक वर्गी' में 18वीं शताब्दी के सिख योद्धा माई भागो के नाम का कथित रूप से दुरुपयोग कर सिख भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप झेल रहे थे। बाद में उन्होंने माफी मांग ली थी। वह 'संजू' में अपने गीत से हिंसा और बंदूक संस्कृति को बढ़ावा देने के आरोपों का भी सामना कर रहे थे।
अपनी अनूठी रैपिंग शैली के साथ खुद के लिए एक जगह बनाने वाले मूसेवाला को 'लीजेंड', 'डेविल', 'जस्ट सुनो', 'जट दा मुकाबाला' और 'हथियार' जैसे कई हिट गानों के लिए जाना जाता है। उन्होंने पंजाबी फिल्म 'मूसा जट्ट' में नायक की भूमिका निभाई थी। उनकी एक और फिल्म 'यस आई एम ए स्टूडेंट' एक ऐसी कहानी है जो अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की कठिनाइयों पर प्रकाश डालती है, लेकिन उन्हें कभी भी उम्मीद नहीं खोने के लिए प्रेरित करती है। उनके कई गाने बिलबोर्ड कैनेडियन हॉट 100 चार्ट पर प्रदर्शित हुए।
मूसेवाला 2016 में एक अंतर्राष्ट्रीय छात्र के रूप में कनाडा गए थे। उन्होंने राजनीति में आने के दिन कहा था, "मैं राजनीति में प्रवेश करने या प्रशंसा अर्जित करने के लिए नहीं आ रहा हूं। मैं इसे बदलने के लिए प्रणाली का हिस्सा बनना चाहता हूं। मैं लोगों की आवाज उठाने के लिए कांग्रेस में शामिल हो रहा हूं। मैं कांग्रेस में शामिल हो रहा हूं, क्योंकि पार्टी में ऐसे नेता हैं जो आम परिवारों से आए हैं।"
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