NIA ने सीमा पार नकली नोटों के रैकेट का किया पर्दाफाश, एक गिरफ्तार, लाखों रुपये के नकली नोट बरामद
एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्होंने पिछले हफ्ते गिरोह का भंडाफोड़ किया था और एक सहयोगी को गिरफ्तार किया था, लेकिन वह एजेंसी को चकमा देने में कामयाब रहा और तब से वे उसे पकड़ने के लिए काम कर रहे थे।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रविवार को कहा कि उसने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के साथ संयुक्त अभियान में पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी अलाडू उर्फ माथुर को भारतीय मुद्रा रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। गिरोह को सीमा पार से संचालित किया जा रहा था। मुख्य आरोपी बांग्लादेश से नकली नोट भारत भेज रहे थे।
एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्होंने पिछले हफ्ते गिरोह का भंडाफोड़ किया था और एक सहयोगी को गिरफ्तार किया था, लेकिन वह एजेंसी को चकमा देने में कामयाब रहा और तब से वे उसे पकड़ने के लिए काम कर रहे थे।
एनआईए के एक अधिकारी ने कहा, "डीआरआई यूनिट मालदा, पश्चिम बंगाल द्वारा एक आरोपी के कब्जे से 1,99,000 रुपये के उच्च गुणवत्ता वाले नकली भारतीय मुद्रा नोटों की बरामदगी के संबंध में मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, एनआईए ने मामला फिर से दर्ज किया था और जांच शुरू कर दी थी।"
जांच पूरी करने के बाद, एनआईए ने अलाडू सहित चार आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ एफआईसीएन तस्करी में उनकी भूमिका के लिए आरोप पत्र दायर किया था। एनआईए ने अपने दावे को साबित करने के लिए कई सबूत और बरामदगी दिखाई थी। इसके अलावा एनआईए ने अभियोजन पक्ष के मामले को साबित करने के लिए कई गवाहों के बयानों का भी उल्लेख किया था।
एनआईए ने पाया कि अलाडू अपने बांग्लादेशी सहयोगियों से उच्च गुणवत्ता वाले एफआईसीएन की खरीद में शामिल था। वह देश की आर्थिक स्थिरता को नुकसान पहुंचाने के इरादे से भारत में इसे प्रसारित कर रहा था। एनआईए के एक अधिकारी ने कहा, "गिरफ्तार आरोपी अलाडू 2019 से फरार था।" मामले में आगे की जांच जारी है।
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