गैंग्स ऑफ वासेपुर की लड़ाई में नया मोड़, सबसे बड़े गैंगस्टर फहीम खान के बेटे पर बरसी गोलियां, एक की मौत
प्रिंस खान ने खुद को धनबाद का छोटे सरकार घोषित कर रखा है। उसने पिछले डेढ़ साल में कम से कम आधा दर्जन वीडियो जारी किए हैं। इन वीडियो में वह फहीम से लेकर धनबाद के कारोबारियों और पुलिस तक को धमका चुका है।
झारखंड के धनबाद के वासेपुर में वर्षों से जारी गैंगवार ने अब नई शक्ल अख्तियार कर ली है। अब तक वासेपुर के सबसे बड़े गैंगस्टर रहे फहीम खान को उसी के भांजे प्रिंस खान से खूनी चुनौती मिल रही है। बुधवार रात को प्रिंस खान के गुर्गों ने गैंगस्टर फहीम खान के पुत्र इकबाल खान और उसके सहयोगी ढोलू पर गोलियां बरसाईं। अस्पताल जाते-जाते ढोलू की मौत हो गई, जबकि इकबाल दुगार्पुर मिशन अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है।
गैंग्स की लड़ाई में गोली चलने की घटना के बाद बैंक मोड़, भूली ओपी, बरोरा प्रभारी, कतरास और केंदुआडीह प्रभारी के साथ ही डीएसपी (लॉ एंड ऑर्डर) अरविंद बिन्हा मौके पर पहुंचे। पुलिस का कहना है कि इस मामले में जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है।
बुधवार 3 मई की रात फहीम खान के बेटे इकबाल और ढोलू पर गोली चलने के बाद प्रिंस खान ने सोशल मीडिया पर पत्र जारी कर इसकी जिम्मेदारी भी ली है। फहीम खान के भाई शेर खान ने कहा कि प्रिंस खान ही बार बार जान मारने की धमकी देता था, यह काम भी उसी का है। इधर सोशल मीडिया पर प्रिंस का पर्चा वायरल हो गया है।
पर्चे में लिखा है कि हम छोटे सरकार के शूटर मेजर हैं। यह जो घटना फहीम खान के बेटा इकबाल खान उर्फ कनिया के साथ घटी है, इसका कारण वह खुद है, क्योंकि उसका भाई साहेबजादा छोटे सरकार को मरवाने के लिए शूटर खोज रहा था। इसलिए छोटे सरकार के आदेश पर इसको कुत्ते की तरह रोड पर मारे हैं। फहीम खान के बेटे का जो भी काम करेगा, उसको हम मारेंगे ही। अगर वह नहीं मिलेगा तो उसके बाप-भाई को मारेंगे।
कभी मामा फहीम और भांजा प्रिंस खान साथ-साथ काम करते थे। प्रिंस रिश्ते में फहीम का भगीना है। गिरोह की कमान नहीं मिलने से खफा प्रिंस बागी हो गया और अब खुलेआम चुनौती दे रहा है कि वह फहीम और उसके बेटों को चुन-चुनकर मारेगा। फहीम जेल में बंद है, जबकि प्रिंस पिछले डेढ़ साल से अज्ञात ठिकाने से गैंग ऑपरेट कर रहा है। धनबाद पुलिस की मानें तो उसने खाड़ी के किसी देश में पनाह ले रखी है। उसकी गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल तक से मदद मांगी गई है।
इधर हमले में मारे गए ढोलू के भाई ने कहा कि कातिल जो भी होगा, उसका हिसाब होगा। दिमाग खराब है, दिमाग स्थिर होगा तो यहीं से स्टार्ट होगा। अब फैसला होगा और जो भी मारा है उसको तो पकड़ना ही चाहिए, बाकी आगे का प्रोसेस तो हम खुद कर लेंगे। फहीम और प्रिंस के अपने-अपने गैंग हैं और दोनों एक-दूसरे के गुर्गों और मददगारों की जान लेने पर तुले हैं।
इससे पहले 12 मई, 2021 को जमीन कारोबारी लाला खान को वासेपुर में दिनदहाड़े गोलियों से उड़ा दिया गया था। इसका आरोप फहीम खान के गैंग पर लगा था। इसके छह महीने बाद 24 नवंबर 2021 को वासेपुर में ही दिनदहाड़े जमीन कारोबारी महताब आलम उर्फ नन्हे भून दिया गया। जिस स्थान पर लाला खान की हत्या हुई थी, उससे कुछ ही दूरी पर नन्हें खान को मार डाला गया।
प्रिंस खान ने इस इस हत्या के बाद बकायदा वीडियो जारी कर लाला खान की हत्या का बदला कहा था। प्रिंस ने खुद को धनबाद का छोटे सरकार घोषित कर रखा है। उसने पिछले डेढ़ साल में कम से कम आधा दर्जन वीडियो जारी किए हैं। इन वीडियो में वह फहीम से लेकर धनबाद के कारोबारियों और पुलिस तक को धमका चुका है।
बता दें कि वासेपुर के गैंग्स और रंगदारी वसूली की लड़ाई में फरवरी 2021 से दिसंबर 2022 तक 5 हत्याएं हुईं। 13 फरवरी 2021को शजादा खान, 12 मई 2021 को लाला खान, 24 नवंबर 2021 को महताब आलम उर्फ नन्हे, 5 दिसंबर 2022 को अजय पासवान, 12 दिसंबर 2022 को शहबाज सिद्दिकी उर्फ बबलू की हत्या हुई है। 2023 में मई तक तीन लोगों को मौत के घाट उतारा जा चुका है। 2 फरवरी को रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह,12 अप्रैल को बरवाअड्डा के जमीन कारोबारी राजकुमार साव और अब 3 मई को इकबाल के करीबी बबलू उर्फ ढोलू की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
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