लखनऊ: अगवा कारोबारी के बिटकॉइन वॉलेट से 1 करोड़ की लूट मामले में 3 गिरफ्तार, हुआ चौंकाने वाला खुलासा!
पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों को पहले से जानकारी थी कि यह कारोबारी क्रिप्टोकरंसी का इस्तेमाल करता है। पुलिस ने इनके पास से 30 हजार रुपये नकद, एक देशी पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस, पांच मोबाइल फोन और एक कार बरामद की है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी में एक कारोबारी का अपहरण कर 1.3 करोड़ के बिटकॉइन जबरन अपने खाते में ट्रांसफर कराने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए इन तीन लोगों की पहचान संदीप प्रताप सिंह, विजय प्रताप सिंह और राजवीर सिंह के रूप में हुई है।
पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों को पहले से जानकारी थी कि यह कारोबारी क्रिप्टोकरंसी का इस्तेमाल करता है। पुलिस ने इनके पास से 30 हजार रुपये नकद, एक देशी पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस, पांच मोबाइल फोन और एक कार बरामद की है।
पुलिस के अनुसार, तीनों ने कालिंदी पार्क के पास इंद्रप्रस्थ ग्रैंड के कारोबारी अर्जुन भार्गव को 7 अगस्त को बाराबंकी में प्लॉट दिखाने के बहाने अगवा किया था।
उन्होंने कारोबारी को एक घर में बंधक बनाया और उसकी पिटाई की। यही नहीं, उन्होंने कारोबारी पर पिस्तौल की ट्रेनिंग भी की। इसके अलावा, बिटकॉइन वॉलेट से आरोपियों ने अपने बिटकॉइन अकाउंट में 1.3 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए।
डीसीपी (पूर्वी क्षेत्र) प्राची सिंह ने कहा कि अपहरणकर्ता, जिन्होंने रियल एस्टेट डीलर होने का नाटक किया, भार्गव से मिले और उन्हें बाराबंकी ले गए। सिंह ने कहा, "रास्ते में उन्होंने उसके हाथ-पैर बांध दिए और उसे बाराबंकी के एक घर में ले गए, जहां उन्होंने उसे तीन घंटे तक प्रताड़ित किया।"
अधिकारी ने कहा कि पीड़िता की पत्नी निधि भार्गव ने एफआईआर में कहा कि अपहर्ताओं ने उनके पति को बंदूक का डर दिखाकर पासवर्ड बताने के लिए मजबूर किया और फिर सभी बिटकॉइन अपने खाते में ट्रांसफर कर दिए।
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