शेयर ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी, नोएडा से महिला समेत पांच गिरफ्तार

सेंट्रल नोएडा के एडीसीपी हिरदेश कठेरिया ने बताया है कि पकड़े गए आरोपियों का गैंग नोएडा में बैठकर तेलंगाना और गुजरात के कारोबारी के साथ धोखाधड़ी कर रहा था। सेन्ट्रल नोएडा पुलिस के सेक्टर-63 थाने ने इस गैंग को पकड़ा है।

फोटो: IANS
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आईएएनएस

नोएडा पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है जो शेयर ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर बेचने के नाम पर लोगों के साथ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी कर चुके हैं। इनके छह साथी अब भी फरार हैं। वे तेलंगाना और गुजरात के कारोबारियों को अपना निशाना बनाते थे।

सेंट्रल नोएडा के एडीसीपी हिरदेश कठेरिया ने बताया है कि पकड़े गए आरोपियों का गैंग नोएडा में बैठकर तेलंगाना और गुजरात के कारोबारी के साथ धोखाधड़ी कर रहा था। सेन्ट्रल नोएडा पुलिस के सेक्टर-63 थाने ने इस गैंग को पकड़ा है।


एडीसीपी ने बताया है कि यह कॉल सेंटर बिना आईएसओ सर्टिफिकेट और बिना सेबी में रजिस्ट्रेशन के चल रहा था। पुलिस ने फिलहाल एक महिला सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से लैपटॉप, मोबाइल फोन तथा कई अन्य सामान बरामद किये गये हैं।

 यह गिरोह रोबोटिक आईटी एलएलपी और इंट्रावाइजर टेक्नोलॉजिग (ओपीसी) पीवीटी एलटीडी कंपनी के नाम से फर्जी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एल्गो ट्रेडिंग सॉफटवेयर बेच रहा था। वे फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंकडिन आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रचार-प्रसार करके शेयर ट्रेडिंग करने वाले ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करते थे।

 इस मामले में नोएडा के सेक्टर-63 थाना पुलिस को कई शिकायतें मिली थीं जिनमें बताया गया था कि उन्होंने इंस्टाग्राम पर रोबोटिक आईटी एलएलपी का विज्ञापन देखा और 35 हजार रुपये का पैकेज लिया। इसमें उन्हें दो लाख रुपये का नुकसान हुआ। इसके बाद शिकायतकर्ता को कहा गया कि तीन लाख का पैकेज ले लो, सभी नुकसान की पूर्ति हो जायेगी। शिकायतकर्ता ने तीन लाख का पैकेज ले लिया लेकिन उसे फिर नुकसान हुआ। इसके बाद उसे पांच लाख का पैकेज बेचा गया।


पुलिस ने मिली रही शिकायतों के आधार पर कंपनी में छापेमारी की। कम्पनी में काम कर रहे मैनेजर से कम्पनी के कागजात एवं अन्य सर्टिफिकेट के सम्बन्ध में जानकारी मांग गयी तो उसने एक सस्पेंडेड सर्टिफिकेट दिखाया। जांच में कई लोगों के साथ ऐसी हो धोखाधड़ी करने की बात सामने आई है।

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