बिहार: ग्रामीण विकास पदाधिकारी के अपहरण मामले में चौंकाने वाला खुलासा, पुलिस ने बताया किसकी थी ये साजिश

परिजनों द्वारा अपहरण की सूचना दिए जाने के बाद पुलिस तत्काल हरकत में आई और मोबाइल लोकेशन के जरिए अधिकारी को बख्तियारपुर के एक रेस्टोरेंट से पकड़ लिया। पुलिस दीपक से पूछताछ कर रही है।

प्रतीकात्मक तस्वीर
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आईएएनएस

बिहार की राजधानी पटना के खुसरूपुर स्टेशन से सोमवार को ग्रामीण विकास पदाधिकारी दीपक कुमार के कथित अपहरण के मामले में एक नाटकीय मोड़ आ गया। पुलिस ने कथित अपहृत अधिकारी को बख्तियारपुर के होटल से पकड़ लिया है। पुलिस का दावा है कि अधिकारी ने खुद के अपहरण का नाटक रचा था।

परिजनों द्वारा अपहरण की सूचना दिए जाने के बाद पुलिस तत्काल हरकत में आई और मोबाइल लोकेशन के जरिए अधिकारी को बख्तियारपुर के एक रेस्टोरेंट से पकड़ लिया। पुलिस दीपक से पूछताछ कर रही है।

 पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ग्रामीण विकास अधिकारी का अपहरण नहीं हुआ था, उनसे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो पाएगा।


इससे पहले बताया गया था कि नव चयनित ग्रामीण विकास पदाधिकारी दीपक कुमार सोमवार को पूर्णिया हटिया कोसी एक्सप्रेस से विभागीय प्रशिक्षण के लिए गया जा रहे थे। इसी दौरान खुसरूपुर स्टेशन पर कुछ बदमाशों ने उन्हें ट्रेन से उतार लिया।

उनके परिजनों के मुताबिक, जब अपराधियों ने उन्हें ट्रेन से उतारा तो दीपक प्लेटफॉर्म से खेत की ओर भागने लगे थे। भागने के क्रम में ही फोन से उन्होंने घर वालों को इसकी सूचना दी। थोड़ी ही देर के बाद फोन कट गया और उसके बाद स्विच ऑफ हो गया।


परिजनों ने खुसरूपुर पहुंचकर इसकी सूचना पुलिस को दी। दीपक कुमार इससे पहले लेखपाल के पद पर कार्यरत थे। इसके बाद बीपीएससी से आरडीओ में उनका चयन हुआ। वह ट्रेनिंग में शामिल होने के लिए गया जा रहे थे।

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