बिहार : रूपेश हत्याकांड में पुलिस के हाथ अब तक खाली, कई कोणों से जांच लेकिन नहीं मिले सुराग
बिहार की राजधानी पटना में इंडिगो एयरलाइंस कंपनी के स्टेशन मैनेजर रुपेश सिंह की हत्या के करीब 48 घंटे गुजर गए, लेकिन अब तक इस हत्याकांड के पुख्ता सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं।
बिहार की राजधानी पटना में इंडिगो एयरलाइंस कंपनी के स्टेशन मैनेजर रुपेश सिंह की हत्या के करीब 48 घंटे गुजर गए, इसके साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले में अपराधियों के जल्द गिरफ्तार करने के पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए, उसे भी 24 घंटे गुजर गए, लेकिन अब तक इस हत्याकांड के पुख्ता सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं। पुलिस हालांकि गहन छानबीन का दावा जरूर कर रही है, लेकिन अब तक पुलिस हत्यारों तक पहुंचने में सफल नहीं हुई है।
इधर, इस हत्या को लेकर राजनीतिक बयानबाजी का दौर तथा नेताओं के गमगीन परिवार से मिलकर सांत्वना देने का सिलसिला जारी है। सारण जिले में अपने पैतृक गांव में सामाजिक कार्यो में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने वाले रूपेश की हत्या के बाद गांव में भी मातम पसरा है। लोग यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर रूपेश से किसी की अदावत भी नहीं थी, तो फिर उनकी हत्या कैसे हो गई।
पुलिस हवाई अड्डे से लेकर उनके अपार्टमेंट पर लगे सभी सीसीटीवी को पुलिस खंगाल रही है। अपार्टमेंट में लगा सीसीटीवी पिछले कई महीनों से खराब है। इस बीच कहा जा रहा है कि हवाई अड्डा से ही कातिल उनकी कार के पीछे लगे होंगे और बीच रास्ते में भीड़भाड़ होने के कारण वे अपनी योजना में कामयाब नहीं हुए और अपार्टमेंट पहुंचते ही उनपर गोलियां दाग दीं।
उल्लेखनीय है कि राजधानी पटना के शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र में पटना हवाई अड्डे पर इंडिगो एयरलाइंस कंपनी के स्टेशन प्रबंधक रुपेश कुमार सिंह की अपराधियों ने मंगलवार की देर शाम गोली मारकर हत्या कर दी थी। सिंह अपने पुनाईचक स्थित कुसुमविला अपार्टमेंट में प्रवेश कर ही रहे थे कि अपराधियों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को स्वयं पुलिस महानिदेशक से इंडिगो स्टेशन प्रबंधक की हत्या से संबंधित स्थिति की जानकारी ली थी और सख्त निर्देश देते हुए कहा था कि इस हत्याकांड के अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी हो और स्पीडी ट्रायल कराकर, दोषियों को जल्द से जल्द कठोर सजा दिलाई जाए।
पुलिस हवाईअड्डे के अधिकारियों और कर्मचारियों से लगातार पूछताछ कर रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि रूपेश के भाई ठेकेदारी करते थे, उनके इस काम में रूपेश के संबंघ बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस को अब तक जो सुराग लगे हैं उसमें माना जा रहा है कि गोली मारने वाले पेशेवर अपराधी हो सकते हैं। पुलिस रूपेश के मोबाइल फोन को भी खंगाल रही है।
उल्लेखनीय है कि इस घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है, तथा विशेष कार्य बल (एसटीएफ ) को भी लगाया गया है। इधर, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी गुरुवार को रुपेश के पैतृक गांव सारण के समरी जलालपुर गांव पहुंचे और उनके परिजनों से मिलकर सांत्वना दी।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia