उमेश पाल की हत्या के बाद दिल्ली भागा था अतीक का बेटा असद, मदद करने वाले 3 लोग गिरफ्तार
असद दिल्ली के संगम विहार आया जहां वह करीब 15 दिन अपने सहयोगी के घर रहा। यह भी पता चला कि इस दौरान असद ने अपने एक सहयोगी को मेरठ भेजा, जिसने वहां से पैसा इकट्ठा किया और फिर उसे सौंपने के लिए दिल्ली लौट आया।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन अतीक अहमद के बेटे असद को पनाह देने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में पचा चला है कि बीएसपी विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद असद दिल्ली भाग गया था और वहीं कुछ दिन पनाह लिए हुए था। असद अभी भी फरार है।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि एक आरोपी अवतार सिंह को स्पेशल सेल ने आर्म्स एक्ट की धारा 25/54/59 के तहत गिरफ्तार किया था। उसने खुलासा किया कि उसने खालिद और जीशान नामक दो व्यक्तियों को 10 हथियारों की आपूर्ति भी की थी। दोनों को बाद में शेख सराय, दिल्ली से गिरफ्तार किया गया और उनके पास से दो हथियार बरामद किए गए।
पुलिस ने आगे कहा कि उन्होंने उमेश पाल हत्याकांड में यूपी पुलिस द्वारा वांछित असद और गुलाम को आश्रय भी प्रदान किया। 31 मार्च को एक जावेद को भी गिरफ्तार किया गया और आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत स्पेशल सेल में मामला दर्ज किया गया है। जांच के दौरान आरोपी जावेद ने खुलासा किया कि उमेश पाल की हत्या के बाद असद और गुलाम भी उससे मिले थे। फिलहाल गिरफ्तार तीनों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा, असद दिल्ली के संगम विहार आया जहां वह करीब 15 दिन अपने सहयोगी के घर रहा। पुलिस ने घर के मालिक की पहचान जावेद के रूप में की और उसके तीन सहयोगियों की पहचान भी की जिन्होंने उसे दिल्ली में छुपाने में मदद की थी। यह भी पता चला कि दिल्ली प्रवास के दौरान असद ने अपने एक सहयोगी को मेरठ भेजा। उसके सहयोगी ने मेरठ में पैसा इकट्ठा किया और फिर उसे नकदी सौंपने के लिए दिल्ली लौट आया।
सूत्र ने बताया कि अतीक अहमद का एक पुराना ड्राइवर दिल्ली में रहता है और उसने ही असद को मेरठ से पैसे दिलाने में मदद की थी। फिलहाल उत्तर प्रदेश एसटीएफ दिल्ली स्पेशल सेल के संपर्क में है। असद की मदद कौन कर रहा था, इसका पता लगाने के लिए वे एनसीआर में छापेमारी कर रहे हैं। स्पेशल सेल ने जिन तीन लोगों को दिल्ली में हिरासत में लिया है, उनसे फिलहाल पूछताछ की जा रही है। असद इस साल 24 फरवरी को हुई गोलीबारी की घटना में वांछित है, जिसमें उमेश पाल मारा गया था।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia