झारखंड में ऑटो टक्कर से जज की मौत मामले में 3 गिरफ्तार, सुप्रीम कोर्ट में उठी सीबीआई जांच की मांग
बुधवार की सुबह धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश-8 उत्तम आनंद मार्निंग वॉक पर निकले थे कि तभी पीछे से एक ऑटो ने आकर उन्हें टक्कर मार दी। घटना के बाद ऑटो चालक फौरन वहां से फरार हो गया। जज उत्तम आनंद की अदालत में कई गंभीर मामलों की सुनवाई चल रही थी।
झारखंड के धनबाद के अतिरिक्त जिला न्यायाधीश उत्तम आनंद की बुधवार सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान एक ऑटो की टक्कर से मौत के मामले में पुलिस ने तीन संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने ऑटो चालक समेत तीनों आरोपियों को गिरीडीह से गिरफ्तार किया है। उनके पास से टक्कर मारने वाला ऑटो भी बरामद हो गया है। पुलिस जांच में ऑटो चोरी का पाया गया है।
इस बीच जज उत्तम आनंद की मौत का मामला गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने इस मामले को उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की। जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष विकास सिंह ने कहा कि यह चौंकाने वाली बात है कि एक न्यायाधीश सुबह की सैर पर जाता है और एक वाहन आकर टक्कर मारकर फरार हो जाता है। वे गैंगस्टरों से संबंधित जमानत अर्जी पर सुनवाई रहे थे। यह न्यायिक स्वतंत्रता पर हमला है। कोर्ट ने कहा कि वह इस मामले को देखेंगे।
बता दें कि बुधवार की सुबह धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश-8 उत्तम आनंद मार्निंग वॉक पर निकले थे। इसी दौरान शहर के रणधीर वर्मा चौक पर पीछे से एक ऑटो ने आकर उन्हें टक्कर मार दी। घटना के बाद ऑटो चालक फौरन वहां से फरार हो गया। घटना के बाद काफी देर तक उत्तम आनंद वहीं पड़े रहे। बाद में जुटी भीड़ में से स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी मौत हो गई।
शुरुआत में इस घटना को हादसा माना जा रहा था। लेकिन हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पुलिस इस घटना की हत्या के एंगल से जांच कर रही है। घटना के सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि जज उत्तम आनंद खाली सड़क के किनारे धीमी गति से दौड़ रहे थे कि तभी अचानक पीछे से एक ऑटो आकर जानबूझकर उन्हें टक्कर मारकर तेजी से भाग निकलता है। जिससे आशंका जताई जा रही है कि बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया है।
बताया जा रहा है कि जज उत्तम आनंद के कोर्ट में कई बड़े केस की सुनवाई चल रही थी, इसमें यूपी के शूटर अभिनव प्रताप सिंह समेत कई गैंगस्टर्स के मामले की सुनवाई भी उनके कोर्ट में चल रही थी। इतना ही नहीं जेल में बंद दर्जनों हत्याकांड में संलिप्त गैंगस्टर अमन सिंह मामले की सुनवाई भी उन्हीं की अदालत में चल रही थी। ऐसे में माना जा रहा है कि उनकी मौत कोई हादसा नहीं बल्कि सोची समझी हत्या है। बता दें कि उत्तम आनंद हजारीबाग के रहने वाले थे। उनके पिता और भाई हजारीबाग कोर्ट में वकील हैं, जबकि उनके दो साले आईएएस अधिकारी हैं।
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Published: 29 Jul 2021, 7:24 PM