भारत, ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले विश्व कप फाइनल को लेकर स्टार्क की बड़ी भविष्यवाणी, बोले- यह मुकाबला...
खिताबी मुकाबले के बारे मे बात करते हुए स्टार्क ने क्रिकबज से कहा, "भारत चल रहे वर्ल्ड कप की सर्वश्रेष्ठ टीम है और अब तक वो टूर्नामेंट में अजेय हैं। इसलिए, कोई टीम विश्व कप की सर्वश्रेष्ठ टीम को हराए बिना विश्व कप नहीं जीत सकती।"
वर्ल्ड कप 2023 का बस आखिरी मुकाबला बाकि है। फाइनल 19 नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की भिड़ंत टीम इंडिया से होगी। यह पहला मौका नहीं होगा जब ये दोनों टीमें एक हाई प्रेशर मैच के लिए मैदान में उतरेगी, क्योंकि 2003 में एक दूसरे के खिलाफ फाइनल मुकाबले खेलने के अलावा यह टीमें पहले कई बार फाइनल मुकाबला खेल चुकी हैं।
पिछले दो वनडे विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने फाइनल में पहुंचनेे के बाद कहा कि उनका चल रहे टूर्नामेंट में प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा लेकिन उनके जोड़ीदार जोश हेज़लवुड और उनके अन्य साथियों ने दमदार प्रदर्शन किया जिससे टीम को संतुलन मिला। दक्षिण अफ्रीका को दूसरे सेमीफाइनल के रोमांचक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने हराकर फाइनल में जगह बनाई है, जहां उनका सामना भारत से होगा।
खिताबी मुकाबले के बारे मे बात करते हुए स्टार्क ने क्रिकबज से कहा, "भारत चल रहे वर्ल्ड कप की सर्वश्रेष्ठ टीम है और अब तक वो टूर्नामेंट में अजेय हैं। इसलिए, कोई टीम विश्व कप की सर्वश्रेष्ठ टीम को हराए बिना विश्व कप नहीं जीत सकती। साथ ही ऐसे खिताबी मुकाबले के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया अजनबी नहीं हैं क्योंकि वो ऐसे हाई वोल्टेज मुकाबले से पहले भी कई बार परिचित हुई हैं। यह मुकाबला बेहद रोमांचक होने वाला है।"
मदद कर रही परिस्थितियों के बीच नई गेंद से ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाज़ी और ओपनर्स द्वारा की गई बल्लेबाज़ी ने रोमांचक सेमीफ़ाइनल में अंतर पैदा किया। मिचेल स्टार्क ने 34 रन देकर तीन विकेट लेते हुए अपना स्पेल पूरा किया और जब विजयी रन बने तब भी वह मैदान पर मौजूद थे। भले ही स्टार्क के लिए गेंदबाज़ के तौर पर टूर्नामेंट मुश्किल रहा है, लेकिन दक्षिण अफ़्रीका को उन्होंने जोश हेजलवुड के साथ मिलकर पहले 12 ओवर में ही 24/4 के स्कोर पर पहुंचा दिया था। दोनों ने मिलकर मैच में पांच विकेट चटकाए। भले ही मैच में कई सारे रोमांचक पल आए, लेकिन इन दोनों की गेंदबाज़ी अंत में सबसे बड़ा अंतर बनी।
स्टार्क ने कहा, "मुझे लगता है कि पावरप्ले ने ही हमें लाभ दिया। मैच में कई सारे अहम लम्हें रहे, लेकिन जोश के साथ इस तरह मैच की शुरुआत करना शानदार था। पूरे टूर्नामेंट के दौरान शायद पावरप्ले में विकेट लेना हमारी मजबूती नहीं रही, इसलिए इस तरह का पावरप्ले में दबदबा बनाना अच्छा लगा। जोश ने जिस तरह आठ ओवर में केवल 12 रन देकर दो विकेट लिए, वह अदभुत था।"
उन्होंने आगे कहा, "जॉश के पिच मैप को देखें तो टेस्ट मैच गेंदबाज़ी में वह यही शानदार तरीके से करता है। आज़ वह बेहतरीन रहे और जिस तरह से हमने एक-दूसरे को सहारा दिया और जैसा पावरप्ले हमारा रहा, उसी से बीच के ओवरों में भी हमने मोमेंटम हासिल किया और इसी तरह हम मैच शुरु करना चाहते थे। बड़े मैच में ऐसा करना अच्छा था।"
लीग स्टेज में जब दोनों टीमें भिड़ी थीं तब क्विंटन डिकॉक ने शतक लगाया था और उनकी टीम ने 311/7 का स्कोर खड़ा किया था। एडन मारक्रम के बल्ले से भी अर्धशतक आया था, लेकिन सेमीफ़ाइनल में दोनों बल्लेबाज़ कुछ ख़ास नहीं कर सके।
स्टार्क ने कहा, "हम जानते हैं कि अगर दक्षिण अफ़्रीका के हाथ में विकेट हों तो अंतिम के ओवरों में वे कितने खतरनाक हो जाते हैं। हम ये भी जानते थे कि अगर 20 ओवर के अंदर हम क्लासेन और मिलर को आउट कर ले जाते हैं फिर हमारा काम हो जाएगा। गेंद के साथ सब प्लान के मुताबिक हुआ।"
बल्लेबाज़ी में ऑस्ट्रेलिया ने पहले छह ओवर में ही 60 रन बना दिए थे जिसमें डेविड वॉर्नर ने 18 गेंदों में 29 रन बनाए थे। ट्रैविस हेड ने 48 गेंदों में 62 रनों की पारी खेली।
स्टार्क ने कहा, "जिस तरह से हेड और वॉर्नर ने बल्लेबाज़ी की उससे दक्षिण अफ़्रीका पर पहले 10 ओवर में ही दबाव आ गया। पूरे टूर्नामेंट में हमने देखा है कि कुछ मौक़ों पर पहले 10 ओवर कितने मुश्किल हो सकते हैं। कई बार आपको भाग्य का भी साथ मिलता है, लेकिन ओपनिंग साझेदारी में दोनों ने बहुत अच्छा खेल दिखाया।"
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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