बप्पी लाहिड़ी के गोल्ड का अब क्या होगा? गहने संभालने के लिए था खास असिस्टेंट, जानें किसे मिलेगा ये सोना

बप्पी लाहिड़ी को सोने से बहुत प्यार था। यह हर किसी को पता है। वह गोल्ड जूलरी को अपना लकी चार्म मानते थे। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में भी यह बात लिखी थी।

फोटो: Getty Images
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नवजीवन डेस्क

एक दिग्गज गायक-संगीत निर्देशक बप्पी लाहिड़ी का मंगलवार देर रात निधन हो गया। वह 69 वर्ष के थे और उन्होंने क्रिटिकेयर अस्पताल में अंतिम सांस ली, जहां उन्हें कुछ पोस्ट-कोविड दिक्कतों के कारण भर्ती कराया गया था। पश्चिम बंगाल में जन्मे, लाहिड़ी ने पहली बार एक बंगाली फिल्म 'दादु' के लिए संगीत तैयार किया और फिल्म 'नन्हा शिकारी' के साथ अपने बॉलीवुड करियर की शुरूआत की थी।

उन्होंने 'डिस्को डांसर' के लिए अपने चार्टबस्टिंग संगीत और 'जिमी, जिमी, आजा, आजा' गीत और बाद में 'जखमी', 'लहू के दो रंग' के लिए सुपरहिट संगीत के साथ वैश्विक प्रशंसा प्राप्त की। बप्पी लाहिड़ी का अंतिम संस्कार गुरुवार को होगा। गायक का पार्थिव शरीर उनके मुंबई स्थित आवास पर रखा गया है और सेलेब्स शोक व्यक्त करने के लिए उनके परिवार से मिलने जा रहे हैं।

आपको बता दें, बप्पी लहरी को सोने से बहुत प्यार था। यह हर किसी को पता है। वह गोल्ड जूलरी को अपना लकी चार्म मानते थे। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में भी यह बात लिखी थी। उन्होंने अपने कीमती सोने की देखभाल के लिए एक अस्सिटेंट भी रखा था। अब उनके निधन के बाद उनके सोने का क्या होगा? यहां जानें।

बप्पी को उनकी मां ने सोने की चेन दी थी। संयोग से इसके बाद से उनका करियर उठ गया। वह तभी से सोने के शौकीन हो गए। उन्हें लगता था कि वह जितना सोना पहनेंगे उतना करियर भी चमकेगा। वह सोने को अपनी पहचान मानते थे।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, बप्पी लहरी के करीबी दोस्त ने बताया कि वह अपने सोने की सुरक्षा के लिए काफी सतर्क रहते थे। उन्हें प्रोटेक्टिव केसेज में रखते थे। साफ-सफाई का काम वह खुद देखते थे। रिपोर्ट के मुताबिक, बप्पी लहरी के करीबी ने बताया, उनका एक खास असिस्टेंट था जो इस सोने की देखरेख करता था। ये भी खबरें थी कि जब भी कोई गाना हिट होता तो वह सोने का कुछ खरीद लेते थे।

बप्पी लहरी अपना सोना किसी को छूने नहीं देते थे। उनके घर जाकर अगर कोई उनकी जूलरी के साथ फोटो खिंचवाने की मांग करता तो वह शालीनता से मना कर देते थे। उनके पास सोने की चेन्स, पैंडेंट्स, कफलिंक्स, ब्रेसलेट्स और न जाने कितने तरह की जूलरी है जिसमें डायमंड्स भी लगे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बप्पी का खजाना पारदर्शी डिब्बों में पड़ी हिफाजत के साथ लॉकर्स में रखा है। उनके फैमिली फ्रेंड ने बताया कि बप्पी लहरी के बेटे बप्पा और रेमा अपने पिता की निशानी को संभालकर रखेंगे। बप्पी लहरी जो अंगूठियां और चेन रोजाना पहनते थे वे उनके पास एक बॉक्स में रखी रहती थीं। इसके अलावा उन्हें गिफ्ट में भी काफी सोना मिला था। उनके बच्चे इस विरासत को संभालकर रखेंगे।

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