असलहे और बमों के भंडार के साथ बंगाल में बड़े पैमाने पर दंगों की तैयारी में बीजेपी
बीजेपी के एक कार्यकर्ता ने ये सारे खुलासे किए हैं। उसका कहना है कि इस सबकी जानकारी ‘कैलाशजी’ और ‘राजनाथजी’ के अलावा बंगाल बीजेपी अध्यक्ष को भी है। योजना में मंदिरों में गोमांस फेंकना भी शामिल है
भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक दंगे कराने की साजिश रची है। इसके लिए अवैध हथियारों और देसी बम का जखीरा भी जमा कर लिया गया है। इसके अलावा शस्त्र पूजा के दिन मंदिरों में गोमांस फेंकने की भी योजना है जिससे दंगे भड़क उठें। और यह सब पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की जानकारी में तो है, कुछ ‘बड़े’ बीजेपी नेता भी इस योजना से वाकिफ हैं। इस साजिश का पर्दाफाश बीजेपी और आरएसएस के बीच रहकर काम कर रहे हमारे एक सूत्र ने किया है।
पिछली बार हमने आपको बताया था कि कैसे किसी संतोष नाम के व्यक्ति ने हिंदु संहति नाम के संगठन को आंतरिक संदेश भेजे थे, जिनसे खुलासा हुआ था कि दुर्गा पूजा के मौके पर गड़बड़ी की कोशिशें की जा रही हैं। इस बारे में हमने नवजीवन पर बंगाल में दुर्गा पूजा पर दंगों की साजिश का पर्दाफाश, अंदरुनी संदेशों से खुलासा शीर्षक से खबर लिखी थी।
संतोष के फेसबुक प्रोफाइल पर उसका जो परिचय है उसके मुताबिक वह दक्षिण 24 परगना जिले (पश्चिम) का बीजेपी ट्रेड सेल का संयोजक और पश्चिम बंगाल बीजेपी का पर्यवेक्षक है। हमारी इंवेस्टिगेटिव टीम संघ से जुड़े एक संगठन में काम करने वाले एक सूत्र के माध्यम से आखिरकार संतोष से संपर्क करने में कामयाब रही।
‘दंगे कराने के लिए गठित हो चुकी है टीम’
संतोष ने बातचीत में स्वीकार किया कि वह आतंकी गतिविधियों, दंगों की साजिश करने और उन पर अमल करने वाले लिखित आंतरिक संदेशों को हमारे सूत्र तक भेजने वालों में शामिल है। उसने साफ स्वीकार किया कि विजयदशमी पर शस्त्र पूजा के दौरान सांप्रदायिक दंगे कराने की साजिश रची जा चुकी है। उसने खुलासा किया कि वरिष्ठ नेताओँ की अगुवाई में एक टीम बनाई गई है जो पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में हिंसक वारदातों को अंजाम देगी।
ध्यान रहे कि तिलजला मस्जिद पर हमले में भी इसी संगठन के सदस्यों का हाथ था। इस हमले के बाद इस मस्जिद में मुसलमानों ने नमाज़ पढ़ना बंद कर दी थी। हालांकि यह एक अनजाना सा संगठन है, लेकिन संतोष का दावा है कि उसे बीजेपी के बहुत सारे सदस्यों का समर्थन हासिल है।
बंगाल बीजेपी अध्यक्ष को है सारी जानकारी
संतोष ने बताया कि इस पूरी साजिश और तैयारियों की जानकारी बीजेपी के पश्चिम बंगाल अध्यक्ष दिलीप घोष को भी है। इस साजिश में मस्जिदों को निशाना बनाना भी शामिल है। संतोष ने दावा किया कि उसने खुद दिलीप घोष को एक प्रस्ताव देकर हथियार फैक्टरी स्थापित करने की बात की थी और योजना के तहत सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए मंदिरों में गोमांस फेंकने की योजना भी बताई थी। लेकिन संतोष इस बात से झुंझलाया हुआ है कि बावजूद इसके कि “ इस सबसे क्या कुछ हासिल नहीं हो सकता है” , दिलीप घोष कुछ ज्यादा नहीं कर रहे हैं। संतोष के मुताबिक दिलीप घोष ने उसे पार्टी के जिलाध्यक्ष से संपर्क करने को कह दिया।
उसका कहना है कि उसने जिलाध्यक्ष अभिजीत दास को अपनी योजना बताई, लेकिन उसे यह कहकर हतोत्साहित कर दिया कि, “तुम इन सब में क्यों पड़ते हो। यह सब तो आरएसएस के लोगों का काम है।”
संतोष का कहना है कि इस पर उसने किसी “राजनाथ जी” को इस योजना के बारे में लिखा। बातचीत के इस स्क्रीनशॉट में इसे देखा जा सकता है। लेकिन यह ‘राजनाथजी’ और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह में कोई संबंध है या नहीं हमें नहीं पता। यह तो सिर्फ गृह मंत्रालय ही बता सकता है कि क्या संतोष नाम के किसी व्यक्ति ने राजनाथ सिंह के साथ इस किस्म का कोई पत्राचार या संवाद किया है।
इस संगठन ने अपने दल में राज्य के अलग-अलग हिस्सों से लोगों को सदस्य बनाया है। इस दल को लॉजिस्टिक सपोर्ट यानी साजो-सामान मुहैया कराने का काम बीजेपी के सहयोगी दलों आरएसएस और बजरंग दल के जिम्मे है। संतोष का दावा है कि 8 से 10 सदस्यों को बाकायदा हथियार चलाने और दुर्गा पूजा के दौरान उन्हें इस्तेमाल करने की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। इस टीम में दक्षिण 24 परगना जिले के कम से कम 400 सदस्य हैं। इन सदस्यों में बीजेपी की बंगाल इकाई के कुछ अहम सदस्य भी शामिल हैं। इन अहम बीजेपी नेताओं के जो नाम संतोष ने हमें बताए, वे हैं :
अर्णब मित्रा, सूरज कुमार सिंह, राजेश जैन सुराना, रश्मि गांधी, सविता चौधरी, राजा बोस, राजऋषि लाहिरी, गौरव बिस्वास, सुशील सिंहम, भगवान झा, प्रदीप शर्मा, तापस पाल, शिवशंकर भट्ट, निमई साहा, सुनील द्विवेदी, मनोहर पाठक, सुभाष शॉ, मोंटी और प्रबीर
इस सूची में शामिल लोग बीजेपी में अहम पदों पर हैं। जिनमें बीजेपी के जिला सचिवों से लेकर महिला मोर्चा की नेता तक शामिल हैं। संतोष ने जिस सूची का खुलासा किया है उसमें बीजेपी की हर इकाई के सदस्यों के नाम नजर आते हैं। संतोष ने जिन लोगों के नाम बताए हैं उनमें से कुछ की तस्वीरों बीजेपी के राज्य स्तरीय और केंद्रीय नेताओं के संबंधों का खुलासा भी होता है। इनमें से कुछ लोग बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव और पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और पश्चिम बंगाल से बीजेपी के सांसद के साथ तस्वीरों में नजर आते हैं। सवाल यह है कि आखिर केंद्रीय नेता उन लोगों के साथ फोटो खिंचवाते क्यों नजर आ रहे हैं जिनके बारे में उनकी ही पार्टी के लोगों को पता है कि वे सांप्रदायिक दंगे करने की योजना बना रहे हैं?
सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी भी उन कुछ लोगों के साथ तस्वीरों में नजर आ रहे हैं जिनके नामों का संतोष ने खुलासा किया है।
संतोष के अपने कबूलनामे के मुताबिक इस समय इस गुट के पास अपनी खुद की दो अवैध हथियार फैक्टरियां हैं जहां बिहार से तस्करी कर लाए गए सामान के साथ देसी कट्टे और बम बनाए जाते हैं। संतोष का यह भी दावा है कि जरूरत पड़ने पर जितने भी बम चाहिए होंगे, उनका इंतजाम करने की भी व्यवस्था है। उसके शब्दों में निमई, राजा, मोंटी, सुभाष और सुशील को विस्फोटक जमा करने की जिम्मेदारी दी गयी है, जबकि करीब-करीब सभी सदस्यों को तलवार और लाठियां दी गयी हैं। संतोष के पास भी एक बंदूक है, जिसे वह गर्व के साथ दिखाता भी है।
जब हमने संतोष से पूछा कि यह सब बम कहां छिपा कर रखे गए हैं, उसका जवाब था, “हम ये सब अपने घर में नहीं रखते।” अभी तक ये जगह गुप्त रखी गयी है, लेकिन संतोष ने दावा किया कि यह सबकुछ ‘कैलाशजी’ की जानकारी में है। फिर से सवाल उठता है कि संतोष किस ‘कैलाशजी’ की बात कर रहा है? क्या वह बीजेपी के पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय की बात तो नहीं कर रहा? उसका कहना है कि उसने ‘कैलाशजी’ से संपर्क किया था और उन्हें सारी योजना के बारे में बताया था। लेकिन, किसी और बात के संदर्भ में संतोष ने हमारे सूत्र को एक ईमेल का सक्रीनशॉट दिखाया जिसमें उसने पार्टी के एक कार्यकर्ता के बारे में शिकायत की है। ये ईमेल कैलाश विजयवर्गीय और बीजेपी के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव शिव प्रकाश को लिखा गया है। इस ईमेल की कॉपी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को भी भेजी गयी है। मेल की कॉपी अर्णब मित्रा, सूरज कुमार सिंह और राजेश सुराना को भी भेजी है। यह वही लोग हैं जिनका नाम सांप्रदायिक साजिश रचने वाले लोगों की सूची में शामिल है।
जब से बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में अपने पैर जमाए हैं, तभी से वह अपना प्रभाव क्षेत्र बढ़ाने की कोशिशों में लगी हुई है और अकसर हिंदुओं पर मुसलमानों के हमलों की अफवाहें उड़ाती रहती है और हिंदू युवाओं को हथियार उठाने के लिए उकसाने का काम कर रही है। इस सब के सबूत 2016 की शुरुआत से ही बंगाल में हो रही तमाम घटनाओं से मिल रहे हैं कि कैसे ये संगठन बड़े पैमाने पर गड़बड़ी फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। संतोष ने जो कुछ कबूला है या खुलासा किया है उससे स्पष्ट होता है कि एक आतंकी मॉड्यूल बनाने का काम तेजी से हो रहा है, जिसमें केंद्र की सत्ताधारी राजनीतिक पार्टी के सदस्य शामिल हैं। इस मॉड्यूल का काम एक विरोधी दल शासित राज्य में गड़बड़ी फैलाना ही है।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia