उत्तराखंड के चमोली जिले स्थित ऋषिगंगा-तपोवन में हुई तबाही ने केदारनाथ आपदा की याद दिला दी। नदियों ने रौद्र रूप धारण कर अपने रास्ते में आई हर चीज को कागज की तरह बहा दिया। वर्ष 2013 में आई उस महाआपदा के जख्म अभी पूरी तरह भरे भी नहीं कि उसी देवभूमि में एक बार फिर कुदरत का कहर देखने को मिला।
रविवार सुबह उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटकर धौली नदी में गिरने से बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए। यहां के तपोवन इलाके के रेनी गांव में हिमस्खलन से धौली नदी का जल स्तर अचानक बढ़ गया। हमारी तरह आपके भी मन में सवाल होंगे कि ग्लेशियर टूटने की घटना क्या है, इससे नदी का जनस्तर कैसे बढ़ता है और ग्लेशियर टूटते क्यों हैं? तो चलिए आज हम इस वीडियो में आपको इन्ही सवालों के जवाब देंगे।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined