आजाद भारत के पहले प्रधानमन्त्री पंडित नेहरु को आधुनिक भारत का निर्माता कहा जाता है। 1947 में देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद से 1964 में अपने निधन तक नेहरू ने कई संस्थाओं की शुरुआत की। इन संस्थाओं को वे आधुनिक भारत का मंदिर कहते थे।
साल 1950 में पंडित नेहरु ने चुनाव आयोग का गठन किया। इसके बाद देश के विकास को संचालित करने के लिए 1950 में ही उन्होंने योजना आयोग की स्थापना की।
देश में विश्वस्तरीय शिक्षा मुहैया कराने के लिए 1950 में आईआईटी, 1961 में आईआईएम और 1956 में एम्स की शुरुआत की गयी। नेहरु ने 1961 में ही नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाईन बनाया था।
रक्षा क्षेत्र में देश को आत्म निर्भर बनाने के लिए 1954 में उन्होंने नेशनल डिफेंस एकेडमी और 1958 में डीआरडीओ की स्थापना की। परमाणु शक्ति के लिए एटॉमिक एनर्जी कमीशन ऑफ इंडिया का गठन भी पंडित नेहरु द्वारा किया गया।
अलग-अलग मोर्चे पर देश को प्रगति की दिशा में ले जाने के लिए पंडित नेहरु ने 1955 में भिलाई स्टील प्लांट की स्थापना की।
नेहरू ने साल 1963 में भांख्ड़ा नांगल बांध का निर्माण कराया और 1956 में ओएनजीसी के काम की शुरुआत की गयी। इसके अलावा महशक्तियों की आपसी रंजिश से देश को बचाने के लिए उन्होंने गुटनिरपेक्ष आन्दोलन चलाया।
भाषाई पहचानों को सम्मान देने के लिए वे राज्य पुनर्जन्म अधिनियम लेकर आये।
छोटे किसानों को फाएदा पहुंचाने के लिए पंडित नेहरू भूमि सुधार लेकर आये। उनके शासन काल में मजदूरों को फाएदा पहुंचाने के लिए न्यूनतम मजदूरी अधिनियम भी लाया गया।
इस तरह से नेहरु ने भारत का निर्माण किया।
Published: 27 May 2020, 7:30 AM IST
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Published: 27 May 2020, 7:30 AM IST