लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में उन्नाव रेप पीड़िता और उसका वकील बेहद ही नाजुक हालत में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। दोनों को ही लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रख गया है। वहीं पीड़िता का परिवार अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गया है। इस वीडियो में हम आपको बताएंगे 4 जून 2017 से लेकर आज तक इस केस में कब-कब क्या हुआ।
4 जून 2017 को उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर के आवास पर पीड़िता नौकरी मांगने गई। अपने आवास पर कुलदीप ने लड़की के साथ बलात्कार किया।
3 अप्रैल 2018 को बेटी के साथ हुए इस दुष्कर्म की रिपोर्ट लिखवाने गए पिता की पुलिस के लोगों और सेंगर के भाई ने थाने में पिटाई की।
8 अप्रैल को लड़की और उसके परिवार के लोगों ने सीएम योगी के आवास के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया।
9 अप्रैल को लड़की के पिता की मौत हो गयी।
13 अप्रैल 2018 को आरोपी बीजेपी विधायक सेंगर को पूछताछ के लिए सीबीआई ने हिरासत में लिया और कोर्ट के आदेश पर उसे एक हफ्ते की न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
इसी बीच इस केस में में यूनुस नाम का एक चश्मदीद गवाह सामने आया जिसकी 18 अप्रैल को संदिग्ध हालातों में मौत हो गई। गवाह के घरवालों ने बिना पुलिस को बताए उसको दफना दिया।
लड़की के चाचा पर कई मुकदमें लगाकर उन्हें राएबरेली की जेल में बंद करवा दिया।
पीड़िता और उसके परिजनों ने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की जिसके बाद उन्हें सुरक्षा दे दी गई।
11 जुलाई 2018 को सीबीआई ने पहली चार्जशीट दाखिल की, जिसमें कुलदीप सेंगर का नाम था।
28 जुलाई 2019 को रायबरेली जेल में अपने चाचा से मिलने जा रही पीड़िता की गाड़ी को एक ट्रक ने जोरदार टक्कर मारी जिसमें लड़की की चाची के मौत हो गई जबकि पीड़िता और उसका वकील बुरी तरह से घायल हो गए।
29 जुलाई 2019 को लड़की के परिवारवालों ने बीजेपी विधायक के लोगों पर एक्सीडेंट करने का आरोप लगाया।
30 जुलाई 2019 को रेप कांड पीड़िता और उसका वकील लखनऊ के अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। दोनों को वेंटिलेटर पर रखा गया है।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined