उत्तराखंड में आसमान से बारिश के रूप में बरसी आफत भले ही अब थम गई है लेकिन अपने पीछे वह तबाही का ऐसा मंजर छोड़ गई जिसे लोग शायद ही कभी भूल सकें। इस आपदा की वजह से राज्य के में अबतक 64 लोगों की मौत हो गई है। जबकि कई घायल हो गए हैं।
इस सबके बीच जिंदगियां को बचाने के लिए देवदूत बनकर आए एनडीआरएफ की 17 टीमें, एसडीआरएफ की 7 टीमें, पीएसी की 15 कंपनियां, 5000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
सरकार के मुताबिक नैनीताल, अल्मोड़ा, हल्द्वानी में सड़कें पूरी तरह से खोल दी गईं हैं। इसके अलावा पावर स्टेशन जल्द ही परिचालन फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं। सरकार की मानें तो उत्तराखंड में भारी बारिश से अब तक कोई बाहर से आया पर्यटक हताहत नहीं हुआ है। फिलहाल 3500 से अधिक लोगों को बचाया गया और 16,000 से अधिक लोगों को एहतियाती तौर पर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
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