युवा भारतीय स्टार मुक्केबाज विश्वनाथ सुरेश, वंशज और देविका घोरपड़े ने दावेदार के अपने टैग को बरकरार रखते हुए अपने-अपने फाइनल 5-0 से जीतकर आईबीए यूथ वल्र्ड मेंस एंड विमेंस बॉक्सिंग चैम्पियनशिप 2022 में स्वर्ण पदक हासिल किए। स्पेन के ला नुसिया में चल रही चैम्पियनशिप के पुरुष 48 किग्रा फाइनल बाउट में चेन्नई में जन्मे विश्वनाथ को फिलीपींस के रोनाल सुयोम पर जीत हासिल करने के लिए ज्यादा पसीना नहीं बहाना पड़ा और उन्होंने प्रतिष्ठित चैम्पियनशिप में भारत को अपना पहला स्वर्ण दिलाया। उनकी यह जीत भावना शर्मा द्वारा महिला 48 किग्रा वर्ग में रजत पदक हासिल करने के बाद आई। भावना को दिन की शुरूआती फाइनल बाउट में उज्बेकिस्तान की गुलसेवर गनीवा के हाथों 0-5 से हार मिली। आशीष (54 किग्रा) रजत पदक के साथ अपना अभियान समाप्त करने वाले अन्य भारतीय थे। आशीष पुरुषों के रोमांचक फाइनल में जापानी मुक्केबाज युता साकाई से 1-4 से हार गए।
इस बीच, पुणे की देविका ने भारत के लिए दूसरा स्वर्ण जीता। उन्होंने इंग्लैंड की लॉरेन मैकी पर हावी होकर दमदार खेल दिखाते हुए महिला 52 किग्रा फाइनल बाउट जीती। इसके बाद यूथ एशियन चैम्पियन वंशज ने तीसरा स्वर्ण जीतकर भारत के लिए सकारात्मक अंदाज में दिन का अंत किया। सोनीपत के इस आत्मविश्वास से भरे मुक्केबाज को पुरुष 63.5 किग्रा फाइनल बाउट में जॉर्जिया के डेमूर काजिया पर जीत के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी। इस चैम्पियनशिप के वर्तमान संस्करण में भारत 11 पदकों के साथ शीर्ष पर है। उसके बाद पदक तालिका में उज्बेकिस्तान (10), आयरलैंड (7) और कजाकिस्तान (7) हैं। इस साल की चैम्पियनशिप में 73 देशों के करीब 600 मुक्केबाजों ने भाग लिया। महिला वर्ग में भारत के आठ पदक भी किसी अन्य देश से अधिक हैं। तीन स्वर्ण पदक पहले ही जीत चुकी रवीना (63 किग्रा) और कीर्ति (प्लस 81 किग्रा) टूर्नामेंट के अंतिम दिन महिलाओं के फाइनल में भारत के खाते में दो और स्वर्ण जोड़ने की कोशिश करेंगी। रवीना और कीर्ति क्रमश: नीदरलैंड की मेगन डेक्लेर और आयरलैंड की एलिजाबेथ डी'आर्सी से भिड़ेंगी। अंतिम से पहले दिन तीन स्वर्ण और दो रजत के अलावा, भारत के खाते में चार कांस्य पदक भी आ चुके हैं- तमन्ना (50 किग्रा), कुंजरानी देवी थोंगम (60 किग्रा), मुस्कान (75 किग्रा) और लशु यादव (70 किग्रा) से, जिन्होंने अपना अभियान सेमीफाइनल में समाप्त किया था।
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भारतीय पुरुष हॉकी टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे का पहला मैच बेहद रोमांचक रहा जिसमें मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने ब्लेक गोवर्स के आखिरी मिनट के गोल से शनिवार को 5-4 से बेहद रोमांचक जीत हासिल की। दोनों टीमों ने तूफानी अंदाज में पहला मैच खेला जिसमें 60 मिनट में नौ गोल दागे गए। इस मुकाबले को देखने के लिए दर्शक अपनी सीटों पर ही बैठे रह गए। भारत की तरफ से आकाशदीप सिंह (10', 27', 59') ने शानदार हैट्रिक जमाई जबकि हरमनप्रीत सिंह (31') ने पेनल्टी कॉर्नर पर एक गोल किया। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से लचलन शार्प (5'), नाथन एफरॉम्स (21'), टॉम क्रैग (41') और ब्लैक गोवर्स (57', 60 प्लस) ने गोल दागे।
जैसी उम्मीद थी, मैच तेज गति के साथ शुरू हुआ। ऑस्ट्रेलिया ने पांचवें मिनट में शार्प के टॉम क्रैग के पास पर गोल से बढ़त बनायी। भारत ने बराबरी के लिए सही मौके का इन्तजार किया। तीन मिनट बाद आकाशदीप ने बराबरी का गोल कर दिया। ऑस्ट्रेलिया के दूसरे गोल का श्रेय टॉम क्रैग को जाता है। मिडफील्ड में दबदबा बनाने वाले क्रैग की मदद से एफरॉम्स ने 21वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया को बढ़त दिला दी। इसके छह मिनट के बाद आकाशदीप ने 27वें मिनट में बराबरी का गोल दागा। मैच के 31वें मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर पर हरमनप्रीत ने भारत को 3-2 से आगे कर दिया। ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे क्वार्टर में वापसी की और टॉम क्रैग ने 41वें मिनट में स्कोर 3-3 कर दिया। आखिरी क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया का खेल अपने चरम पर था। मैच के 57वें मिनट में मिले पेनल्टी कार्नर पर गोवर्स ने मेजबानों को 4-3 से आगे कर दिया। आकाशदीप ने 59वें मिनट में तीसरा गोल दागकर अपनी हैट्रिक पूरी की और भारत को 4-4 की बराबरी पर ले आये।
अंतिम हूटर बजने से कुछ सेकंड पहले ऑस्ट्रेलिया को पेनल्टी कॉर्नर मिला और गोवर्स ने अपना दूसरा और टीम का पांचवा गोल दागते हुए ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाने के साथ सीरीज में 1-0 से आगे कर दिया। मैच के बाद भारत के मुख्य कोच ग्राहम रीड ने कहा, "इतने अच्छे प्रदर्शन के बाद इस तरह हारना निराशाजनक रहा। हमने ऑस्ट्रेलिया को वापसी करने का मौका दिया। यह कुछ ऐसा है जिस पर हमें काम करना होगा।"
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ऑस्ट्रेलिया ने कतर विश्व कप में पहला जीत हासिल कर लिया है। उसने ग्रुप-डी में ट्यूनिशिया की टीम को 1-0 से हरा दिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए मिशेल ड्यूक ने इकलौता गोल किया। यह इस विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया का पहला गोल था। उसके लिए पिछले मैच में क्रेग गोडविन ने फ्रांस के खिलाफ गोल किया था, लेकिन टीम को 1-4 से हार मिली थी।
इस जीत के साथ ही उसके खाते में दो मैचों में अब तक तीन अंक हो गए हैं। वह अभी भी प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचने का दावेदार बना हुआ है। ट्यूनिशिया का पिछला मुकाबला डेनमार्क से ड्रॉ हो गया था। वह भी अगले रेस में जाने का दावेदार है।
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इंग्लैंड के महान फुटबॉलर वायने रूनी का महसूस करना है कि नेमार के चोटिल हो जाने के बावजूद ब्राजील के पास पर्याप्त ताकत है। इस बात की पुष्टि हुई है कि नेमार टखने में चोट के कारण स्विट्जरलैंड के खिलाफ अपनी टीम का अगला विश्व कप मैच नहीं खेल पाएंगे। नेमार को यह चोट सर्बिया के खिलाफ मैच के दौरान लगी थी जिसे ब्राजील ने 2-0 से जीता था। नेमार गुरूवार को सर्बिया के खिलाफ ग्रुप जी मैच में कतर में लुसैल स्टेडियम में दूसरे हाफ में निकोला मिलेंकोविच से टकरा गए थे जिससे उन्हें टखने में चोट आयी थी। मैच में 10 मिनट शेष रहते उन्हें बाहर जाना पड़ा था और उनकी जगह सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी मैदान में आया था।
इस चोट के कारण नेमार अब 28 नवम्बर को स्टेडियम 974 में स्विट्जरलैंड के खिलाफ होने वाले ब्राजील के अगले मैच में नहीं खेल पाएंगे। रूनी ने कहा, "मुझे यकीन है कि नेमार निराश होंगे, ब्राजील को भी निराशा होगी लेकिन उनके पास अपनी टीम में काफी प्रतिभा है।" रूनी ने स्पोर्ट्स 18 और जियो सिनेमा पर वीसा मैच सेंटर पर कहा, "आप देख सकते हैं कि जब वह बाहर गए तो इसका टीम पर कोई असर नहीं पड़ा। वे अपनी गति और ताकत के साथ खेलते रहे। हां एक झटका है लेकिन ब्राजील के पास इस झटके से उबर कर खेलने के लिए बहुत कुछ है।" पुर्तगाल के फुटबॉल लीजेंड लुइस फिगो ने कहा कि जो कोई भी नेमार की जगह लेगा वह उस स्तर का नहीं होगा जिस स्तर के नेमार हैं। नेमार नेमार हैं। आप उनकी क्वालिटी या टीम में उनकी जगह के महžव को बदल नहीं सकते। नेमार के अलावा ब्राजील के राइट बैक प्लेयर दानिलो भी टखने की चोट के कारण स्विट्जरलैंड के खिलाफ नहीं खेल पाएंगे।
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पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हसन अली को इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के लिए टेस्ट टीम में नहीं चुने जाने के बाद अगले सत्र के लिए इंग्लिश काउंटी टीम वारविकशायर आर्सेनल में शामिल किया गया है। अली 2023 के लिए वारविकशायर का पहला विदेशी हस्ताक्षर है और उसने एक समझौते पर सहमति व्यक्त की है, जो उन्हें जुलाई के अंत तक किसी भी संभावित नॉकआउट गेम और एलवी इंश्योरेंस काउंटी चैंपियनशिप सहित पूर्ण वाइटैलिटी ब्लास्ट अभियान खेलते हुए देखेगा। अली ने दुनिया भर में टी20 टीमों में अपना प्रदर्शन दिखाया है। उन्होंने 131 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में इस्लामाबाद यूनाइटेड और पेशावर जाल्मी और कैरेबियन सुपर लीग (सीएसएल) में सेंट किट्स एंड नेविस पैट्रियट्स सहित टीमों के लिए लगभग 200 टी20 विकेट लिए हैं।
अली ने लंकाशायर में पिछले सीजन में इंग्लिश क्रिकेट में डेब्यू किया था, जहां उन्होंने एक संक्षिप्त रेड-बॉल अनुबंध के दौरान नायक का दर्जा हासिल किया था। वह चार सप्ताह के बाद काउंटी चैंपियनशिप के डिवीजन वन में अग्रणी विकेट लेने वाले खिलाड़ी थे और उन्होंने पांच मैचों में 20.60 की औसत से 25 विकेट लिए थे। अली ने कहा कि एजबस्टन में खेलने की उनकी अच्छी यादें हैं और वह टीम के साथ जुड़ने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। वारविकशायर काउंटी क्रिकेट क्लब (डब्ल्यूसीसीसी) की वेबसाइट पर अली के हवाले से कहा गया है, "मैं वारविकशायर के साथ करार करके खुश हूं क्योंकि वे एक महत्वाकांक्षी क्लब हैं और एजबस्टन एक ऐसा मैदान है, जहां मैंने हमेशा खेलने का आनंद लिया है।"
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