पेरिस ओलंपिक में महिलाओं के 50 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में पहुंचने के बावजूद अधिक वजन होने की वजह से पदक नहीं जीत पाने वाली भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट का शनिवार को यहां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया।
बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक जैसे स्टार खिलाड़ियों के अलावा पंचायत नेता भी विनेश का स्वागत करने के लिए पहुंचे थे। विनेश फूल मालाओं से लदी थी। विनेश फोगाट ने खुली जीप में सवार होकर लोगों का आभार व्यक्त किया। विनेश ने हाथ जोड़कर कहा, ‘‘मैं पूरे देश का आभार व्यक्त करती हूं।’’
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विनेश फोगाट का एयरपोर्ट पर स्वागत करने के लिए कई बड़े पहलवान मौजूद थे। इस मौके पर पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि मैं चाहती हूं कि विनेश को मान-सम्मान ज्यादा से ज्यादा प्राप्त हो। उन्होंने (भारत सरकार ने) इसके मेडल के लिए पूरी मदद की।
पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा, "देशवासी उन्हें प्यार दे रहे हैं, आप देख सकते हैं कि देश ने उनका किस तरह स्वागत किया है।"
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पहलवान सत्यव्रत कादियान ने कहा, "विनेश फाइटर थी, फाइटर है और फाइटर रहेगी और हमारे लिए वो चैंपियन है। हम उसका चैंपियन की तरह स्वागत करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे।"
लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता निशानेबाज और पेरिस ओलंपिक में भारतीय दल के नेता गगन नारंग ने विनेश को चैंपियन करार दिया। यह दोनों एक ही उड़ान से दिल्ली पहुंचे थे। नारंग ने पेरिस हवाई अड्डे पर विनेश के साथ खींची गई तस्वीर को एक्स पर पोस्ट किया।
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नारंग ने लिखा, "वह खेल गांव में पहले दिन चैंपियन के रूप में पहुंची थी और वह हमेशा हमारी चैंपियन रहेगी। कुछ अवसरों पर करोड़ों लोगों को प्रेरित करने के लिए ओलंपिक पदक की जरूरत नहीं पड़ती। विनेश फोगाट आपने लोगों को प्रेरित किया है। आपके जज्बे को सलाम।"
विनेश के भाई हरविंदर फोगाट ने कहा, "विनेश स्वदेश लौट रही है। लोग यहां हवाई अड्डे पर उनका स्वागत करने के लिए पहुंचे हैं। लोग हमारे गांव में भी उनका स्वागत करने के लिए इंतजार कर रहे हैं। लोग उनसे मिलने को लेकर उत्साहित हैं।"
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विनेश के आगमन के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। पेरिस ओलंपिक में फाइनल से पहले किए गए वजन में उनका वजन 100 ग्राम अधिक निकला था जिसके कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था। विनेश ने संयुक्त रूं प से रजत पदक दिलाने के लिए खेल पंचाट में अपील की थी जिसके कारण वह पेरिस में रुकी रही। खेल पंचाट ने उनकी अपील को खारिज कर दिया था।
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