हंगरी के बुडापेस्ट में खेले जा रहे विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में पहलवान बजरंग पूनिया ने भारत को सिल्वर मेडल दिला दिया है। पूनिया को 65 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल मुकाबले में हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा। बजरंग को जापान के ताकुटो ओटुगुरो ने फाइनल मुकाबले में 16-9 से माद दी। ओटोगुरो जापान के सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बने हैं। वहीं बजरंग पूनिया इस कामयाबी से बेहद कुश हैं।
Published: 23 Oct 2018, 10:26 AM IST
पुनिया चौथे भारतीय खिलाड़ी हैं जो विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक के दावेदार थे। हालांकि, हार के बावजूद भी बजरंग रिकॉर्ड बनाने में सफल रहे। विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में उनका यह दूसरा पदक है। बजरंग पूनिया यह कारनामा करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। उन्होंने साल 2013 में इसी टूर्नामेंट में 60 किलोग्राम भारवर्ग में कांस्य पदक जीता था।
बजरंग पूनिया के लिए अब तक का यह साल शानदार रहा है। उन्होंने इस साल ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में हुए 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स और इंडोनेशिया के जकार्ता में हुए 18वें एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल हासिल किया था।
भारत के लिए विश्व कुश्ती चैंपियशिप में इकलौता गोल्ड मेडल सुशील कुमार ने जीता है। उन्होंने साल 2010 में रूस की राजाधानी मॉस्को में आयोजित विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था।
Published: 23 Oct 2018, 10:26 AM IST
पूनिया का नाम राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार देने के लिए प्रस्तावित किया गया था। भारतीय कुश्ती महासंघ ने राजीव गांधी खेल रत्न के लिए 2018 एशियाड में गोल्ड मेडलिस्ट रहे पूनिया के नाम की सिफारिश की थी, लेकिन सरकार ने विराट कोहली और वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को संयुक्त तौर पर ये सम्मान दिया था।
Published: 23 Oct 2018, 10:26 AM IST
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Published: 23 Oct 2018, 10:26 AM IST